मौसम विभाग ने दी चेतावनी, तेज आँधियों के साथ हो सकती है भारी बारिश

जयपुर / बीकानेर/ OmExpress News। दिल्ली, एनसीआर,हिमाचल प्रदेश और राजस्थान सहित कई राज्यों में अगले कुछ घण्टो में तेज आंधी तूफान के साथ बारिश हो सकती है। भारतीय मौसम विभाग ने बताया है कि दिल्ली के कुछ हिस्सों सहित फरीदाबाद, बल्लभगढ़, खुर्जा, ग्रेटर नोएडा और बुलंदशहर में आने वाले दो घंटों बाद बारिश हो सकती है। हिमाचल प्रदेश के बहुत से क्षेत्रों में बारिश होने की पूरी संभावना है। मौसम विभाग ने बताया कि हिमाचल में 6 से 8 मई के दौरान बारिश होने के आसार हैं। Chances of Heavy Storm Rajasthan

पहले आये आंधी-तूफान से पांच राज्यों में 124 लोगों की हुई थी मौत – Chances of Heavy Storm Rajasthan

7 से 8 मई के दौरान शिमला, सोलन, हमीरपुर, मंडी, कांगड़ा और उना जिलों में तेज आंधी तूफान के साथ हवाएं चलेंगी। राजस्थान के भरतपुर, धौलपुर और अलवर में एक बार फिर विभाग ने तबाही वाले तेज अंधड़ को लेकर चेतावनी जारी कर दी है। मौसम विभाग का कहना है कि पंजाब की अलग-अलग जगहों में आने वाले 48-72 घंटे के दौरान हल्की बारिश के साथ ही आंधी तूफान आ सकता है। बारिश और आंधी-तूफान में 7 से 8 मई के दौरान तेजी से बढ़ोत्तरी होने की संभावना है।

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इसी समय के दौरान राज्य के कुछ स्थानों पर तूफान के साथ आंधी आने के आसार हैं। बता दें कि 2 मई को आए आंधी-तूफान और बिजली गिरने से पांच राज्यों में 124 लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना में 400 लोग घायल भी हुए थे। सबसे ज्यादा नुकसान उत्तर प्रदेश में हुआ था। यहां 73 लोगों की जान चली गई थी जबकि 91 घायल हुए थे। सबसे ज्यादा मौतें आगरा क्षेत्र में हुई थीं। राजस्थान में 35 लोग मारे गए थे जबकि 206 लोग घायल हुए थे। प्रदेश में फिर अजमेर, अलवर, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, दौसा, जयपुर, झालावाड़, करौली, झुंझुनूं, सवाईमाधोपुर, टोंक, कोटा में बवंडर के साथ बारिश की चेतावनी जारी। Chances of Heavy Storm Rajasthan

बीकानेर में बंवडर की आशंका,सजग नहीं है प्रशासन

प्रदेश में  दो दिन पहले आए मौत के बवंडर ने एकबारगी सभी को हिलाकर रख दिया है। साथ ही आपदा प्रबंधन के दावों को खोखला साबित कर दिया। मौसम से पहले खानापूर्ति के लिए आपदा प्रबंधन की बैठकें की जाती हैं, लेकिन धरातल पर ऐसा कुछ भी नहीं होता। हालात यह है कि शहर की संकरी गलियों और रिहायशी मौहल्लों में बने ये जर्जर मकान 120 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाली हवाओं को झेल नहीं सकते हैं। हालांकि नगर निगम निगम प्रशासन ने खानापूर्ति के लिए जर्जर मकानों को चिह्नित कर रखा है और नोटिस भी समय समय पर जारी कर दिए जाते हैं ,लेकिन कार्रवाई के नाम पर कभी भी कुछ नहीं।

इसके अलावा शहर में  कई जगहों पर बिजली की तारें विशाल पेड़ों में उलझी पड़ी है लेकिन उसके लिए कोई कार्रवाई आजतक नहीं हुई है। तेज आंधी व तूफान में शहर के कई पेड़ चपेट में आ सकते हैं जिससे भारी नुकसान होगा। पूर्व में कई बार पेड़ गिर चुके हैं। इस मामले में भी नगर निगम व बीकानेर बिजली सप्लाई लिमिटेड कंपनी के प्रतिनिधि भी उदासीन है। कभी भी इस समस्या के समाधान के प्रयास नहीं हुए। हर बार आंधी के दौरान कुछ पेड़ गिरते हैं तो कई जगह तारें टूट जाती है। लेकिन मानसून से पहले दोनों ही विभाग इस समस्या को लेकर कतई गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं।  Chances of Heavy Storm Rajasthan

सालों से खस्ताहाल बिजली पोल

प्रदेश में आए बवंडर से सर्वाधिक नुकसान बिजली के खंभों का हुआ है। कई जगह बिजली के पोल उखड़ गए। बीकानेर  में भी यही हालात है। सैकड़ों बिजली के पोल क्षतिग्रस्त पड़े हैं। जगह जगह पर टेढ़े पोल किसी सहारे सेे खड़े हैं। तेज आंधी ये पोल झेल नहीं पाएंगे और चलते करंट में गिर गए तो बड़ा नुकसान होगा। इस मामले में बीकानेर बिजली सप्लाई कंपनी के प्रतिनिधियों के  पास संतोषजनक जवाब नहीं है। यदि कोई  क्षतिग्रस्त पोल की शिकायत लेकर पहुंचता है तो उसे जवाब मिलता है कि यदि यहां से पोल हटाना है तो दूसरी जगह बताओ। Chances of Heavy Storm Rajasthan

टीन शैड से सर्वाधिक खतरा

इस मौसम में टीन शेड सर्वाधिक खतरनाक साबित हो सकते हैं। सैकड़ों दुकानों व घरों की छतों पर टीन शैड लगे हैं। तेज आंधी में इनकी वजह से बड़ा हादसा हो सकता है लेकिन इन दुकान व मकान मालिकों को कहने वाला कोई नहीं है। प्रशासन की ओर से जिम्मेदारी नहीं निभाई जाती है। कभी भी ये टीन शैड बड़े हादसे का कारण बन सकते हैं। टीन शेड तेज हवा में उड़ते हैं तो किसी को चोटिल कर सकते हैं। लेकिन नगर निगम की ओर से कभी प्रयास नहीं किया गया कि ऐसे टीन शेड को हटवाने के लिए दुकान या मकान मालिकों को पाबंद किया जाए।  Chances of Heavy Storm Rajasthan