बीकानेर। भीनासर स्थित अर्हम इंग्लिश अकैडमी में अणुव्रत समिति बीकानेर एवं अर्हम इंग्लिश अकैडमी भीनासर के संयुक्त तत्वावधान में अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह के अंतर्गत आज सर्व धर्म सम्मेलन एवं सांप्रदायिक सौहार्द कार्यक्रम का आयोजन किया गया l सर्व धर्म सम्मेलन के रूप में कार्यक्रम की शुरुआत अर्हम इंग्लिश एकेडमी की प्राचार्य श्रीमती रामा डागा ने स्वागत गीत के माध्यम से किया l अणुव्रत समिति के सदस्यों ने अणुव्रत समिति का संगान कर मंगलाचरण किया l इस अवसर पर आचार्य श्री महाश्रमण के सुशिष्य से चैतन्य कुमार ने कहा कि अणुव्रत आंदोलन सर्व और सांप्रदायिक मुक्त है l इसमें लिंग रंग भेद धर्म संप्रदाय का कोई भेद नहीं है। अणुव्रत की परिभाषा स्वयं के द्वारा स्वयं का अनुशासन। अणुव्रत है धर्म की आराधना। इसमे अहिंसा , प्रमाणिकता और नैतिकता का निर्वाह है।यह विचार ही विश्व शांति का आधार है।इस अवसर को संबोधित करते हुए दिव्य ज्योति जागृती संस्थान की साध्वी राधिका भारती ने कहा कि हम सबको धर्म की परिभाषा मानवता के नाते सीखनी चाहिए। जिसमें मानवता है वह सच्चा धार्मिक कह ला सकता है।इस अवसर पर सिख धर्म से डॉक्टर रिशपाल सिंह ग्रंथी साहब ईसाई धर्म से पादरी पास्टर सैम इस्लाम धर्म से मौलवी सरदार अली पडिहार और सनातन धर्म से साध्वी गोपीका आदि ने अपने माध्यम से सभी धर्म की प्रार्थना करते हुए अपने विचारों की अभिव्यक्ति दी।अर्हम इंग्लिश एकेडमी के सचिव सुरेंद्र कुमार डागा ने इस अवसर पर कहा कि अर्हम अपने 25वे वर्ष को विभिन्न क्षेत्रों में 25 कार्यक्रम करके विश्व रिकॉर्ड की और अग्रसर है। मुख्य अतिथि पूर्व महापौर नगर निगम बीकानेर ने कहा कि अणुव्रत ही सच्चा व्रत है जिसके माध्यम से आदमी अपनी सफलता को प्राप्त कर सकता है। इस अवसर पर स्वागत भाषण समिति बीकानेर के अध्यक्ष श्रीमान झंवर लाल जी गोलछा इंदरचंद सेठिया, शांतिलाल जी कांकरिया एवं सुरजा राम जी राजपुरोहित आदि ने अपने-अपने विचार प्रदान किया l कार्यक्रम का कुशल संचालन अणुव्रत समिति के सह मंत्री बाबूलाल महात्मा जैन ने कुशलतापूर्वक किया विद्यालय के विद्यार्थियों को अणुव्रत के संकल्प करवाए गए।