जयपुर / OmExpress News | राजस्थान में बीजेपी के वरिष्ठ विधायक अशोक परनामी द्वारा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से हाल ही में इस्तीफा दिए जाने के बाद राज्य इकाई के अगले प्रमुख की नियुक्ति पर सभी की नजरें टिकी हैं| पार्टी ने कहा है कि नए अध्यक्ष का चुनाव जातिगत आधार पर नहीं होगा|बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी आनंद शर्मा के अनुसार, पार्टी को शीघ्र ही नया प्रदेश अध्यक्ष मिल जाएगा| बीजेपी कार्यकर्ता आधारित पार्टी है, जातिगत नहीं| इसलिए कार्यकर्ता ही प्रदेश अध्यक्ष होगा, जातिगत आधार पर नियुक्ति नहीं होगी| वहीं बीजेपी के वरिष्ठ नेता देवी सिंह भाटी ने जातिगत आधार पर अध्यक्ष पद के नामों को लेकर चल रही अटकलों के बीच कहा कि जिन लोगों के नाम अध्यक्ष पद को लेकर चल रहे हैं उनका अपनी जातियों में कोई जनाधार ही नहीं है| – Rajasthan BJP
क्या शेखावत बन पायेंगे अध्यक्ष
अशोक परनामी को हटाकर केंद्रीय नेतृत्व, मोदी सरकार में कृषि राज्य मंत्री और जोधपुर सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत को प्रदेशाध्यक्ष बनाना चाहता था. हाईकमान ने परनामी से इस्तीफा ले भी लिया. ये अलग बात है कि ऐसा करने में हाईकमान को खासे पसीने आ गए. परनामी से इस्तीफा लेना कितना परेशानी भरा रहा, ये इसी बात से समझा जा सकता है कि आज-कल, आज-कल करते हुए पूरे 3 महीने निकल गए.
दरअसल, अशोक परनामी वसुंधरा राजे गुट के माने जाते हैं. ऐसे में उपचुनाव में हार के नाम पर अगर परनामी को हटाया जाता तो ये सीधे-सीधे वसुंधरा को जिम्मेदार ठहराने वाली बात होती. परनामी का हटना वसुंधरा की कम होती शक्ति का प्रतीक होता. वसुंधरा राजनीति की कच्ची खिलाड़ी नहीं हैं. इसीलिए उन्होंने भी अपने तरकश के सारे तीरों को निकाल लिया.
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मैं पार्टी का छोटा कार्यकर्ता हूं और कार्यकर्ता ही रहना चाहता हूं : राठौड़
खबरों में प्रदेश के संसदीय कार्य मंत्री राजेन्द्र राठौड़ का नाम भी चल रहा है जिन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र चुरू में अपने जन्मदिन पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि इस कार्यक्रम को शक्ति प्रदर्शन के तौर पर नहीं देखा जाए| “मैं पार्टी का छोटा कार्यकर्ता हूं और कार्यकर्ता ही रहना चाहता हूं|” इस कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, राजस्थान के कैबिनेट मंत्री डॉ अरूण चतुर्वेदी, प्रभुलाल सैनी मौजूद रहे| राठौड़ ने पार्टी प्रदेश अध्यक्ष पद पर नियुक्ति को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की| Rajasthan BJP
परनामी ने कामकाज में व्यस्तता का हवाला देते हुए गत बुधवार को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था| राजस्थान में तीन विधानसभा सीटों पर हाल ही में हुए उपचुनावों में बीजेपी उम्मीदवारों की हार के बाद से परनामी को हटाने की चर्चा चल रही थी| बीजेपी के वरिष्ठ विधायक घनश्याम तिवारी ने परनामी के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पद से हटने को नाकाफी बताते हुए कहा कि केवल इससे काम नहीं चलेगा| Rajasthan BJP
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विधानसभा चुनाव से पहले मायने रखता हैअध्यक्ष का चुनाव
प्रवक्ता शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय नेतृत्व और मुख्यमंत्री समेत प्रदेश नेतृत्व जल्दी ही प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर विचार विमर्श कर अंतिम रूप देगा| उन्होंने एक प्रश्न के जवाब में कहा कि नए अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं होने से कामकाज प्रभावित नहीं हो रहा है| पूर्व तय कार्यक्रम और बैठकें हो रही हैं| गौरतलब है कि वसुंधरा राजे के दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के कुछ समय बाद ही उनके विश्वासपात्र माने जाने वाले विधायक परनामी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था| राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं| उससे पहले पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव खासा मायने रखता है| Rajasthan BJP