OmExpress News / Godhra / गुजरात में हाल ही में हुए पालिका और पंचायत चुनाव में BJP को रिकॉर्ड जीत मिली तो मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस की करारी हार हुई है। असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM और अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप पहली बार गुजरात निकाय चुनाव में उतरी थीं। दोनों ही पार्टियों के प्रदर्शन ने ध्यान खींचा लेकिन असली राजनीतिक खेल अब असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM ने किया है। गोधरा नगरपालिका में 7 सीटें जीतने वाली AIMIM ने 19 सीटें जीतने वाली BJP को विपक्ष में बैठाते हुए पालिका की सत्ता हासिल कर ली है। (AIMIM Snatches Godhra Municipality)
AIMIM ने जुटाए 17 निर्दलीय
गुजरात के स्थानीय निकाय चुनाव में 44 सदस्यों वाली गोधरा नगरपालिका में ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के सात पार्षद जीत कर आए हैं। उसने 17 निर्दलीय पार्षदों को अपने साथ जोड़ा और गोधरा नगरपालिका पर काबिज हो गई है। गोधरा नगरपालिका की की सत्ता पर काबिज होने के लिए 23 पार्षदों की जरूरत होती है। 19 सीटें जीतने वाली BJP को चार पार्षदों का समर्थन नहीं मिल सका। वहीं AIMIM ने 17 निर्दलीयों का समर्थन जुटा 24 पार्षदों कर लिए।
निर्दलीय पार्षद संजय सोनी बने पालिका अध्यक्ष
गोधरा नगरपालिका अध्यक्ष निर्दलीय पार्षद चुने गए संजय सोनी बने हैं। वहीं अकरम पटेल को उपाध्यक्ष बनाया गया है। AIMIM को मुसलमानों की पार्टी के तौर पर देखा जाता है लेकिन गोधरा में उसको समर्थन करने वाले 17 निर्दलीय नगरसेवकों में से 5 हिंदू हैं। गोधरा नगरपालिका को BJP से छीन लेने को AIMIM गुजरात के अध्यक्ष शबीर काबलिवाला ने पार्टी के लिए बड़ी जीत बताया है।
पहले चुनाव में ओवैसी के लिए ये बड़ी सफलता
गुजरात निकाय चुनाव में पहली बार उतरी AIMIM के लिए ये बड़ी सफलता है। गोधरा की 44 नगर पालिका सीटों में से एआईएमआईएम ने आठ सीटों पर चुनाव लड़ा था। इनमें से सात सीटों पर उसे जीत मिली है। हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने गुजरात में ना सिर्फ गोधरा बल्कि अहमदाबाद महानगर पालिका में भी नौ सीटें जीती हैं। वहीं मोडासा नगरपालिका में AIMIM का प्रदर्शन अच्छा रहा है। गुजरात में नगर पालिका चुनाव के लिए 28 फरवरी को मतदान हुआ था और दो मार्च को नतीजों का ऐलान किया गया था।