श्रीगंगानगर। (गोविन्द गोयल ) केंद्र सरकार के ओर से जम्मू-कश्मीर मेँ किए गए ऐतिहासिक बदलाव से राजनीतिक रूप से किसे फायदा होगा, नहीं होगा, ये समय बताएगा, किन्तु इसमें कोई शक नहीं कि इस बदलाव से जनता मेँ धारा 370, 35 ए की चर्चा खूब है। जनभावनाओं की बात करें तो अधिकांश इसे सरकार का शानदार और मजबूत कदम बता रहे हैं। जिन्होने अटल बिहारी वाजपेई के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार देखी है, उन लोगों का भी यही कहना है कि जो अटल बिहारी वाजपेई नहीं कर सके, वह नरेंद्र मोदी की सरकार ने कर दिखाया।

इस मुद्दे पर सरकार की वाह वाही करने वालों मेँ से कितने जम्मू कश्मीर गए, नहीं गए, कहना मुश्किल है। ये भी दावे नहीं किए जा सकते कि वे संवैधानिक भाषा का ज्ञान रखते हैं। इस बारे मेँ भी कोई जानकारी नहीं कि ऐसे नागरिक धारा 370 या 35ए के प्रावधानों को ठीक से समझते हैं या नहीं। इसके बावजूद हर तरफ चर्चा जम्मू कश्मीर से धारा 370 के हटने की है। पूरा दिन वैन चलाने वाला जब ये कहता है कि और तो कुछ पता नहीं, किन्तु मोदी जी ने कश्मीर वाला काम तो बढिय़ा कर दिया, इन शब्दों से उस व्यक्ति की भावनाओं को समझा जा सकता है।

भावना यही कि धारा 370 हटनी चाहिए थी। ऐसी भावना रखने वाला ये कोई इकलौता व्यक्ति नहीं है। सोशल मीडिया से इतर ऐसे अनेक व्यक्ति मिले, जिन्होने साफ दिल से नरेंद्र मोदी सरकार के इस कदम की सराहना की। उनकी किसी पार्टी पॉलिटिक्स मेँ रुचि दिखाई नहीं दी। ऐसे व्यक्तियों ने ना किसी पार्टी के प्रति कोई सहानुभूति, विरोध या पक्ष जाहिर किया। बस, धारा 370 हटने को बढिय़ा बताया। अनेकानेक स्कूली बच्चों ने इस रिपोर्टर के सामने धारा 370 हटने के पक्ष मेँ अपनी बातें रखीं। इतना ही नहीं धारा 370 के हटने से जम्मू-कश्मीर होने वाले परिवर्तन के बारे मेँ तर्क दिये। उनके तर्कों मेँ परिवक्ता चाहे नहीं थी, मगर उनकी भावना यही थी कि धारा 370 हट गई तो देश के लिए अच्छा ही हुआ। कलक्ट्रेट मेँ मिले एक 103 वर्षीय व्यक्ति ने भी धारा 370 हटने पर खुशी जताई।

पिछले तीन दिन मेँ जहां भी लोगों से मेल मुलाक़ात हुई, चर्चा का प्रमुख विषय धारा 370 का हटना ही था। विषय तो यह था ही, इसके साथ साथ अपवाद को छोडकर सभी ने सरकार के इस कदम की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। जन भावना से जुड़े इस मुद्दे पर चर्चा करने और अपनी राय प्रकट करने मेँ आज के दिन शायद ही कोई पीछे हो। धारा 370 के हटने पर सरकार की तारीफ कर अपनी भावना प्रकट करने वाले टीवी पर सुने और अखबारों मेँ पढे तर्क भी देते हैं। आज तीसरे दिन भी ना केवल मीडिया मेँ बल्कि आम जन मेँ भी चर्चा का विषय धारा 370 ही है।

Sawan Bhadwa Utsav - 2019

पॉलिटिक्स मेँ सक्रिय लोग पार्टियों के नफे नुकसान का जिक्र भी कर लेते हैं। कानून के जानकार इसे कानूनी दृष्टि से परिभाषित करते हैं। आम जन भावना के माध्यम से इसे प्रकट कर रहा है। पूरे देश मेँ ऐसा है या नहीं, कौन जाने, लेकिन इधर पिछले तीन दिनों से आम आदमी से खास तक, सभी की जुबां पर धारा 370 ही है।

garden city bikaner