बीकानेर ,राष्ट्रसंत, डॉ. आचार्य प्रवर श्री दिव्यानंद सूरीश्वर महाराज साहब( ) शनिवार को भीनासर निराला जैन भवन से विहार करके जैन महात्मा सभा बीकानेर की विनती को स्वीकार करके गोगागेट के समीप श्री गौड़ी पार्श्वनाथ जैन मंदिर पहुँचे इस विहार में काफी युवा वर्ग गुरू भक्तों ने विहार सेवा करने का पुण्य लाभ प्राप्त किया।
श्री गौड़ी पार्श्वनाथ जैन मंदिर में प्रभु दर्शन वंदन, चैत्य वंदन एव॔ भक्तामर स्तोत्र पाठ का परायण किया।
मंदिर के विधि विधान पश्चात धार्मिक सभा का आयोजन भव्यातिभव्य रूप प्रारंभ किया गया।
जैन महात्मा सभा के अध्यक्ष शिव महातमा ने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा की भीनासर में 14 फरवरी को बसंत पंचमी पर संक्रांति समारोह पर विनती की आज गुरुदेव यहां पर पधारे सम्पूर्ण महात्मा समाज में शक्ति का संचार ऊर्जा संचारित होगी।
द्वारकादास पचीसिया ने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि भारत देश संतो की भूमि रही है उसमें भी बीकानेर शहर का संतो के लिए विशेष स्थान रहा है
निराले बाबा ने संबोधित करते हुए कि बीकानेर सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक, व्यापारिक, धार्मिक संस्कारों से रचा पचा शहर है सम्पूर्ण भारत देश ही नहीं पूरे विश्व में अपनी एक अलग पहचान रखता है निराले बाबा ने कहा कि मेरा परम सौभाग्य है कि मेरी ये जन्म स्थली बीकानेर है ।
दीपक बछावत ने भजन प्रस्तुत करके सबको मंत्र मुग्ध कर दिया।
इस अवसर पर महेश महात्मा, नवीन महात्मा, धर्म चंद कोचर, महावीर कोचर, गौरव बैद, विशाल नाहटा, दिनेश गोलछा, दीपक कोचर, अजित बैद, विमला देवी कोचर, सरस्वती कोचर, शारदा देवी कोचर, शर्मिला नाहटा, पूनम मिनी, प्रेम कुमार मिनी, पूनम देवी सिपाणी, मानसी सिपाणी, अनूप महात्मा, अजय महात्मा, रोहित महात्मा, आदि अनेकानेक भक्त गण मौजूद थे।