14 राज्यों के  350 रंगकर्मी लगे भाग

बीकानेर। अनुराग कला केंद्र, लोकयन, हंसराज डागा चेरिटेबल ट्रस्ट, विरासत संवर्द्धन संस्थान, व उत्तर पश्चिम रेलवे बीकानेर मंडल, के सयुक्त तत्वावधान में चौथे बीकानेर थियेटर फेस्टिवल डॉ नन्द किशोर शर्मा को समर्पित का आगाज़ गरुवार को आतिथयो द्वारा दीपप्रज्वलन कर किया गया। रविन्द्र मंच पर शरू हुए इस कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कवि चिन्तक डॉ आचार्य ने कहा बीकानेर में कला संस्कृति अपनी अनूठी पहचान है और यहा उभरते कलाकारों ने उसको नई पहचान दी है। कलाकारों का जुड़ाव बीकानेर से बहुत पुराना है। रंगकर्म एक अनुभूतित्मक ज्ञान है और यह ऋ षियों के ज्ञान का ऋण चुकाने के सम्मान है।

उन्होंने कहा कि विकट समय मे भी रंगकर्म और नाटक ऐसा माध्यम है जो उभारने के लिए मित्र की भांति साथ देता है। इससे पूर्व डॉ नन्द किशोर आचार्य, संजना कपूर, प्रीता माथुर, अशोक बांठिया, हंसराज डागा, डीआएम अनिल कुमार दुबे लोकयन के अध्यक्ष महावीर स्वामी ने विधिवत दीपप्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उसके पश्चात अंतरास्ट्रीय लोक कलाकारों की टीम ने उस्ताद नत्थूलाल सोलंकी के नेतृत्व में शानदार प्रस्तुति दी। अनुराग कला केंद्र के सुदेश व्यास ने बताया 14 फरवरी से 18 फरवरी तक होने वाले फेस्टिवल में 14 राज्यों के 350 से अधिक कलाकार भाग लेंगे। उसके बाद टाउन हॉल में नंद किशोर आचार्य के लिखे और भानु भारती के निर्देश मंचित नाटक ‘बापूÓ का मंचन किया गया। नाटक में एकल अभिनय टीकम जोशी ने किया। उसके पश्चात वापस रविन्द्र मंच पर अमित तिवाड़ी के निर्देश में मंचित नाटक ‘द व्हाइट साड़ीÓ का मंचन किया गया।


गोपाल सिंह ने बताया कि इस अवसर पर बीकाजी ग्रुप के चेयरमैन शिवरतन अग्रवाल, पत्रकार लूणकरण छाजेड़, प्रकाश जोशी जोधपुर, पत्रकार मधू आचार्य, तोलाराम उपाध्याय, ओम दैया, सहित अनेक गणमान्य नागरिक मौजूद थे।


आज होगा संवाद व पांच नाटक

बीकानेर थिएटर फेस्टिवल की श्रंखला में दूसरे दिन 11 बजे हंसा गेस्ट हाउस नोखा रोड पर संजना कपूर और भानू भारती के आतिथ्य में रंग संवाद होगा। दोपहर 2 बजे टीएम ऑडिटोरियम नाटक ‘होकर रहेगा कुछ ना कुछÓ साय 4:30 बजे रेलवे ऑडिटोरियम में बूढ़ी काकी और कम्बल का होगा मंचन, शाम 6 : 30 बजे टाऊन हॉल में दूजो कबीर और रात 8:15 बजे रविन्द्र मंच पर नाटक महाभारत का मंचन किया जाएगा।

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