जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अशोक गहलोत ने राजधानी जयपुर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सभा में पानी की तरह पैसा बहाकर लाभार्थियों के नाम पर भाजपा कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकारी पैसे के दुरूपयोग की इससे बडा कोई उदाहरण नहीं हो सकता। गहलोत ने अपने एक बयान में कहा है कि राजस्थान सरकार यूं तो पहले भी अपने कार्यकाल के एक साल, दो साल या तीन साल पूर्ण करने पर सरकारी खर्च पर बड़ी सभाऐं कर जनता की गाढ़ी कमाई के पैसों का दुरूपयोग कर बेशर्मी दिखा चुकी है, मगर इस बार तो सारी सीमाऐं लांघी जा रही है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान केन्द्र और राज्य सरकार ने ऐसा किया ही क्या है जिससे वो लाभार्थियों को बुलाने के नाम पर सरकारी धन का दुरूपयोग कर रही है। आम जनता तो वादों के मुताबिक अच्छे दिनों को तरस रही है। गरीब किसान व मजदूर से लेकर हर वर्ग आज परेशान है और इन दोनों सरकारों को चुनाव में सबक सिखाने को बेताब है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार सरकारी मशीनरी का खुलकर दुरूपयोग कर रही है। जिला कलक्टरों को भीड़ जुटाने के निर्देश दिये गये हैं, लाभार्थियों के नाम पर भाजपा कार्यकर्ताओं को राजकीय अतिथि के रूप में लाने-ले जाने, उन्हें ठहराने के साथ भोजन आदि की व्यवस्था करने के निर्देश दिये गये है। गैर सरकारी संस्थाओं-सिलाई सेंटर, आंगनबाड़ी और वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के तहत जो वर्ष 2017 से पूर्व भी यात्रा कर चुके हैं, को सभा में लाया जा रहा है। यहां तक की विभिन्न स्कूलों पर दबाव डालकर स्कूली बच्चों को सभा में आने के लिए मजबूर किया जा रहा है। गहलोत ने कहा कि प्रदेश के गृहमंत्री खुलेआम विडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिये कलेक्टरों को निर्देश दे रहे हैं कि सभा में आने वाले सभी लाभार्थी राजकीय अतिथि है। यात्रा के दौरान बसों में उनको अल्पाहार के पैकेट उपलब्ध कराने और बसों पर बेनर आदि लगाने की हिदायतें दी गयी है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इस चुनावी वर्ष में सिर्फ लाभार्थियों के नाम पर आम भाजपा कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटाने के पीछे भाजपा सरकार की मंशा येन-केन-प्रकारेण चुनाव जीतने की है। हकीकत में आमजन के दु:ख दर्द से सरकार का कोई लेना-देना नहीं है। ऐसा नहीं होता तो प्रदेश के पीडि़त गरीब किसान, मजदूर एवं दलितों आदि को बुलाकर उनकी समस्या सुनकर प्रधानमंत्री उन्हें राहत प्रदान करते।
गहलोत ने कहा कि भारी बहुमत के बावजूद अंहकार में डूबी भाजपा सरकार ने अब तक आमजन की सुध नहीं ली और अब जब चुनाव सिर पर है तो चुनाव जीतने के लिये सरकारी धन खर्च कर प्रधानमंत्री को बुलाया जा रहा है। प्रदेश के लोग इस सरकार की हकीकत को समझ कर इनकी बिदाई का मन बना चुके है और अब ये चाहे जितनी सभाऐं करले, किसी को भी बुलाले, अब प्रदेशवासियों का मन बदलने वाला नहीं है।