वरिष्ठ कवि साहित्यकार भवानीषंकर व्यास विनोद का सम्मान
शब्दरंग साहित्य एवं कला संस्थान एवं सखा संगम द्वारा वरिष्ठ कवि साहित्यकार भवानीषंकर व्यास विनोद के 83 वें जन्मदिवस के अवसर पर पवनपुरी में ”साहित्य के सामाजिक सरोकार विषयक” चर्चा का आयोजन किया गया । कार्यक्रम में व्यास का माल्यार्पण एवं शॉल ओढाकर सम्मान किया गया ।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री संगीत भारती के निदेषक डा0 मुरारी शर्मा ने कहा कि साहित्य और संगीत का गहन संबंध है जो सामाजिक सरोकार से जुडे है । डा0 शर्मा ने कहा कि शब्द और स्वर के मिलन से आनन्द की अनुभूति होती है । डा0 शर्मा ने कहा कि व्यासजी का साहित्य के साथ संगीत से गहरा जुडाव है ।
कार्यक्रम के अध्यक्ष वरिष्ठ चित्रकार मुरली मनोहर के0 माथुर ने कहा कि व्यासजी ने शब्द और चित्र के रिष्ते को मजबूत किया है । सखा संगम के अध्यक्ष चन्द्रषेखर जोषी ने कहा कि व्यासजी के साहित्य में राजस्थान की सांस्कृतिक छटा देखने को मिलती है । फिल्मकार मंजूर अली चंदवानी ने कहा कि व्यासजी की रचनाएं सकारात्मकता और सामाजिक सरोकार से ओतप्रोत है । शब्दरंग के संयोजक लेखक अषफाक कादरी ने भवानीषंकरजी के साहित्यिक सांस्कृतिक अवदान पर प्रकाष डाला ।
कार्यक्रम में संस्कृतिकर्मी नागेष्वर जोषी, ऋ़षि कुमार अग्रवााल ने भी अपने विचार रखे । शब्दरंग के सचिव कवि कथाकार राजाराम स्वर्णकार ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि भवानीषंकर जी का कृतित्व और व्यक्तित्व प्रेरणादायक है । प्रेरणा प्रतिष्ठान के अध्यक्ष प्रेमनारायण व्यास ने धन्यवाद ज्ञापित किया ।
पंजाबी समाज ने किया प्रो. राजेश कुमार धुडिया का सम्मान
राष्ट्रीय पंजाबी महासंघ बीकानेर ईकाई की ओर से उदयपुर की नवानिया पशुचिकित्सा एवं विज्ञान महा विद्यालय , नवानिया मे नवनियुक्त अधिष्ठाता बीकानेर क्षैत्र के प्रो. राजेश कुमार धुडिया का सम्मान पंजाबी समाज के प्रदेश एडवाईजरी कमेटी के अध्यक्ष प्रेम प्रकाश खत्री बीकानेर की पंजाबी महासंघ के अध्यक्ष सतीश कुमार खत्री बीकानेर बीजेपी नेता अनिल कुमार पाहुजा कोषाध्यक्ष जगदीश मदान कार्यकारिणी सदस्य सुनील पाहुजा, नरेन्द्र खत्री,उमेश झांब, मुकुल झांब तथा धीरज सचदेवा उनके निवास पर फुलो का गुलदस्ता, स्मृति चिन्ह भेंट कर सममानित किया और उजवल भविष्य की कामना की
तेरापंथ भवन में ज्ञानशाला का आयोजन
जीवन में संस्कार का महत्त्व ज्यादा है। एक संस्कारी बालक आगे जाकर बहुत बड़ा कार्य कर सकता है। संस्कार के लिए आवश्यक है बच्चों को शुरू से अपने हित अहित की जानकारी देना चाहिए। ये कार्य करने के लिए सब से पहले बच्चों के परिवार वालों को ही सजग रहना चाहिए। ये विचार मुनि प्रबोधकुमारजी ने तेरापंथ भवन में रविवार को ज्ञानशाला के बच्चों के मध्य व्यक्त किये।
शासनश्री मुनिश्री मुनिव्रत जी ने कहा कि बच्चों को शुरू से ही धर्म के संस्कार देना चाहिए। अभी से जो संस्कार आ जाएंगे वह आगे जाकर वटवृक्ष का आकार ले सकता है। चार्तुमास का समय ऐसा होता है कि जिससे व्यक्ति को सहज रूप से धर्म करने का अवसर मिलता है। इस अवसर का लाभ सभी भाई-बहनों को उठाना चाहिए।
ज्ञानशाला का शुभारम्भ बच्चों के द्वारा प्रस्तुत ‘अर्हम्-अर्हम् की वंदना फले’ गीत के संगान द्वारा हुआ। इस अवसर पर रतन छलाणी, हनुमान डोसी, जेठमल नाहटा, सुनीता डोसी, रूचि छाजेड़, सुनीता पुगलिया, कुसुम पारख, मोहनी चौपड़ा, बुलबुल बुच्चा, कविता चौपड़ा, सरिता आंचलिया, जयश्री भूरा विशेष रूप से प्रशिक्षक की दृष्टि से उपस्थित थे। बच्चों को नमस्कार महामंत्र, जैन विद्या, प्रेक्षाध्यान तथा तत्व ज्ञान का प्रशिक्षण दिया गया।
स्नेहलता फाउण्डेशन ने किया जिला अस्पताल में वृक्षारोपण
स्नेहलता फाउण्डेशन कि तरफ से स्नेहलता व्यास की स्मृति में एस.डी.एम. जिला राजकीय चिकित्सालय परिसर मे रविवार दोपहर वृक्षारोपण किया गया। फाउण्डेशन के संरक्षक किशन कुमार व्यास ने कृषि मामलों के जानकार सुरेन्द्र सोलंकी के सानिध्य में नीम के उच्च किस्म वाले छः वृक्ष लगाए, वृक्षों के नियमित देखरेख कि जिम्मेदारी चिकित्सालय के कार्मिक विनय थानवी को सौंपी गयी जिसे थानवी ने सहर्ष स्वीकार किया।
उल्लेखनीय है कि फाउण्डेशन कि तरफ से जन सहयोग द्वारा मई माह से ओपीडी मरीजों के लिए शीतल जल की व्यवस्था निरंतर कि जा रही है साथ ही बेजुबान पक्षियों के लिए संस्था द्वारा लगाये गये पालसियों में भी रोजाना पानी भरा जा रहा है।