बीकानेर। स्व. सेठ हीरालाल जी गहलोत की स्मृति में नव निर्मित श्री हीरेश्वर द्वादश महादेव मंदिर प्राण-प्रतिष्ठिा महोत्सव आज चतुर्थ दिवस को भी जारी रहा। आज दिनांक 23 अगस्त को धार्मिक वातावरण में सभी नव स्थापित मूर्तियों की पूजा-अर्चना की गई। पूर्णाहुति यज्ञ पण्डित राजेन्द्र किराडू जी किराडू के आचार्यत्व में पण्डित मुरलीधर एंव पण्डित उमेश जी के साथ 21 वैदिक पण्डितों द्वारा सम्पन्न किया गया।

गहलोत परिवार के विष्णुदत गहलोत, गोपाल गहलोत, बंशी गहलोत, किशन गहलोत, माणक गहलोत, ओम गहलोत, सुखदेव गहलोत, रोहित गहलोत, निरज गहलोत एंव भुवनेश जी सपत्नी यज्ञ में भाग लिया और पूर्णाहुति दी। इसके बाद महारूद्राभिषेक का आयोजन किया गया जो सांय काल तक जारी रहा। इसके बाद मंगल आरती की गई जिसमें गहलोत परिवार के साथ सैंकडों भक्त जन शामिल हुए, सभी भक्त जनों ने सावन माह के अभिषेक में शामिल होकर महादेव भगवान षिव की आराधना की।

रूद्राभिषेक के बाद महाआरती का आयोजन किया गया जिसके बाद हीरेश्वर द्वादश महादेव मंदिर प्राण-प्रतिष्ठिा महोत्सव का समापन किया गया। विष्णूदत गहलोत ने बताया कि मंदिर में सभी देवी-देवताओं की मूर्तियों स्थापित कर दी गई है। महादेव षिव के द्वादष ज्योतिर्लिंगों का प्रथम महारूद्राभिषेक किया गया। मंदिर में किसी भी प्रकार की दान-दक्षिणा नहीं ली जायेगी(PB)