-हज कमेटी अध्यक्ष अमीन कागजी और वक्फ बोर्ड अध्यक्ष डॉ.खानूखान बुधवाली रहे मौजूद
बीकानेर, । शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने संभाग मुख्यालय पर बनने वाले हज हाउस कल्चर सेंटर का बुधवार को शिलान्यास किया। इस दौरान हज कमेटी के अध्यक्ष एवं विधायक अमीन कागजी तथा वक्फ बोर्ड अध्यक्ष खानू खान बुधवाली भी मौजूद रहे।
इस अवसर पर डॉ. कल्ला ने कहा कि संभाग स्तर पर हज हाउस बनने से बीकानेर संभाग के जिलों के अलावा फलौदी, जैसलमेर और पोकरण क्षेत्र के हज यात्रियों को सहूलियत होगी। राज्य सरकार की पहल पर प्रत्येक संभाग मुख्यालय पर ऐसे हज हाउस बनाए जाएंगे। उन्होंने हज हाउस निर्माण के लिए विधायक निधि से 25 लाख रुपए देने की घोषणा की और कहा कि भवन निर्माण में किसी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी।
हज कमेटी अध्यक्ष अमीन कागजी ने कहा कि संभाग स्तर पर हज हाउस बनने से हज यात्रियों के आवेदन तथा प्रशिक्षण जैसे कार्य और अधिक सहूलियत से हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि संभाग स्तर पर बनने वाले हज हाउस कल्चर सेंटर लिए एक करोड़ से लेकर ढाई करोड़ रुपए तक की सहायता राशि के प्रस्ताव सरकार को भेजे जाएंगे। उन्होंने कहा कि हज हाउस का नक्शा और डीपीआर शीघ्र बनाएं। सभी संभाग मुख्यालयों पर एक जैसा हज हाउस बनाने के प्रयास होंगे।
वक्फ बोर्ड अध्यक्ष खानू खान बुधवाली ने कहा कि राज्य सरकार ने सभी धर्म और जाति के लोगों को आधारभूत सुविधाएं मुहैया करवाई हैं। हज हाउस का निर्माण भी इसी दिशा में एक कदम है। उन्होंने कहा कि अन्य संभाग मुख्यालयों पर राजकीय जमीन नहीं होने की स्थिति में वक्फ बोर्ड की ओर से भूमि उपलब्ध करवाई जाएगी।
इस अवसर पर नगर विकास न्यास के पूर्व अध्यक्ष हाजी मकसूद अहमद तथा जिया उर रहमान ने भी विचार व्यक्त किए। स्वागत उद्बोधन अनवर उस्ता ने दिया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. मिर्जा हैदर बेग और अनवर अजमेरी ने किया।
इस दौरान हज हाउस के निर्माण के लिए सलीम सोढा ने 5 लाख तथा मकसूद अहमद ने एक लाख एक हजार रुपए, साजिद सुलेमानी ने इक्यावन हजार रुपए देने की घोषणा की।
मंच पर सचिव नगर विकास न्यास सचिव यशपाल आहुजा, जिला हज कमेटी के सदर मोहम्मद हुसैन, यशपाल गहलोत, शहर काजी शहनवाज हुसैन, हाफिज फरमान अली, माशूक अहमद, जिया उर रहमान, अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी शहजाद अली, हारून राठौड़, अकबर खादी, हाफीज मुनीर, सलीम सोढा, जावेद पडिहार, एन डी कादरी, जाकिर नागौरी, यासीन खान, उस्ता सुमित, कोचर, बुल्लेशाह सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।