जल संरक्षण के महत्व के बीच भारतीय संस्कृति,एकता और भाईचारे का दिया संदेश
बीकानेर । जल,जंगल और जीव के संरक्षण से पर्यावरण को बचाया जा सकता है। जल ही जीवन है और अगला विश्व युद्ध अगर हुआ तो वह पेयजल के लिए होगा।
ये विचार रविवार को रिद्धि-सिद्धि भवन में आयोजित भारतीय सर्वधर्म संसद के सर्वधर्म -’जल संरक्षण एवं पर्यावरण सम्मेलन’में आए धर्म गुरूओं ने व्यक्त किए। वक्ताओं ने जल संरक्षण के महत्व के बीच भारतीय संस्कृति,एकता और भाईचारे का संदेश दिया। उन्होंने कश्मीर समस्या का भी जिक्र किया और कश्मीर नहीं,वहां के लोगों को बचाने की बात करनी चाहिए। वहां के वासिंदों के विकास के लिए क्या किया जाना चाहिए,इस ओर कार्य करना चाहिए। सभी धर्मगुरूओं ने जल संरक्षण व पर्यावरण का संकल्प लेने का संदेश दिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केन्द्रीय वित्त एवं कम्पनी मामलात राज्यमंत्राी अर्जुन राम मेघवाल ने अपना उद्बोधन कबीर दास जी के इस दौहे के साथ किया-’तरवर,सरवर,संतजन और चौथा बरसो मेह,परमार्थ के कारण चारों धाई देह’ । उन्होंने कहा कि कबीर दास जी ने सदियों पहले पर्यावरण का संदेश दे दिया था। उन्होंने प्रकृति,पर्यावरण को बचाने और जल संरक्षण के साथ ही भारतीयता का बचाने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि भारतीय सर्वधर्म संसद का ध्येय है कि पूरे भारत के लोग आराम से रहे,प्रकृति फले-फूले और पेड़,पर्यावरण व जल का संरक्षण हो।
उन्होंने कहा कि बीकानेर की धरती पर करीब 564 साल पहले बिश्नोई धर्म के गुरू जाम्भोजी का अवतरण हुआ। उन्होंने इस समाज के लिए 29 नियम बनाएं,जिसमंे मूल संदेश था-जिया और जीने दो’। जीव की रक्षा व पर्यावरण का संदेश दिया। उन्होंने भारतीय सर्वधर्म संसद का अगला सम्मेलन बीकानेर के मुकाम में करवाने पर जोर दिया और कहा कि इसमें शामिल होने के लिए केन्द्रीय पर्यावरण मंत्राी से आग्रह किया गया है। उन्होंने कहा कि मुकाम में पर्यावरण संरक्षण के लिए राष्ट्रीय केन्द्र खुलवाने का प्रयास किया जायेगा। इस केन्द्र के बनने से जाम्भो जी के जीवन को नजदीक से जानने का अवसर मिलेगा।
इस अवसर पर महर्षि भृगु पीठाधीश्वर गोस्वामी सुशील ने भारतीय सर्वधर्म संसद के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। मुसलीम धर्म गुरू (चीफ ईमाम ऑफ इण्डिया) डॉ.ईमाम उमर अहमद ईलयासी,सरदार परमजीत ंिसंह चंडोक,यहुदी धर्म गुरू रग्बी बिजिलकल आइजैक मालेकर,डॉ.भानू प्रताप शर्मा (कर्नाटक),मुकाम पीठाधीश्वर आचार्य स्वामी रामानन्द,इसाई धर्म गुरू जीजो पाल,दीपक गर्ग, राजस्थान पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्व विद्यालय के कुलपति डॉ.ए.के.गहलोत,महापौर नारायण चौपड़ा,बिहारी लाल बिश्नोई,देवेन्द्र बिश्नोई ने जल एवं पर्यावण संरक्षण के पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। संचालन डॉ.श्रेयाश जैन ने किया। कार्यक्रम संयोजक सोहन लाल बैद,गणेश गहलोत व मांगीलाल डूडी ने स्वागत किया।
इस अवसर पर नोखा प्रधान कन्हैयाल सियाग सहित गणमान्य लोग उपस्थित थे।
तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम व श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा द्वारा कैग पर सेमिनार आयोजित
कैग लागु होने पर देश की आर्थिक विकास दर दो अंको में होने का अनुमान है। सरकार इस बिल पर सर्वसहमति बनाने का प्रयत्न कर रही है। यह बात माननीय वित्त राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने आचार्य तुलसी शान्ति प्रतिष्ठान, तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम व श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा द्वारा आयोजित कैग पर सेमिनार में कही। उन्होंने तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम को कैग पर एक सुझावात्मक प्रस्तुति देने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने प्रधानमंत्री या भाजपा पर पहले कैग विरोधी होने के आरोप का खण्डन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री कैग की कुछ शर्तों में परिवर्तन की मांग कर रहे थे। जिनके हटाने पर आज लगभग सभी राज्य कैग का समर्थन कर रहें है। उन्होंने उपस्थित बुद्धिजीवियों से कैग पर सुझाव भी मांगे। उन्होंने बीकानेर के विकास के लिए सतत् प्रयत्नषील रहने का संकल्प भी दोहराया। समारोह के विषिष्ठ अतिथि महापौर नारायण चैपड़ा व उद्योगपति शिवरतन अग्रवाल थे।
समारोह के मुख्य वक्ता श्री संजय धारीवाल ने कैग पर विस्तार में प्रस्तुति दी व कैग पर व्याप्त भ्रम को दूर करने का प्रयास किया उन्होंने कैग की विभिन्न धाराओं पर अर्थपूर्ण स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि कैग को संपूर्णतया लागु होनें में बहुत समय लगेगा व अभी कैग को लगाने की दिषा में पहला कदम उठाया जा रहा है जो कि स्वागत योग्य है। समारोह की अध्यक्षता कर रहे तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री सलिल लोढ़ा ने संस्था के क्रिया कलापों के बारे में विस्तार से जानकारी दी व बुद्धिजीवियों से सामाजिक कार्यों से जुड़ने का आह्वान किया। उन्होंने कार्यक्रया कलापों के बारे में विस्तार से जानकारी दी व बुद्धिजीवियों से सामाजिक कार्यों से जुड़ने का आह्वान किया। उन्होंने कार्यक्रम का सफल आयोजन करने के लिए तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम बीकानेर के अध्यक्ष, एस.के.चैपड़ा, मंत्री ललित गुलगुलिया, आचार्य तुलसी शान्ति प्रतिष्ठान के कोषाध्यक्ष जतनलाल दूगड़, तेरापंथी सभा के सुरपत बोथरा, गंगाशहर सभा के अध्यक्ष पूनमचन्द तातेड़ आदि का अभिनन्दन किया। कार्यक्रम का सफल संचालन करते हुए जतनलाल दूगड़ ने कहा कि कैग लागु होने से कर प्रणाली में पारदर्षिता आएगी व कर चोरी रूकेगी। कार्यक्रम में माननीय वित्त राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल का सम्मान तेरापंथ सभा बीकानेर के अध्यक्ष सुरपत बोथरा, तेरापंथ सभा गंगाशहर के अध्यक्ष पूनमचन्द तातेड़, तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम के अध्यक्ष शुभकरण चैपड़ा ने पताका, आचार्य तुलसी स्मृति ग्रन्थ, साहित्य, स्मृति सिक्का भेंट कर किया। तेरापंथ युवक परिषद्, गंगाशहर आचार्य तुलसी शान्ति प्रतिष्ठान ने भी मेघवाल जी का सम्मान किया। ब्। संजय धारीवाल का सम्मान तेरापंथ सभा के कोषाध्यक्ष भैरूदान सेठिया, तेयुप अध्यक्ष मनीष बाफना, तेरापंथ प्रोफेशनल के कोषाध्यक्ष कौनिक सेठिया ने किया। कार्यक्रम में बीकानेर संभाग के अनेक गणमान्य, व्यापारी व प्रोफेशनल व्यक्ति उपस्थित थे। कार्यक्रम का कुषल संचालन जतनलाल दूगड़ ने किया।
केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्राी मेघवाल का अभिनन्दन
भीनासर के नवकार भवन में रविवार को केन्द्रीय वित्त एवं कम्पनी मामलात राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल का अभिनन्दन किया गया।
समारोह आयोजक प्रकाश पुगलिया ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। मुख्य अतिथि महापौर नारायण चौपड़ा ने की और समारोह की अध्यक्षता बसन्त नौलखा, विशिष्ट अतिथि में डॉ.सत्यप्रकाश आचार्य, जयचन्दलाल डागा, डा. नरेश गोयल, हीरालाल नौलखा, जयचन्दलाल दफ्तरी, अनवर अली निर्बाण, कोलकाता के शान्तिलाल जैन रहे।
केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्राी ने कहा कि मेरा बीकानेर के प्रति अब उत्तरदायित्व अधिक हो गया है। बीकानेर के विकास में किसी भी तरह की कमी नहीं आने दी जाएगी।
कार्यक्रम का संचालन रवि पुगलिया ने किया। कार्यक्रम में समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए डा. मनीष धानुका, डा. एल.सी. बैद, डा. गजेन्द्र वर्मा, पत्रकार रमजान मुगल, पत्राकार मुकेश पूनिया, पत्रकार भवानी जोशी, इन्द्रचन्द सेठिया, सिकन्दर अली, टीआई निकेत पारीक, रमेश व्यास, लक्ष्मण पारीक, एडवोकेट प्रमोद चौरडिया, सुश्री हिमानी मरोटी का भी सम्मान किया गया।