चूरू। साहित्य अकादेमी के युवा पुरस्कार से पुरस्कृत राजपुरा गांव के निवासी राजस्थानी के चर्चित युवा कथाकार उम्मेद धानिया को वर्ष 2018 का छगनलाल बेताला स्मृति युवा पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की गई है। आगामी 3 फरवरी को प्रस्तावित समारोह में उन्हें पुरस्कार के तौर पर ग्यारह हजार रुपये, शॉल, श्रीफल एवं सम्मान पत्र प्रदान किया जाएगा। नेम प्रकाशन, डेह के पवन पहाडिय़ा ने बताया कि प्रतिवर्ष राजस्थानी के एक युवा को यह पुरस्कार दिया जाता है।
उन्होंने बताया कि चूरू जिले की तारानगर तहसील के गांव राजपुरा में 18 दिसंबर 1987 को जन्मे उम्मेद आधुनिक राजस्थानी कहानी के सशक्त युवा हस्ताक्षर हैं। उनकी कहानियां राजस्थानी कथा यात्रा में राजस्थानी विमर्श को नई ऊंचाइयां सौंपती हैं। उम्मेद की पहली ही कहानी पांडुलिपि ‘आंतरो’ पर उन्हें कमला गोइन्का फाउंडेशन, मुम्बई का किशोर कल्पनाकांत युवा साहित्यकार पुरस्कार तथा दूसरी कथा पुस्तक ‘लेबल’ पर धानुका सेवा ट्रस्ट, फतेहपुर शेखावाटी का श्रीमती बसंती देवी धानुका युवा साहित्यकार पुरस्कार मिला।
ग्रामीण परिवेश में चीन्थीजते मनुष्य की दास्तान को केंद्र में रखकर लिखा गया धानिया का राजस्थानी उपन्यास शीघ्र ही आने वाला है। इससे पहले धानिया ने साहित्य अकादेमी नई दिल्ली के लिए लक्ष्मण माने की मराठी आत्मकथा का राजस्थानी में ‘ओपरा’ नाम से अनुवाद किया है।
धानिया की कहानी पर प्रकाश गांधी के निर्देशन में ‘बिरानी सरदार’ नाम से फि़ल्म भी बनी है। इससे पूर्व धानिया साहित्य अकादेमी, नई दिल्ली के युवा पुरस्कार, भारतीय भाषा परिषद कोलकाता के युवा पुरस्कार, ओम पुरोहित कागद युवा साहित्यकार सम्मान सहित अनेक अवसरों पर पुरस्कृत, सम्मानित हो चुके हैं।(PB)