— बुधवार शाम 6.30 वास्तु व्याख्यान पर संगोष्ठी

जयपुर,।जयपुर की हृदय स्थली भट्टारक जी की नसिया में चल रहे 256 महामंडलीय श्री सिद्धचक्र महामण्डल विधान के अंतर्गत मंगलवार को आचार्य सौरभ सागर महाराज के सानिध्य में सिद्धों की आराधना करते हुए मंडल पर जयकारों के बीच मंत्रोच्चार के साथ 16 अर्घ्य समर्पित किए गए। प्रातः कालीन अभिषेक, शांतिधारा, नित्य नियम पूजन के साथ विधान प्रारंभ हुआ।
इस मौके पर आयोजित धर्म सभा में आचार्य सौरभ सागर ने कहा कि विरासत में हमें क्या मिला यह महत्वपूर्ण नहीं है, महत्वपूर्ण यह है कि हम भविष्य को क्या देकर जा रहे हैं, अपनी संतानों को विरासत में आप संपत्ति नहीं संस्कार देकर के जाइए। क्योंकि यदि आप संपत्ति देकर जाते हैं तो वह व्यसन आदि में लिप्त हो जाता है और यदि आप संस्कार देकर जाते हैं तो वह अपने जीवन की मनुष्य पर्याय को धन्य करता है। अपने माता-पिता का नाम रोशन करता है।

अध्यक्ष आलोक जैन तिजारिया ने बताया कि विधान के दौरान दिल्ली में आचार्य सुनील सागर महाराज के सानिध्य में होने वाली भव्य जैनेश्वरी दीक्षा के दीक्षार्थियों की समाजसेवी राजीव जैन गाजियाबाद वाले, यज्ञ नायक रमेश जैन तिजारिया, पदम बिलाला, ओम प्रकाश काला, कमलेश जैन बावड़ी, शिखर जैन सारसोप द्वारा जयकारों के बीच गोद भराई की गई।

पूजा के दौरान सभी इन्द्र – इन्द्राणियों ने धूमधाम के साथ जिनेंद्र भगवान की आराधना की।
इससे पूर्व मंशापूर्ण भगवान महावीर के चित्र के समक्ष सौधर्म इन्द्र राहुल – सौम्या पाटनी, पदम बिलाला, प्रदीप जैन, विनोद जैन कोटखावदा कमल सरावगी, अनिल छाबड़ा एवं अन्य गणमान्य श्रेष्ठीजनों द्वारा दीप प्रज्वलन किया गया।
दोपहर की बेला में आचार्य सौरभ सागर महाराज के सान्निध्य में अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मोटिवेशनल स्पीकर एस.पी भारिल्ल के द्वारा सुंदर प्रस्तुति हुई।

अध्यक्ष आलोक जैन तिजारिया ने बताया कि मंगलवार को विधान पूजन के दौरान जयपुर, दिल्ली, यूपी सहित अनेकों स्थान से श्रद्धालुओं का आगमन हुआ, इस दौरान समाजसेवी एस एस अग्रवाल सहित सभी ने आचार्य श्री का आशीर्वाद प्राप्त किया। श्री सौरभमयी सिद्धचक्र प्रभावना समिति के पदाधिकारियों द्वारा सभी अतिथियों का सम्मान किया गया।

कार्यक्रम संयोजक अतुल मंगल लवली ने जानकारी देते हुए बताया कि सायंकालीन सत्र में शाम 6 बजे श्रीजी की एवं आचार्य सौरभ सागर महाराज की महामंगल आरती की गई। इसके पश्चात आचार्यश्री के सानिध्य में शंका समाधान और आनंद यात्रा का आयोजन किया गया जिसमें श्रद्धालुओं ने आचार्य श्री के पास अपनी शंकाएं रखी जिसका समाधान सौरभ सागर महाराज ने किया और आनंद यात्रा के दौरान आचार्य श्री ने उपस्थित श्रावकों और बच्चों से धार्मिक प्रश्न किए, सही जवाब देने वालों को समिति द्वारा पुरुस्कृत किया गया।

गौरवाध्यक्ष राजीव जैन गाजियाबाद के मुताबिक बुधवार को सुबह 6.30 बजे कलशाभिषेक और शांतिधारा होगी। प्रातः 7.30 बजे से विधान पूजन प्रारंभ होगा एवं प्रातः 8.30 बजे आचार्य सौरभ सागर महाराज के मंगल प्रवचन होगे। सायं कालीन सत्र में श्रीजी की मंगल आरती, गुरुदेव की आरती के बाद 6.30 बजे वास्तु शास्त्र पर व्याख्या का आयोजन होगा जिसमें वास्तुविद्ध डॉ राजेंद्र जैन संबोधित करेंगे।

-आचार्य सौरभ सागी महाराज का 53 वां अवतरण दिवस समारोह रविवार को

प्रचार संयोजक अभिषेक जैन बिट्टू ने बताया कि भट्टारक जी की नसियां में चल रहे 10 दिवसीय महोत्सव के दौरान रविवार 22 अक्टूबर को आचार्य सौरभ सागर महाराज का 53 वाँ अवतरण दिवस मनाया जायेगा। जिसमें देशभर से हजारों श्रद्धालुगण जयपुर पहुंचेंगे और गुरुदेव का अवतरण दिवस मनाएंगे। समिति द्वारा इस मौके पर निर्धन लोगों को भोजन करवाया जायेगा, गरीब बच्चों को वस्त्र भेंट किए जायेगे साथ ही विभिन्न कार्यक्रम किए जायेगे।