बीकानेर। देश की सीमा की हिफाजत करने वाले सबसे बड़े सुरक्षा बल बीएसएफ को अपने 51 साल के इतिहास में पहली बार शनिवार को पहली महिला अधिकारी (फील्ड ऑफिसर) मिल गई। ग्वालियर के टेकनपुर में आयोजित दीक्षांत समारोह के बाद मूलरूप से बीकानेर की रहने वाली तनुश्री पारीक को यह गौरव मिला। असिस्टेंट कमांडेंड के रूप में तनुश्री को अब भारत-पाक सीमा पर पंजाब में तैनात किया जाएगा, जहां वे एक यूनिट की कमांड संभालेंगी।
शनिवार को 25 वर्षीय तनुश्री ने 67 ट्रैनी ऑफिसर की दीक्षांत परेड का नेतृत्व भी किया। इस मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इस बात की खुशी है कि बीएसएफ को पहली फील्ड ऑफिसर मिली है।उम्मीद है और भी महिलाएं इस पेशे में आएंगी और सीमाओं की सुरक्षा करेंगी।बीएसएफ में फिलहाल 2.5 लाख जवान हैं। 1965 में स्थापना के बाद से बीएसएफ ने वर्ष 2013 से महिला ऑफिसर की भर्ती शुरू की थी।
बीकानेर पहुंचने पर हुआ भव्य स्वागत
तनुश्री एसिसटेंट कमाडेण्ट बनने के बाद पहली बार रविवार को बीकानेर आई। बीकानेर आगमन पर तनुश्री के परिवार व समाज सहित बीकानेर शहर के लोगों द्वारा स्वागत किया गया और लेडि एल्गिन स्कूल से पारीक चौक तक रोड शो के माध्यम से अपने शहर के लोगों से मुलाकात की। गौरतलब है कि तनुश्री बीकानेर के पारीक चौक में रहने वाले डॉ शिवप्रसाद जोशी व मंजू पारीक की बेटी है। तनुश्री ने सोफिया स्कूल बीकानेर से सीनियर हायर सैकेण्डरी की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद बीकानेर इंजीनियरिंग कॉलेज से इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की और बाद में 2014 में परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद 2016 से ट्रेनिंग कर रही है । भारत में पहली महिला एसिसटेंट कमाडेंट बनने का गौरव प्राप्त करने वाली तनुश्री को बीकानेर के गणमान्य लोगों ने बधाई दी और शुभकामनाएं प्रेषित की है। बीएसएफ में 53 नए एसिसटेंट कमाडेण्ट प्राप्त हुए हैं उनमें बीकानेर की तनुश्री पारीक को भारत की पहली महिला एसिसटेंट कमाडेंट बनने का गौरव प्राप्त हुआ है।
पारीक को मिला ‘बेटन ऑफ ऑनर बेस्ट इन ड्रिल’ अवार्ड
गौरव की बात यही है कि पूरी ट्रेनिंग के दौरान तनुश्री पारीक को ‘बेटन ऑफ ऑनर बेस्ट इन ड्रिल’ का अवार्ड प्राप्त हुआ है और जिस ट्रेनर को यह अवार्ड प्राप्त होता है उसको ही परेड का नेतृत्व करने का गौरव प्राप्त होता है। साथ ही तनुश्री को ‘सैकेण्ड ऑल राउण्ड बेस्ट टेऊनी’ और ‘बेस्ट इन पब्लिक स्पीकींग’ का भी अवार्ड हासिल किया।
जिले की बेटी-बचाओ अभियान की ब्राण्ड एम्बेसडर है तनुश्री पारीक
तनुश्री पारीक बीकानेर जिले की बेटी-बचाओ अभियान की ब्राण्ड एम्बेसडर है और दो बार आईएएस प्री में पास भी हो चुकी है। तनुश्री ने अपनी इस उपलब्धि को अपने दादा भंवर लाल जोशी को समर्पित किया है और उल्लेखनीय है कि तनुश्री के दादाजी अस्वस्थ होने के कारण कल इस आयोजित हुई परेड में शामिल नहीं हो सके।
तनुश्री बचपन से ही जाना चाहती थीं सेना में
तनुश्री वर्ष 2014 में यूपीएससी की परीक्षा में चयनित हुई थीं। उन्होंने बीएसएफ अकादमी में 40वें बैच में बतौर सहायक कमांटेंड 52 हफ्तों का प्रशिक्षण लिया। तनुश्री बचपन से ही सेना में जाना चाहती थीं। इसलिए स्कूली पढ़ाई के दौरान एनसीसी में हिस्सा लिया।