एसकेआरएयूः अशैक्षणिक पदों के लिए लिखित परीक्षा शांतिपूर्ण सम्पन्न
स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के अधीन अशैक्षणिक पदों के लिए लिखित परीक्षा रविवार को शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हुई। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी. आर. छीपा, कुलसचिव श्री ताज मोहम्मद राठौड़, परीक्षा समन्वयक तथा प्रसार शिक्षा निदेशक डाॅ. एस. के. शर्मा सहित फ्लाइंग स्क्वाॅॅड ने परीक्षा केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया। Bikaner News
परीक्षा नियंत्रक डाॅ. ए. के. शर्मा ने बताया कि जिला मुख्यालय के आठ परीक्षा केन्द्रों पर दो पारियों में आयोजित परीक्षा में कुल 3 हजार 529 योग्य अभ्यर्थियों में से 2 हजार 4 परीक्षार्थी उपस्थित रहे। इस प्रकार कुल उपस्थित 56.78 प्रतिशत रही।
पहली पारी में प्रातः 9 से 11 बजे तक तकनीकी सहायक/फार्म मैनेजर तथा प्रोग्राम सहायक (कम्प्यूटर) के लिए एवं दूसरी पारी में दोपहर 2 से 4 बजे तक प्रोग्राम सहायक (लैब टेक्निशियन) तथा जूनियर इंजीनियर (सिविल) के लिए परीक्षा ली गई। Bikaner News
विश्वविद्यालय द्वारा प्रत्येक केन्द्र के लिए एक-एक आॅब्जर्वर तथा प्रत्येक तीन परीक्षा केन्द्रों के लिए एक-एक फ्लाइंग स्क्वाॅॅड का गठन किया गया था। पहली पारी में आठ तथा दूसरी पारी में तीन केन्द्रों पर परीक्षा हुई। विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षार्थियों की सहूलियत को देखते हुए परीक्षा केन्द्र पर डुप्लीकेट प्रवेश पत्र उपलब्ध करवाए गए।
सम्पन्न हुए ‘इंटर हाउस गेम्स एंड स्पोर्ट्स टूर्नामेंट’ – Bikaner News
कृषि महाविद्यालय के ‘इंटर हाउस गेम्स एवं स्पोर्ट्स टूर्नामेंट’ का शनिवार को समापन हुआ। टूर्नामेंट में महाविद्यालय के लगभग पांच सौ विद्यार्थियों ने एक दर्जन से अधिक स्पर्धाओं में भाग लिया। टूर्नामेंट प्रभारी डाॅ. नरेन्द्र पारीक ने बताया कि महाविद्यालय द्वारा विद्यार्थियों को छह ‘हाउस’ में विभक्त करते हुए कबड्डी, फुटबाॅल, वाॅलीबाल, बास्केटबाॅल, बैडमिंटन, टेनिस, शतरंज एवं एथलेटिक्स की प्रतियोगिताएं अलग-अलग वर्गों में आयोजित की गईं। Bikaner News
टूर्नामेंट के दौरान पहली बार छात्राओं की कबड्डी और फुटबाॅल प्रतियोगिताएं आयोजित हुई। इस टीचिंग स्टाफ को हर ग्रुप में मेंटर बनाया गया। प्रतियोगिताओं के विजेताओं को कृषि महाविद्यालय के वार्षिक उत्सव के दौरान पुरस्कृत किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कुलाधिपति द्वारा निर्धारित एकेडमिक कलैण्डर के अनुसार यह प्रतियोगिताएं करवाई गईं। उल्लेखनीय है कि टूर्नामेंट का उद्घाटन कुलपति प्रो. बी. आर. छीपा के मुख्य आतिथ्य में आयोजित समारोह में हुआ था।
अनुभूति को अनुभव में बदलने का माध्यम है भाषा : डॉ. जोशी
अनुभव गुरु होता है।बिना अनुभव के आत्माभिव्यक्ति नही हो सकती।वही लेखन या लेखक श्रेष्ठ होता है जो भाषा के माध्यम से अनुभव को अनुभूति में बदले।केवल अनुभव की सूचना देने वाले लेखन में कोई रचनात्मक चुनौती नही होती है।साथ रचनात्मक लेखन के लिये भाषा क् व्याकरणिक ज्ञान ,विपुल शब्द संपदा और खास शैली का होना नितांत जरूरी है। रचनात्मक लेखन और भाषा में परस्पर गहरा सम्बन्ध है। Bikaner News
ये विचार लेखक, विचारक, समीक्षक और हिंदी के प्रोफेसर डॉ. ब्रजरतन जोशी ने कादम्बिनी क्लब द्वारा स्थानीय होटल मरुधर हेरिटेज के विनायक सभागार में “रचनात्मक लेखन और भाषा” विषय पर आयोजित संवाद कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप प्रकट किये। कार्यक्रम के प्रारम्भ में कादम्बिनी क्लब के संयोजक और अध्यक्ष व्यंग्यकार, लेखक और सम्पादक डॉ. अजय जोशी ने विषय प्रवर्तन करते हुए कहा कि रचनात्मक लेखन में भाषा और शिल्प का महत्वपूर्ण स्थान है.
लिखते समय समय जाने अनजाने में कई तरह की गलतियां हो जाती है जो अच्छी से अच्छी रचना को स्तरहीन बना देती है इसलिए लेखक को भाषा के प्रति जागरूक रहना जरूरी होता है। कार्यक्रम का संयोजन करते हुए हास्य कवि बाबूलाल छंगाणी ने कहा कि कई बार भाषा का अनुपयुक्त प्रयोग अर्थ का अनर्थ कर डालता है और रचनाकार हास्य का पात्र बन जाता है। Bikaner News
कवि कथाकार और समीक्षक डॉ. रेणुका व्यास नीलम डॉ. जोशी को एक अच्छा भाषाविद और बहुआयामी रचनाकार बताया. हिंदी और राजस्थानी के कवि कथाकार श्री राजाराम स्वर्णकार ने कहा कि भाषा शिल्प से रचना ही में निखार आता है।संवाद कार्यक्रम के अंतर्गत श्री शिव शंकर शर्मा, श्रीमती कांता चाडा, डॉ. महेंद्र चाडा, श्रीमती इंद्रा व्यास, ज्योति वधवा ‘रंजना’ डॉ.जगदीश दान बारहठ, श्री मुरली मनोहर माथुर,प्रेम नारायण व्यास,डॉ.रुचिरा भार्गव, श्री हेमचंद बांठिया सहित कई प्रतिभागियों ने रचनात्मक लेखन में भाषा के उपयोग,
सही शब्दों का उपयोग, वाक्य विन्यास, प्रस्तुति सहित कई विषयों पर अपनी जिज्ञासाएं रखी और डॉ. जोशी ने उनका अलग अलग व्यावहारिक उदाहरण देकर उनका समाधान किया । कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए हिंदी उर्दू और राजस्थानी के कवि –शायर और लिमका बुक ऑफ़ रिकार्ड्स में शामिल साहित्यकार श्री सरदार अली पडिहार ने कहा कि वर्तमान में साहित्कारों की भाषा के प्रति सजगता कम होती जा रही है। Bikaner News
यह प्रवर्ती खतरनाक है और साहित्य के लिए हानिकारक है इससे बचना चाहिए। इस संवाद कार्यक्रम का संचालन बाबूलाल छंगाणी ने किया और आभार ज्ञापन श्री राजाराम स्वर्णकार ने किया.
जिले के प्रत्येक विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में एक आदर्श एवं एक महिला कार्मिक मतदान केन्द्र होगा
जिला निर्वाचन अधिकारी डाॅक्टर एन.के. गुप्ता ने बताया कि विधान सभा चुनाव 2018 में जिले के सात विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में एक-एक आदर्श मतदान केन्द्र व एक-एक महिला कार्मिक मतदान केंद्र बनाए गए हंै।
पहली बार महिला मतदान केन्द्रों की स्थापना
डाॅ.गुप्ता ने बताया कि महिला मतदान केन्द्र में पीठासीन अधिकारी, सहायक पीठासीन अधिकारी व अन्य तीनों सहायक कार्मिक महिलाएं ही होगी। इन मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के लिए भी महिला पुलिसकर्मी की नियुक्ति होगी।
उन्होंने बताया कि बीकानेर पूर्व में महिला मंडल बालिका मा.वि.विवेकानंद मार्ग, जूनागढ के पीछे (बायां भाग) कमरा नम्बर 13, बीकानेर पश्चिम में रा़.मा.वि. मुक्ताप्रसाद नगर सेक्टर-10 बायां भाग, खाजूवाला में रा.उ.प्रा.वि.बीरमाणा, कोलायत में राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय कोलायत, लूणकरणसर में रा.आ.उ.मा.वि. नया भवन दांया भाग लूणकरणसर, श्रीडंूगरगढ में ओसवाल पंचायत भवन कालूबास बांया भाग तथा नोखा में राजकीय राठी उच्च माध्यमिक विद्यालय कमरा नं.24, नोखा को महिला कार्मिक मतदान केंद्र बनाया गया है। Bikaner News
ये होंगे आदर्श मतदान केन्द्र- जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि प्रत्येक विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र में एक-एक आदर्श मतदान केन्द्र बनाया गया है। इनमें बीकानेर पूर्व में सोफिया उच्च माध्यमिक विद्यालय (स्टाफ कक्ष) जयपुर रोड, बीकानेर पश्चिम में बीजेएस रामपुरिया जैन काॅलेज दाऊजी रोड़, कमरा नम्बर 09, खाजूवाल में ग्राम पंचायत भवन खाजूवाला, कोलायत में राजकीय करणी उच्च माध्यमिक विद्यालय उच्च माध्यमिक विद्यालय देशनोक नया भवन दक्षिणी भाग, लूणकरनसर में रा.आ.उ.मा. नया भवन बायां भाग लूणकरनसर, श्रीडूंगरगढ में ओसवाल पंचायत भवन कालूबास श्रीडूंगरगढ़ दाया भाग और नोखा में राजकीय राठी उच्च माध्यमिक विद्यालय कमरा नं. 26 नोखा मतदान केन्द्र शामिल है। Bikaner News
आदर्श मतदान केन्द्र में ये होगी व्यवस्थाए- जिला निर्वाचन अधिकारी डाॅ.गुप्ता ने बताया कि प्रत्येक मतदान केन्द्र में मतदान को सुगम बनाने हेतु व्यवस्था की जाएगी। इस हेतु मतदान केन्द्र से मतदान स्थल तक पहुंचने के लिए सफेद व नीले रंग के संकेत चिन्ह लगे होंगे। साथ ही प्रकाश व्यवस्था, साफ-सुथरा शौचालय तथा शौचालय की सफाई रखने के लिए सफाई कार्मिक को नियुक्त किया जायेगा। उन्होंने बताया कि मतदान दलों के बैठने के लिए एग्जीक्यूटिव टैबल व कुर्सी के साथ ही मतदान केन्द्र इन्टरनेट से जुड़ा होगा।
बीएलओ करेगा मतदाताओं का सहयोग-जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि प्रत्येक आदर्श मतदान केन्द्र के बाहर मतदाता सहायता बूथ स्थापित किया जायेगा। इस पर सुस्पष्ट शब्दों में बोर्ड लगा होगा। इस सहायता बूथ पर बीएलओ की मतदान के दिवस पर ड्यूटी लगाई जा रही है। संबंधित मतदान केन्द्र की मतदाता सूची बीएलओ के पास रहेगी और मतदाताओं द्वारा सहायता मांगने पर बीएलओ उनकी सहायता करेगा। बीएलओ मतदाताओं को पर्ची भी बनाकर देगा।
मतदान केन्द्र पर पहली बार स्टील-नायलाॅन के सैपरेटर की होगी व्यवस्था-जिला निर्वाचन अधिकारी डाॅ.गुप्ता ने बताया कि आदर्श मतदान केन्द्र पर महिलाओं एवं पुरूषों की अलग-अलग कतार हेतु बांस व रस्सी के स्थान पर पहली बार स्टील के पिलर व नायलाॅन रस्सी से बने सैपरेटर का उपयोग होगा। साथ ही मतदान केन्द्र पर कतार में लगे मतदाताओं हेतु कतार के पास ही पेयजल की व्यवस्था की जायेगी। Bikaner News
उन्होंने बताया कि आदर्श मतदान केन्द्रों पर पहंचने वाली गर्भवती व अपने नवजात शिशुं को साथ लाने वाली महिलाओं को मतदान करने में प्राथमिकता दी जायेगी। उन्होंने बताया कि मतदान केन्द्र में मतदाताओं के लिए कुछ कुर्सियों की व्यवस्था की जायेगी ताकि कतार में खड़े मतदाताओं को अचानक कोई परेशानी महसूस होने पर वे उन पर बैठ सकें।
राष्ट्रीय कवि चैपालमें ज्ञान स्वरूप सांनंद प्रोफेसर गुरूदास अग्रवाल
स्वास्थ्य एवं साहित्य संगम राष्ट्रीय कवि चैपाल बीकानेर की 173 वीं कड़ी में 14.10.18 को भ्रमण पथ स्थित पंचवटी में सम्पन्न हुआ, आज के कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ कविवृन्द जब्बार बिकाणवी, मुख्य अतिथि संस्था संरक्षक व कोषाध्यक्ष समाज सेवी कवि नेमचंद गहलोत मंच पर शोभायमान हुए।
आज के कार्यक्रम में बताया कि राष्ट्रीय कवि चैपाल के सचिव डाॅ. तुलसीराम मोदी ने बताय कि शुरूआत सरस्वती वन्दना से की गई सरस्वती वन्दना कवि नरेश खत्री हे स्वर की देवी मां ‘‘जी चाहता है’’, मिल जाए’’, श्रीमती कृष्णा वर्मा ने ‘‘क्या तन मांजना ये तन भारी में जिलजाद’’, संस्थापक कवि समाज सेवी नेमचंद गहलोत ने ‘‘लोग अफसोस से कहते है कि इस दुनिया में कोई किसी का नहीं होता’’, हास्य व्यंग्य कवि बाबुलाल छंगाणी ने ‘‘बेटी होती आन हमारी बेटी हमारी शान है’’,
राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के पुर्व कार्यवाहक उपसचिव कवि तुलसीराम मोदी ने ‘‘कद ताणी करसो, थांरी म्हारी, तुलसी बात केवे सांची, वली मोहम्मद गौरी ने ‘‘किसी की खुशियां हुई मुयसर किसी को चाहत में गम मिले है’’, सरदार अली परिहार ने ‘‘मनडा म्हारे रे छोड दे अटपट चाल जग में सीधो चाल, कवि कैलाश टाक ने ‘‘कुछ बातें मुझे बहुत खटकती है जवानी में आखें क्यों भटकती है,
मो. शकील गौरी ने ‘‘रात दिन जिन के लिए कर रहे है हाय हाय रामजी के देश में रावण का वक्त हे’’, सिराजुदीन भुट्टा ने ‘‘चांद भी पुराणा लगता है’’, गीताकर शानू कच्छावा ने ‘‘आने वाला कल मत खोना’’ गीत गाया। कवि फजल मोहम्मद ने ‘‘आज का मनुष्य’’, कवि माजिद खान गौरी ने ‘‘ये सियासत सबको बांट डालेगी, आपस में लड़ाकर काट डालेगी, कवि चैपाल में साक्षी श्रीकान्त ‘‘आर्यन’’,
श्रीगोपाल स्वर्णकार, रामजी, हसन मोहम्मद, हनुमान कच्छावा, परमेश्वर सोनी, रजबूदीन, मेहाजू दिन, काजल खां, हनायत अली कवि चैपाल में 30 कवि श्रोता थे। कवि चैपाल में ज्ञान स्वरूप सांनंद प्रोफेसर गंगा पुत्र गुरूदास अग्रवाल व कविता प्रकाशन के दिनेश रंगाा, शंभु पटवा को श्रद्धांजलि व 2 मिनट का मौन रखा।
मंच सचालंन एवं आभार प्रकट हास्य व्यंग्य कवि बाबूलाल छंगाणी ने किया।