जांभाणी साहित्य अकादमी बीकानेर हिन्दी विभाग गोवा विश्वविद्यालय पणजी गोवा, हरियाणा गं्रथ अकादमी पंचकूला एवं विश्नोई वेलफेयर ट्रस्ट एवं विश्नोई समाज गोवा के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन का समापन हुआ। जांभाणी साहित्य अकादमी बीकानेर के संस्थापक सदस्य ओम विश्नोई ”बोळाÓÓ ने बताया कि सम्मेलन में कुल उद्घाटन एवं समापन सहित 12 सत्र आयोजित किए गए।
जिनमें देश व विदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं संस्थाओं से पधारे विद्वानों, वक्ताओं और शोधार्थियों ने भाग लिया। सभी विद्वानों ने एकमत रूप से गुरू जांभोजी की वैश्विकता को प्रासंगिक बताया। इस अवसर पर प्रो. करूणाशंकर उपाध्याय, मुम्बई विश्वविद्यालय, श्री रामदेव धुरंधर प्रवासी साहित्यकार मोरीशस, वृषाली दाण्डेकर, रविन्द्रनाथ मिश्र, गोवा विश्वविद्यालय, श्री कृष्णानन्दजी आचार्य, अध्यक्ष जांभाणी साहित्य अकादमी सहित लगभग 50 से अधिक विश्वविद्यालयों के विद्वानों एवं शोधार्थियों ने भाग लिया।
समापन सत्र में गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री दिगम्बरसिंह कामत, लोहावट राजस्थान के विधायक श्री किशनारामजी, समाजसेवी गणपतजी साहू, मोहनजी गोदारा, सहित समस्त विश्नोई समाज का मुख्य योगदान रहा। साथ ही इस सम्मेलन में हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक आदि राज्यों से उत्साह के साथ श्रोताओं ने भाग लिया।