

बीकानेर।छोटीकाशी बीकानेर नगरी में नृसिंह जन्मोत्सव पर लगे मेले, लीला में किया हिरण्याकश्यप का वध शंख ध्वनि और घंटियों कीटंकार के बीच भगवान नृसिंह कीमहाआरती की गई। श्रद्धालुओं में प्रसाद का वितरण हुआ। वहीं धार्मिक
परपरानुसार हर आयु वर्ग का भक्त
भगवान नृसिंह व प्रहलाद से आशीर्वाद ग्रहण कर रहा था।
इस अवसर पर मंदिरों में पंचामृत व तुलसी, मिश्री पताशा के प्रसाद का वितरण भी किया गया। सुबह से ही नृसिंह मंदिरों में भक्तों की
आवाजाही शुरू हो गई। रात्रि में मंदिरों में जागरणों के आयोजन हुए। मोहल्लेवासियों ने अपने घरों पर भी रोशनी कर मेले में चार चांद लगा दिये। विभिन्नस्थानों पर संपन्न हुए मेले को देखने केलिये घरों की छतों पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा था।
-बरसाए कोड़े, प्रहलाद को डराया
नृसिंह चतुर्दशी पर लखोटिया चौक में भक्तों का लीला देखने जन समूह उमड़ा ,सार्दुल कॉलोनी में रोहड़ी सक्खर वाले महाराज रामचंद्र थानवी के निवास स्थित लक्ष्मी नृसिंह-भगवान के मंदिर में पं राजकुमार थानवी ने परंपरागत रूप से पूजन अनुष्ठान कर सूर्यास्त समय हिरणा किसना गोविंदा
पहलाद बदे के उद्घोष में हिरण्यकशप के प्रतीकात्मक मटके को फोड़ कर नृसिंह जी की वंदना की। इस अवसर सिंधु पुष्करणा समाज के अहमदाबाद निवासी थानवी परिवार के प्रतिनिधियों सहित रथखाना व्यास कालोनी सुदर्शन नगर जयपुर रोड सादुल कालोनी के पुरोहित आचार्य केवलिया थानवी व्यास परिवारों की उपस्थिति रही।
पुराने शहर की गली मौहल्ले हिरणा किसना गोविंदा पहलाद बदे के स्वरों से गूंजते रहे। काले कपड़े और मुखौटा धारण किए तथा एक हाथ में कोड़ा लिए हिरण्यकश्यप जिस गली-मौहल्ले और चौक चौराहे से निकलेकोडा बरसाते हुए निकले। लोगों ने हंसते-हंसते कोड़ों की मार सहन की।
हिरण्यकश्यप ने भक्त प्रह्लाद को भीडराने का प्रयास किए। लीला मंचनस्थल पर भी हिरण्यकश्यप ने कोडे
बरसाए व नृत्य किए। भक्त प्रहलाद को हर संभव डराने का प्रयास किया। भक्त प्रह्लाद के अटूट विश्वास को कायम रखते हुए भगवान नृसिंह थंब से प्रकट हुए। लीला स्थल पर नृसिंह वहिरण्यकश्यप के मध्य कई बार युद्ध
हुआ। सूर्यास्त के समय भगवान नृसिंह ने प्रतीकात्मक रुप से हिरण्यकश्यप का वध किया।
लालाणी व्यास चौक में नवयकांत, रविव्यास, स्नेह प्रकाश ने भक्त प्रहलाद,नृसिंह और हिरण्यकश्यप की भूमिकाएं निभाई। डागा चौक में रूद्र कल्ला भक्तप्रह्लाद, बद्री रंगा ने नृसिंहअवतार व नवरतन बिस्सा ने हिरण्यकश्यप का रूपधरा तो लखोटिया का चौक में लोकेशव्यास नृसिंह, शरद हर्ष हरिण्य कश्यप,मनन व्यास भक्त प्रह्लाद बने। वहींबिन्नाणी चौक में युवराज नृसिंह, सचिन रंगा हरिण्यकश्यप तथा भूपेन्द्र नारायणभक्त प्रहलाद बने।
-कल्ला परिवार ने बजाये नगाड़े
भगवान नृसिंह के प्राकटय दिवस पर
आयोजित इन मेलों में हर आयु वर्ग के लोगों की भागीदारी बढ़ चढ़कर रहती है।
– इसमें राजनेता पीछे कहां रहने वाले
शहर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष जनार्दन
कल्ला व वरिष्ठ उपाध्यक्ष कन्हैया लाल कल्ला ने डागा चौक में नगाड़े बजाकरआनंद उठाया।