Bikaner News 29 January 2019

राष्ट्रपिता की शहीदी दिवस पर कुष्ठ रोग जागरूकता पर शुरू होगा “स्पर्श” अभियान

खून में आयरन की कमी और तम्बाकू सेवन को राजस्थान की सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं में मानते हुए राज्य सरकार द्वारा इसके खिलाफ अब तक का सब से बड़ा अभियान शुरू किया जा रहा है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की शहीदी दिवस पर कुष्ठ रोग जागरूकता के लिए “स्पर्श” अभियान तो प्रतिवर्ष मनाया ही जाता है लेकिन इस बार इसके साथ 2 बड़े अभियान चलाकर राज्य को अनीमिया व नशा मुक्त करने का बीड़ा स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से उठाया गया है। Bikaner Hindi News

जोधपुर के एसएन मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम में आयोज्य राज्यस्तरीय कार्यक्रम में अभियान का शुभारम्भ स्वयं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत करेंगे। जिला कलेक्टर कुमार पाल गौतम राजकीय लेडी एल्गिन स्कूल में आयोज्य जिला स्तरीय कार्यक्रम में बच्चों को एनीमिया मुक्त करने वाली आईएफए गोलियां खिलाकर व नशा मुक्ति की शपथ दिलाकर अभियान की शुरूआत करेंगे।

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मंगलवार को स्वास्थ्य भवन सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता में संयुक्त निदेशक डॉ. एच. एस. बराड़ ने जानकारी दी कि 30 जनवरी को सर्वोदय दिवस के दिन समस्त विद्यालयों, चिकित्सालयों, आँगनवाड़ी केन्द्रों, राजकीय कार्यालयों व संस्थानों में ठीक 11 बजे 2 मिनट का मौन रखा जाएगा, 11 बजकर 5 मिनट पर नशा छोड़ने “जीवन के लिए प्रतिज्ञा” ली जाएगी और फिर आयरन की गोली खिलाई जाएगी।

सीएमएचओ डॉ. बी. एल. मीणा ने बताया कि एक और तम्बाकू कैंसर, स्ट्रोक, टीबी, उच्च रक्तचाप, हृदयघात जैसी बीमारियों के पीछे बड़े कारण के रूप में उभर रहा है वहीँ राजस्थान की आधी से ज्यादा आबादी एनीमिया ग्रस्त होने के कारण मातृ मृत्यु व शिशु मृत्यु दर पर लगाम मुश्किल हो रही है इसलिए ये दोनों अभियान रोगमुक्त राजस्थान की ओर बड़े कदम साबित होंगे। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन की मोनिटरिंग में चलने वाले इन अभियानों में शिक्षा विभाग, पुलिस विभाग और आईसीडीएस सहित अन्य विभागों का भी अहम योगदान व सहयोग रहेगा।

स्वास्थ्य विभाग 6 माह से 19 वर्ष तक के बच्चों को नीली, गुलाबी गोली व सीरप के माध्यम से एनीमिया मुक्त राजस्थान बनाएगा। आईएफए नीली गोली की सप्लाई राजकीय विद्यालयों में 10 से 19 वर्ष यानी कक्षा छह से 12वीं तक के सभी किशोर व किशोरियों को एवं विद्यालय नहीं जाने वाली 10 से 19 वर्ष की किशोरी बालिकाओं के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों में सप्लाई होगी। Bikaner Hindi News

आईएफए गुलाबी गोली की राजकीय विद्यालय के एक से पांचवीं कक्षा सभी बालक-बालिकाओं (पांच से नौ वर्ष) को दी जाएगी। वहीं आयरन सिरप छह माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों में दी जाएगी। इसके साथ ही 15 से 49 वर्ष तक की गर्भवती महिलाओं और सभी धात्री महिलाओं को एनीमिया मुक्त राजस्थान अभियान से लाभान्वित किया जाएगा।

नशा मुक्ति अभियान के तहत सभी विभागीय कार्यालयों, स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, आंगनबाड़ी केंद्रों, पुलिस थानों, पंचायती राज संस्थानों आदि को तंबाकू मुक्त एवं नशा मुक्त क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाएगा। सभी शिक्षण संस्थाओं के विद्यार्थियों को नशा मुक्ति के लिए प्रेरित किया जाएगा। इन संस्थाओं के 100 गज के दायरे में नशीले पदार्थों के प्रतिबंध की पालना अतिआवश्यक रूप से सुनिश्चित की जाएगी।

रात आठ बजे के बाद शराब बिक्री प्रतिबंध की पालना सुनिश्चित की जाएगी और बियर बार आदि को तंबाकू मुक्त किया जाएगा। इस संबंध में पुलिस विभाग की अहम भूमिका रहेगी और जहां भी इस संबंध में शिकायत मिलेगी संबंधित के खिलाफ कार्रवाई होगी।

प्रेस वार्ता में सहायक निदेशक जन संपर्क विकास हर्ष, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक सुनील बोड़ा, आरसीएचओ डॉ. रमेश गुप्ता, डिप्टी सीएमएचओ डॉ. इंदिरा प्रभाकर, डॉ. योगेन्द्र तनेजा, डॉ. अनिल वर्मा, जिला आई.ई.सी. समन्वयक मालकोश आचार्य व जिला फ्लोरोसिस समन्वयक महेंद्र जयसवाल सहित प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से संवाददाता उपस्थित रहे।

सार्वजनिक स्थान पर धूम्रपान पड़ सकता है महंगा

तम्बाकू छोड़ने के लिए प्रेरित तो किया ही जाएगा साथ में कोटपा एक्ट 2003 की शत प्रतिशत पालना सुनिश्चित करने व आमजन को तम्बाकू व धूम्रपान के खतरनाक प्रभावों से अवगत करवाने पूरे जिले में चालानिंग अभियान भी चलाया जाएगा।

सीएमएचओ डॉ. मीणा ने बताया कि कोटपा एक्ट की धारा 4 के तहत सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करना गैर कानूनी है साथ ही जिला कलेक्टर के निर्देशानुसार समस्त सार्वजनिक परिसरों के प्रबंधकों-मालिकों को इस आशय का एक साइनेज भी लगाना अनिवार्य है। नियमों के उल्लंघन पर 200 रूपए तक का चालान काटकर दण्डित किया जाएगा। इसी प्रकार समस्त सरकारी गैर-सरकारी शिक्षण संस्थानों व कार्यालयों के 100 गज के दायरे में तम्बाकू उत्पाद बेचने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के निर्देश जारी किये गए हैं।

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सरजूदास महाराज बने अखिल भारतीय संत समिति के प्रदेशाध्यक्ष – Bikaner Hindi News

प्रयोगराज अर्धमहाकुम्भ में बीकानेर के रामझरोखा कैलाश धाम के महंत सरजूदास महाराज को अखिल भारतीय संत समिति का प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
मंगलवार को श्रीजगदगुरु हंसदेवाचार्याजी के शिविर में अखिल भारतीय संत समिति की राष्ट्रीय बैठक आयोजित की गई। राष्ट्रीय अध्यक्ष अविचलदासजी ने संत समिति के सदस्यों के सान्निध्य में बीकानेर के अखिल भारतीय महामंडलेश्वर सरजूदास महात्यागी को राजस्थान प्रदेश का अध्यक्ष नियुक्त किया।

मंच पर उपस्थित जगदगुरु रामानुजाचार्य वासुदेवाचार्य विद्याभास्कर महाराज, जगदगुरु शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती महाराज, राजस्थान के प्रदेश उपाध्यक्ष रामस्वरूपदास महाराज, संगठन मंत्री रामकिशनदास, प्रदेश महामंत्री दीपक पुरी एवं राधे बाबा व अन्य सभी सम्प्रदाय के महापुरुष उपस्थित रहे। Bikaner Hindi News

प्रदेशाध्यक्ष बनने पर अभिनन्दन

बीकानेर के रामझरोखा कैलाशधाम के महंत सरजूदास महाराज को प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त किए जाने पर स्वामी पद्मप्रियाचार्य प्रियम, भगवानदास त्यागी, वासुदेवदास त्यागी ने महाराजश्री का स्वागत व अभिनन्दन किया। भगवानदास त्यागी महाराज ने बताया कि महामंत्री दीपक पुरी मण्डल भीलवाड़ा को चुना गया है तथा शीघ्र ही प्रदेश कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा। सरजूदास महाराज का सभी संतों ने माला से स्वागत किया तथा महात्यागी खेमे में और ज़ूना अखाड़े के सभी संत समुदाय ने बधाइयां प्रेषित की।

ऋण के लिए साक्षात्कार 30 जनवरी से 1 फरवरी तक

राजस्थान अनुसूचित जाति, जनजाति वित्त एवं विकास सहकारी निगम लिमिटेड द्वारा अनुसूचित जाति वर्ग के व्यक्तियों को स्वरोजगार के लिए विभिन्न योजनाओं में ऋण के लिए साक्षात्कार 30 जनवरी से 1 फरवरी तक आयोजित किए जाएंगे। अनुजा निगम के परियोजना प्रबंधक ने बताया कि अभ्यर्थियों के साक्षात्कार 30, 30 तथा 1 फरवरी को दो चरणों में लिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि साक्षात्कार दो चरणों में होंगे। प्रातः 10 से दोपहर 1 बजे तक एवं दोपहर 2 से 6 बजे तक अनुसूचित जाति वर्ग के साक्षात्कार लिए जाएंगे। अधिक जानकारी निगम कार्यालय से प्राप्त की जा सकती है। अभ्यर्थियों को दूरभाष द्वारा सूचित किया जा चुका है।

अमृता हाट का आयोजन 3 फरवरी से

स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण एवं विपणन कौशल को बढ़ावा देने के लिए 3 से 9 फरवरी तक जयनारायण व्यास कॉलोनी स्थित ग्रामीण हाट में संभाग स्तरीय अमृता हाट का आयोजन किया जाएगा। अमृता हाट में प्रदेश भर से महिला सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों की बिक्री की जाएगी।

एक दिवसीय राष्ट्रीय सिम्पोजियम बुधवार को – Bikaner Hindi News

shyam_jewellersमहाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के मदन मोहन मालवीय मूल्य शिक्षा केन्द्र के तत्वावधान में “भूमण्डलीकरण एवं गाँधीवादी दर्शन” पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सिम्पोजियम का आयोजन किया जायेगा। राष्ट्रीय परिचर्चा विश्वविद्यालय के सोनक भवन (कुलपति सचिवालय) में स्थित विद्या परिषद सभागार में बुधवार को 10.30 बजे से आयोजित होगी। राष्ट्रीय परिचर्चा का उद्घाटन स्वामी संवित सोमगिरी करेंगे। Bikaner Hindi News

संगोष्ठी में वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. नरेश दाद्यीच, राजस्थान विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान के प्रो. बी.एम. जैन, राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर की गाँधी केन्द्र की पूर्व निदेशक प्रो. विद्या जैन, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के प्रो. संजीव शर्मा, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के रिटायर्ड प्रो. बी.एल. भादानी, जैन विश्व भारती विश्वविद्यालय, लाडनू के प्रो. अनिल धर मुख्य वक्ता के रूप में शिरकत करेंगे।

सिम्पोजियम के अध्यक्ष एवम् विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. भगीरथ सिंह ने कहा कि भूमण्डलीकरण के दौर में युवाओं में नैतिक मूल्यों का निरन्तर हृास हुआ है। विश्वविद्यालय के मूल्य शिक्षा केन्द्र द्वारा आयोजित सिम्पोजियम युवाओं में गिरते नैतिक स्तर को रोकने में मददगार साबित होगा। सिम्पोजियम के निदेशक प्रो. एस. के. अग्रवाल ने विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि सिम्पोजियम में मुख्य वक्ताओं के भाषण, तकनीकी सत्र के अतिरिक्त अन्त में एक खुले सत्र् का आयोजन किया जायेगा। खुले सत्र में चर्चा उपरान्त एक प्रस्ताव पारित किया जायेगा कि गाँधीवादी दर्शन को किस तरह से सरकार नीतियों का हिस्सा बनाया जा सकता है।

सिम्पोजियम में प्रतिभागियों की संख्या अधिक होने के कारण समानान्तर सत्र का आयोजन किया जायेगा। सिम्पोजियम की सचिव डॉ. सीमा शर्मा ने बताया कि सिम्पोजियम में भागीदारी हेतु मुख्य वक्ताओं के अतिरिक्त करीब 90 पत्र वाचन हेतु सारांश प्राप्त हुए है। इनमें से विशेषज्ञ समिति द्वारा अनुमोदित श्रेष्ठत्तम 55 पत्र वाचकों को भागीदारी हेतु आमंत्रित किया गया है।

जिला स्तरीय प्रदर्शनी एवं किसान मेले में एनआरसीसी को मिला सम्मान

भाकृअनुप-राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र, बीकानेर को भाकृअनुप-केन्द्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान,कृषि विज्ञान केन्द्र, जोधपुर में आयोजित जिला जिला स्तरीय प्रदर्शनी एवं किसान मेले में उष्ट्र संबंधी अनुसंधान की विकसित प्रौद्योगिकियों के आधार पर सम्मान किया गया। काजरी, जोधपुर एवं आत्मा परियोजना, जोधपुर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस मेले में केन्द्र ने द्वितीय स्थान अर्जित किया।

केन्द्र को यह उत्कृष्ट सम्मान मिलने पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए निदेशक डॉ.आर.के.सावल ने कहा कि काजरी एवं आत्मा परियोजना द्वारा आयोजित इस एक दिवसीय मेले का उद्देश्य समन्वित रूप से कृषि की उन्नत तकनीकी किसानों तक पहुंचाना था। केन्द्र द्वारा इस मेले में ऊँट प्रजाति के विकास एवं संरक्षण हेतु विकसित प्रौद्योगिकी एवं उष्ट्र दूध उत्पादों की अधिकाधिक जानकारी संबंधी प्रचार-प्रसार सामग्री प्रदर्शित की गई ताकि मानव स्वास्थ्य लाभ लेने हेतु आमजन, ऊँटनी के दूध के महत्व को जान सके। केन्द्र निदेशक डॉ.आर.के.सावल के नेतृत्व में डॉ.मतीन अंसानी, वैज्ञानिक एवं एनआरसीसी टीम द्वारा इस अवसर पर स्टॉल के माध्यम से किसानों एवं आमजन तक आकर्षक रूप में सामग्री प्रदर्शित की गई तथा मेले में आने वाले किसानों एवं ऊँट पालकों की इसमें गहरी रूचि देखी गई।

सीमावर्ती गांवों के विद्यार्थी जुडेंगे कंप्यूटर शिक्षा से : जिला कलक्टर

जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्र में स्थित स्कूलों को आईसीटी लैब से जोड़कर सुदूर गांव में रहने वाले छात्र-छात्राओं को कंप्यूटर शिक्षा से जोड़ा जाएगा। इसके लिए सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत आवश्यक धनराशि उपलब्ध करवाई जाएगी।

गौतम मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में सीमांत क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत वित्तीय वर्ष 2019-20 के तहत प्रस्तावित योजना एवं स्मार्ट विलेज ग्राम विकास योजना की अनुमोदन जिला स्तरीय कमेटी की बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत-पाक की अंतर्राष्ट्रीय सीमा से सटे गांव में रहने वाले छात्र-छात्राओं को भी जिला मुख्यालय पर स्थित स्कूलों के समान कंप्यूटर शिक्षा मिले इसके लिए इन क्षेत्रों में स्थित स्कूलों के चिन्ह्ीकरण कर इन स्कूलों में कंप्यूटर लैब की स्थापना की जाए।

इस कार्य में डीएवीपी से 25 प्रतिशत राशि कंप्यूटर तथा अन्य सुविधाओं को विकसित करने के लिए दी जाएगी तथा शेष राशि शिक्षा विभाग वहन करेगा। उन्होंने कहा कि सीमा क्षेत्र में रह रहे ऐसे बच्चे जो राजकीय विद्यालय में पढ़ रहे हैं और कंप्यूटर में रुचि रखते हो, उन्हें यह सुविधा मिल जाने से स्थानीय लोगों को फायदा होगा।
जिला कलक्टर ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में भी चिकित्सा सुविधा में और गुणात्मक सुधार लाने के लिए भी डीएवीपी से आवश्यक धनराशि उपलब्ध करवाई जाएगी।

उन्होंने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थित चिकित्सालय में आधारभूत सुविधाएं तथा उपकरणों की जरूरत है, ऐसी सुविधाओं का विस्तार इस योजना के माध्यम से किया जाएगा। विशेषकर प्रसूति कार्य के लिए लेबर रूम बनाया जाए, साथ ही अगर लेबर रूम में और उपकरणों की जरूरत हो तो मांग के अनुसार समस्त उपकरण उपलब्ध करवाए जाए। उन्होंने कहा कि कार्यों का निर्धारण करते समय स्थानीय जरूरतों का विशेष ध्यान रखा जाए, साथ ही कार्यों की स्वीकृति से पूर्व स्थानीय लोगों से इस सम्बन्ध में बातचीत करने के बाद ही निर्णय लें।

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सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत जो कार्य स्वीकृत किए जाते हैं, उनमें इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि जिस विभाग से संबंधित कार्य हैं, कार्यकारी एजेंसी उसी विभाग को बनाया जाए। पंचायत द्वारा कार्य करवाने से तकनीकी रूप से कुछ खामी रहने की संभावना रहती है, क्योंकि पंचायत के पास तकनीकी अधिकारी नहीं होते हैं। उन्होंने सभी अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि पीडीपी के तहत होने वाले कार्यों में भारत सरकार द्वारा जारी नियमों की पालना सुनिश्चित की जाए तथा सभी कार्य निश्चित समय सीमा में पूर्ण गुणवत्तापरक भी हो।

बैठक में खाजूवाला विधायक गोविंद राम मेघवाल ने कहा कि बी ए डी पी के माध्यम से जो सड़क निर्माण के कार्य प्रस्तावित हैं, उन्हें शीघ्र प्रारंभ किया जाए। साथ ही बीएसएफ के जो कार्य प्राप्त हुए हैं, उनकी स्वीकृति भी शीघ्र प्रारंभ की जाए। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्र में जो सरकारी विद्यालय हैं वहां शौचालयों का निर्माण करवाया जाए तथा जिन स्कूलों में शौचालय टूट-फूट की स्थिति में है उनकी मरम्मत का कार्य भी शीघ्र करवाया जाए।

बैठक में खाजूवाला प्रधान सरिता चैहान ने कहा कि खाजूवाला क्षेत्र के जो गांव 10 किलोमीटर की परिधि में आ रहे हैं उनमें प्राथमिकता के आधार पर काम प्रारंभ किए जाएं। विशेषकर विद्युत से संबंधित जो कार्य हो सकते हैं उनको प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र शुरू किए जाएं। बैठक में भारत सरकार द्वारा आवंटित किए गए लक्ष्य के मुताबिक कार्यों के विभाजन पर विस्तृत चर्चा की गई। बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सहित पानी, बिजली, सार्वजनिक निर्माण विभाग, सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे

जिला कलक्टर ने किया सेटेलाईट अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण

जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने सोमवार देर रात स्थानीय सेटेलाइट अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण किया और संपूर्ण व्यवस्थाओं को देखा ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक से अस्पताल के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त की। चिकित्सक ने बताया कि वर्तमान में अस्पताल में 40 चिकित्सक कार्यरत हैं तथा रोगियों को जरूरत के मुताबिक भर्ती करने की सुविधा भी है।

जिला कलेक्टर ने महिला वार्ड में भर्ती रोगियों से भी बातचीत की इस दौरान अस्पताल में गंदगी पर नाराजगी जताई। निरीक्षण के दौरान अस्पताल में घूमते कुत्तों को देखा तो जिला कलेक्टर ने अफसोस जाहिर किया कि संभाग मुख्यालय पर स्थित इस अस्पताल की यह दुर्दशा सब के लिए शर्मनाक है। अस्पताल परिसर में प्रथम मंजिल पर स्थित वार्ड में एक भी मरीज नहीं था। जिला कलक्टर ने चिकित्सक ने पूछा कि मरीजों को भर्ती करने की व्यवस्था है या नहीं तो चिकित्सक ने बताया कि व्यवस्था तो है मगर मरीज नहीं हैं। जबकि इससे पहले जिला कलेक्टर ने जैसे ही अस्पताल में प्रवेश किया तो प्रहलाद अपनी पत्नी और अपने बच्चे को लेकर बाहर जा रहा था।

उसने बताया कि बच्चे की तबीयत ज्यादा खराब होने के कारण इसे पीबीएम अस्पताल रेफर कर दिया गया है। ड्यूटी पर तैनात विजयपाल भी शिशु रोग विशेषज्ञ हैं। जिला कलेक्टर ने वापस अस्पताल से बाहर आकर एंबुलेंस में उन्हें पीबीएम तक भेजा। बच्चे को रेफर करने के बारे में मौके पर उपस्थित चिकित्सक कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सका।

जिला कलक्टर जब अस्पताल में पहुंचे तो मुख्य द्वार पर 10 से 12 लोग खड़े थे और वहां चार-पांच मोटरसाइकिल खड़ी थी। जैसे ही जिला कलक्टर ने पूछा कि आप लोग यहां क्यों खड़े हैं तो उन्होंने बताया कि हमारे रिश्तेदार अस्पताल में भर्ती है। निरीक्षण करके बाहर लौटे तो तब तक उन्हें पता चल गया था कि उनसे बात करने वाला व्यक्ति बीकानेर के जिला कलक्टर हैं और जब उनसे पूछा कि आप ने कहा हमारे रिश्तेदार भर्ती है पर अस्पताल में तो कोई रोगी भर्ती है ही नहीं, इतना सुनते ही सभी लोग वहां से अपनी अपनी मोटरसाइकिल लेकर रवाना हो गए। जिला कलेक्टर ने चिकित्सक से पूछा कि यह क्या कर रहे थे और क्यों खड़े थे इस बात का भी कोई जवाब चिकित्सक के पास नहीं था।

एक माह में रेफर रोगियों की देनी होगी रिपोर्ट

जिला कलेक्टर ने बताया कि स्थानीय अस्पताल द्वारा पिछले एक माह में जितने रोगियों को पीबीएम अस्पताल के लिए अथवा किसी अन्य अस्पताल के लिए रेफर किया है उन सभी प्रकरणों की जांच वरिष्ठ चिकित्सकों के माध्यम से करवाई जाएगी कि किन कारणों से इन्हें रेफर किया गया। रेफर करने के पीछे सुविधाओं का अभाव था अथवा किसी जांच आदि के लिए रेफर किया गया है अगर कोई महत्वपूर्ण बात अथवा बीमारी ना होने के बावजूद भी उन्हें रेफर किया गया है तो संबंधित चिकित्सक से इसके बारे में स्पष्टीकरण मांगा जाएगा तथा संपूर्ण प्रकरण को राज्य सरकार को प्रेषित कर जिला अस्पताल द्वारा किए गए कार्यों के बारे में अवगत करवाया जाएगा

जिला कलक्टर ने किया नगर विकास न्यास कार्यालय का आकस्मिक निरीक्षण

जिला कलक्टर एवं नगर विकास न्यास अध्यक्ष कुमार पाल गौतम ने मंगलवार सुबह 10 बजे न्यास कार्यालय का औचक निरीक्षण किया तथा उपस्थिति पंजिका की जांच की। जांच के दौरान पाया की एक दर्जन से अधिक अधिकारी-कर्मचारी कार्यालय में उपस्थिति नहीं हंै, उन्होंने सभी के विरुद्ध कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

न्यास अध्यक्ष जब नगर विकास न्यास कार्यालय पहुंचे तो अधिशाषी अभियंता भवरू खां व गोपी गोदारा तथा तहसीलदार भैराराम, एचएलए अजीत कुमार मराठी तथा कार्यालय अधीक्षक भैरू रतन किराड़ू बिना किसी सूचना के अनुपस्थित थे। जिला कलेक्टर ने कहा कि सभी से स्पष्टीकरण मांग कर इन के विरुद्ध राजकीय सेवा नियमों के तहत कार्रवाई अमल में लाई जाए।

गौतम ने कहा कि पब्लिक पार्क में सार्वजनिक प्रकाश व्यवस्था के तहत जो लाइट नगर विकास न्यास द्वारा लगाई जा रही है उसकी गुणवत्ता तथा अन्य जानकारी बताई जाए। लाइटें लगाते समय इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि वे उच्च गुणवत्ता युक्त तथा बिजली का बिल कम आता हो ऐसी अत्याधुनिक तरह की लाइटें लगाई जाएं

सड़क का नवीनीकरण अति शीघ्र करवाये : सियाग

भारतीय युवा कांग्रेस के लोकसभा उपाध्यक्ष तोलाराम सियाग के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल अतिरिक्त अधिशासी अभियंता सार्वजनिक निर्माण विभाग बीकानेर से मिला और उन्हें अवगत करवाया बीकानेर महानगर की मुख्य मार्ग पूगल फांटे से सब्जी मंडी तक सड़क क्षतिग्रस्त होने के कारण आए दिन कोई न कोई घटना घटित होती है

अति व्यस्त मार्ग होने के कारण लाखों राहगीरों को विभाग की लापरवाही के चलते घटनाओं का शिकार होना पड़ता है कई बार लिखित व मौखिक सूचना के बावजूद अधिकारियों के उदासीन रवैये के चलते इस सड़क का नवीनीकरण नहीं करवाया गया इस सड़क का अतिशीघ्र नवीनीकरण का कार्य शुरू करवाया जाए अन्यथा विभागीय लापरवाही के चलते कोई बड़ी अनहोनी घटित हो सकती है सियाग ने कहा कि अगर 15 दिन में नवीनीकरण का कार्य शुरू नहीं हुआ तो युवा कांग्रेस स्थानीय निवासियों के साथ मिलकर बड़ा आंदोलन करेगी !

इस दौरान यूथ कांग्रेस के लोकसभा महासचिव वसीम फिरोज अब्बासी सुनील सारस्वत कानाराम सारण मोहम्मद आदिल गोरी नवीन गोदारा आदि ज्ञापन देने में शामिल हुए !

उच्च न्यायालय की मुख्य पीठ की डिविजन बेच के समक्ष एक रिट याचिका दायर

बीकानेर जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष द्वारका प्रसाद पच्चीसिया ने बताया की मंगलवार को जोधपुर में माननीय राजस्थान उच्च न्यायालय की मुख्य पीठ की डिविजन बेच के समक्ष एक रिट याचिका की गई| याचिका में जिला उद्योग संघ के सदस्य लखानी मेटल एंड कास्टिंग्स प्रा.लि ने केन्द्रीय जीएसटी अधिनियम 2017 और राजस्थान जीएसटी अधिनियम 2017 की धारा 54 की उप धारा 3 के उपबंध 3 के खंड (2) के तहत प्रदान की गई केंद्र और राज्य सरकार की असंवेधानिक ,विवेकाधीन और विवेकाधीन शक्ति की संवेधानिक वैधता को चौनोती दी है|

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जिसके प्रभाव से बिना किसी कारण के किसी भी कंपनी को इनपुट क्रेडिट के रिफंड से वंचित किया जा रहा है वर्तमान मामले में’केंद्र सरकार द्वारा जारी अधिसूचना दिनांक 28.06.2017 तथा राज्य सरकार द्वारा जारी अधिसूचना दिनांक 29.06.2017 के आधार पर भारतीय रेलवे को रेलवे पार्ट्स की आपूर्ति करने वाले उद्योग को अप्रयुक्त इनपुट कर क्रेडिट की वापसी से इनकार कर दिया गया है |

उक्त लगाए गए प्रावधान से माननीय श्री न्यायमूर्ति संगीत लोढा और माननीय श्री न्यायमूर्ति दिनेश मेहता की खंड पीठ के समक्ष प्रस्तुत कंपनी की और से अधिवक्ता श्री रमेश मेहता और श्री सौरभ महेश्वरी ने कहा की जीएसटी अधिनियम की धारा 49(6) कर,ब्याज,शुल्क और दंड के समायोजन के बाद इनपुट टेक्स क्रेडिट की वापसी प्राप्त करने के लिय वैधानिक अधिकार प्रदान करता है |

लेकिन इस तरह की अनियंत्रित और असिमित शक्ति का उपयोग करके जीएसटी अधिनियम 2017 की धारा 54 की उपधारा (3) के लिय अंतिम प्रावधान अथार्त खंड(2) जी की रिट याचिका में चुनोती के अधीन है,केंद्र और राज्य द्वारा जारी किए गए अधिसूचना में बिना किसी न्यायिक परिक्षण के कारण इनपुट टेक्स क्रेडिट के अधिक रिफंड से इनकार किया गया है|

आगे यह भी प्रस्तुत किया गया की चुनोती के प्रावधान में केन्द्र और राज्य सरकार को ऐसी शक्तिया प्रदान की गई,जो भारत के सविधान के अनुच्छेद 14,19,21,और 300 ए के तहत निहित मौलिक अधिकारों का स्पष्ट उल्लघन है | इसके अलावा इनपुट टेक्स क्रेडिट का ऐसा रिफंड जीएसटी से पूर्व अर्थात राजस्थान वैट अधिनियम और केन्द्रीय उत्पाद शुल्क अधिनियम में इस के प्रावधान के बिना स्पष्ट रूप से उपलब्ध था,यह 1.7.2017 से जीएसटी लागू होने के बाद ही ऐसा प्रावधान लागू किया गया है

जिससे सरकार बिना किसी कारण या आधार के इनपुट टेक्स क्रेडिट का रिफंड देना इनकार कर सकती है इससे पूर्व जीएसटी एक्ट के प्रावधान से आने वाली शक्ति के तहत केंद्र सरकार ने नोटीफिकेशन दिनांक 28.06.2017 में यह कहा है की टेक्सटाईल/कपड़े और रेलवे उत्पादों जैसे माल को इनपुट टेक्स क्रेडिट की वापसी नहीं दी जाएगी|

तत्पश्चात टेक्सटाइल और कपडे से सबंधित उद्योग से देश भार में आन्दोलन हुआ तब केंद्र सरकार ने फिर से अधिसूचना में संशोधन किया और कहा की टेक्सटाइल एंड फेब्रिक इण्डस्ट्री को इनपुट टेक्स क्रेडिट का रिफंड मिलेगा,लेकिन बिना किसी कारण के रेलवे पार्ट्स से संबधित इंडस्ट्री को रिफंड नही दिया गया | अत: केंद्र सरकार द्वारा जीएसटी के प्रावधान से आने वाली शक्ति का उपयोग बिना किसी नियंत्रण या जाँच के किया जा रहा है |

रिट याचिका में याचिकाकर्ता कंपनी ने जीएसटी अधिनियम के ऐसे असवेधानिक प्रावधान को ख़त्म करने के लिए प्राथना की क्योंकि ऐसी शक्ति एक जंगली घोड़े की तरह है जो पुरे खेत को बर्बाद कर रही है| जस्टिस लोढा और जस्टिस मेहता की डिविजन बेच ने श्री रमित मेहता और श्री सौरभ माहेश्वरी प्रस्तुतीकरण को प्रयाप्त और महत्वपूर्ण मुद्दा माना जिसमे केन्द्रीय सरकार राज्य सरकार तथा जीएसटी काउंसिल को नोटिस जारी किए गए है और उनसे सप्ताह में जवाब माँगा है |

कृषि अनुसंधान केन्द्र में उद्यानिकी सेमिनार शुरू

राष्ट्रीय कृषि विकास परियोजना के तहत बीछवाल स्थित कृषि अनुसंधान केन्द्र में दो दिवसीय उद्यानिकी सेमिनार मंगलवार को शुरू हुआ। सहायक निदेशक उद्यानिकी कार्यालय द्वारा आयोजित सेमिनार के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए अनुसंधान केन्द्र के क्षेत्रीय निदेशक डाॅ. पी. एस. शेखावत ने फसल विविधीकरण व जल के समुचित उपयोग के बारे में बताया। उन्होंने सब्जियों एवं फलों के जैविक उत्पादन सहित उन्नत पोषण के बारे में जानकारी दी।

उपनिदेशक कृषि (विस्तार) डाॅ. उदयभान ने कहा कि परम्परागत फसलों के साथ उद्यानिकी फसलों का उत्पादन भी लिया जाएगा। इससे किसानों को अधिक लाभ होगा। सहायक निदेशक उद्यान डाॅ. जयदीप दोगने ने सेमिनार के बारे में बताया तथा विभागीय योजनाओं एवं अनुदान के बारे में जानकारी दी।  Bikaner Hindi News

इस दौरान डाॅ. सुशील वर्मा ने नींबू वर्गीय फलों की उन्नत उत्पादन तकनीकी, इंजीनियर ए. के. सिंह द्वारा पाॅली हाउस, शेड नेट और लो टलन विधि से सघन बागवानी फसलों के उत्पाद के बारे में बताया। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. चित्रा हेनरी ने किया। इस दौरान कृषि अधिकारी मोहनलाल, सोमेश तंवर, पवनदान चारण, रविकुमार, रघुवर दयाल, रमजान अली, रेणू वर्मा आदि मौजूद रहे।

एसकेआरएयूः काॅलेजों की कार्यशाला में विशेषज्ञों ने दिए व्याख्यान

स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के संगठक एवं सम्बद्ध काॅलेजों की तीन दिवसीय कार्यशाला के दूसरे दिन मंगलवार को विभिन्न विषय विशेषज्ञों ने मार्गदर्शन दिया।

कार्यशाला प्रभारी तथा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डाॅ. आई. पी. सिंह ने बताया कि मंगलवार को श्री कर्ण नरेन्द्र कृषि विश्वविद्यालय, जोबनेर के परीक्षा नियंत्रक डाॅ. एस. मुखर्जी ने एनरोलमेंट एवं रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया के बारे में बताया। एनएसडीएल के यशवंत गुप्ता ने नेशनल एकेडमिक डिपोजिटरीज के बारे में जानकारी दी। तीसरे सत्र में डाॅ. नरेन्द्र पारीक ने परीक्षा आयोजन से संबंधित विषय पर विस्तार से बताया। उन्होंने परीक्षा में गोपनीयता और निष्पक्षता को सर्वोपरि बताया।

अंतिम सत्र में मोटिवेशन ट्रेनर डाॅ. गौरव बिस्सा ने कार्मिकों को बेहतर तरीके से कार्य करने के गुर सिखाए। उन्होंने समय प्रबंधन, कार्यमूल्य, बाॅस प्रबंधन, खुद से बदलाव की शुरूआत करने सहित अनेक बिंदुओं पर प्रकाश डाला। डाॅ. सिंह ने बताया कि कार्यशाला के अंतिम दिन बुधवार को राजूवास के परीक्षा नियंत्रक डाॅ. जी. सी गहलोत परीक्षा प्रक्रिया के संबंध में मार्गदर्शन देंगे। अंतिम सत्र, खुला सत्र होगा।

मेरा गौरव-मेरा प्रतिष्ठालयः गुंसाईसर में कार्यक्रम बुधवार को

‘स्वच्छ सुंदर शौचालयः मेरा गौरव-मेरा प्रतिष्ठालय’ अभियान के तहत बुधवार को जिला प्रशासन के सहयोग से स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के स्मार्ट-इनीशिएटिव विलेज गुंसाईसर में विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान ‘बंको बीकाणो’ अभियान के तहत ग्रामीणों को खुले में शौच न करने तथा शौचालय का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।

साथ ही सभी शौचालयों पर शौचालय के लिए प्रेरित करने वाले संदेश भी उकेरे जाएंगे। अभियान की शुरूआत जिला प्रमुख सुशीला सींवर तथा जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रतिभा देवठिया प्रातः 11 बजे करेंगी। इसमें विश्वविद्यालय स्टाफ सदस्य तथा विद्यार्थियों सहित ग्रामीण भागीदारी निभाएंगे।