नई दिल्ली। लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी नागरिकता संशोधन विधेयक के पास होने के बाद जहां बीजेपी खेमे में खुशी है, वहीं दूसरी ओर पूर्वोत्तर के कई राज्यों में बिल के खिलाफ प्रदर्शन जारी है, नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर व्यापक विरोध-प्रदर्शन के बीच बिगड़ती कानून-व्यवस्था को संभालने के लिए असम के गुवाहाटी में कर्फ्यू की मियाद को अनिश्चितकाल के लिए बढ़ा दिया गया है। हालात पर नियंत्रण के लिए यहां सेना की दो टुकड़ियां तैनात की गई हैं।

कई उड़ानें रद्द , इंटरनेट सेवा बंद
असम के 10 जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवा पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। उधर, त्रिपुरा में भी विरोधी प्रदर्शनों के बीच असम राइफल्स को तैनात कर दिया गया है, असम में कई उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। यहीं नहीं ट्रेन सेवाएं भी बवाल की वजह से बाधित हैं, CPRO ने कहा है कि गोवाहटी की ओर से आने-जाने वाली सभी ट्रेनों को कैंसल कर दिया गया है।

त्रिपुरा में सुरक्षाबल तैनात
कांग्रेस ने भी इस विधेयक को संविधान विरोधी बचाया है तो इस बिल के खिलाफ इंडियन मुस्लिम लीग सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करेगी, बुधवार को सदन में भी कई नेताओं ने कहा था कि ये बिल सुप्रीम कोर्ट में फेल हो जाएगा। गौरतलब है कि राज्यसभा में बुधवार को ये बिल केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पेश किया था, लंबी बहस के बाद इस बिल पर वोटिंग हुई, बिल के पक्ष में 117 और विपक्ष में 92 वोट पड़े।

इस बिल को मंजूरी के लिए राष्ट्रपति को भेजा जाएगा
शिवसेना ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया, वोटिंग से पहले शिवसेना सांसद वाक आउट कर गए। अब इस बिल को मंजूरी के लिए राष्ट्रपति को भेजा जाएगा, उनकी मंजूरी के बाद ये कानून की शक्ल से लेगा। इस बिल में पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए हिंदू, जैन, सिख, बौद्ध, पारसी और ईसाई समुदाय के शरणार्थियों को नागरिकता का प्रस्ताव है।