बाड़मेर/(मदन बारुपाल) । मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने देवासी समाज के उस होनहार एवं आत्म विश्वासी युवा सप्ताराम देवासी के हौंसले को सलाम किया और कहा कि वह दोनों हाथ नहीं होने के बावजूद हौंसले की उड़ान भरकर विद्यालयी शिक्षा से स्नातकोत्तर तक शिक्षा पाकर अपने माता-पिता का सहारा भी बना।
मुख्यमंत्री ने राइका समाज के बाड़मेर जिले के जेतेश्वर धाम में सोमवार को बोलते हुए कहा कि जोधपुर जिले के स्वामी जी की ढाणी निवासी सप्ताराम देवासी के दोनों हाथ नहीं है। उसका जुनून देखो वो कहता है मां-बाप का सहारा बनूंगा, पढूंगा और आत्म निर्भर बनूंगा। उसने सैकेंडरी, सीनियर सैकेंडरी, जयनारायण व्यास विश्व विद्यालय जोधपुर से बी काम एवं एम काम प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण की और अब सीए बनने की तैयारी कर रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे उनके हौंसले की उड़ान को सलाम करती है।
उन्होंने कहा कि यह राइका समाज ही नहीं सबके लिए एक उदाहरण है। राइका समाज के लोग अपने बच्चों को पढ़ाएं, उनका हौंसला बढाकर उच्च शिक्षा तक पहुंचाएं व आत्म निर्भर बनाएं। हमने जो विशेष पिछड़ा वर्ग में आरक्षण दिया है उसका लाभ उठाएं।
मुख्यमंत्री राजे ने जेतेश्वर धाम के दर्शन किए
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने सोमवार को बाड़मेर जिले की सिणधरी तहसील के जेतेश्वर धाम में दर्शन कर श्रद्वा सुमन अर्पित किए।
उन्होंने राइका समाज के इस धाम में जेतेश्वर महाराज एवं संत रूपाराम महाराज की समाधियों पर मत्था टेंका और उनको नमन किया। उन्होंने कहा कि आज मुझे रूपाराम जी महाराज को नमन करने और जेतेश्वर धाम के दर्शन करने का अवसर मिला। उन्होंने राइका समाज के रूपाराम जी महाराज के भंडारा महोत्सव में उपस्थित संतों को नमन करते हुए उनका आशीर्वाद लिया।