जयपुर । पुलिस कस्टडी से फरार हुए कुख्यात आनंदपाल को पकड़वाने में मददगार को देने के लिए भले ही पांच लाख रुपए के इनाम की घोषणा कर दी हो लेकिन एसओजी की अब तक की पूछताछ में हाथ खाली ही हैं। कमांडो शक्ति सिंह समेत चार जनों को अजमेर से जयपुर लेकर आई एसओजी की टीम अब वापस चारों को अजमेर लेकर जाएगी। बताया जा रहा है कि एसओजी की पूछताछ में शक्ति सिंह समेत चार जनों ने कोई अहम सुराग नहीं बताया है। सूत्रों के अनुसार आनंदपाल को फरार करने में अहम भूमिका निभाने वाले कमांडो शक्ति सिंह, हिस्ट्रीशीटर केसर सिंह, महेन्द्र सिंह और निर्मल सिंह को एसओजी शनिवार को अजमेर से एसओजी मुख्यालय लेकर आई थी। यहां पूछताछ में कमांडो शक्ति सिंह ने वही तथ्य दोहराए हैं जो वह पहले से कहता आ रहा है। आनंदपाल को भगाने के लिए पूर्ण रूप से सहयोग करने वाले कमांडो शक्तिसिंह ने षड़यंत्र में शामिल होने की बात तो कबूल की है लेकिन वह यह नहीं बता रहा है कि आनंदपाल फरार होने के बाद कहां छिप गया है। वहीं एसओजी का मानना है कि कमांडो शक्ति को आनंदपाल के छिपने की जगह भी पता है। वहीं आनंदपाल को फरार करने वाले गिरोह में शामिल करीब सौ से ज्यादा लोगों की संदिग्धता सामने आई है। पुलिस ने निगरानी रखकर पूछताछ भी शुरू कर दी है।
आनंदपाल सिंह पर पांच लाख रुपए का इनाम
राज्य सरकार ने फरार अपराधी आनन्दपाल सिंह को पकड़वाने एवं सही सूचना देने वाले के लिए एक लाख रुपए इनाम राशि को बढ़ाकर पांच लाख रुपए नकद इनाम देने की घोषणा की है। अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस (अपराध) पीके सिंह ने बताया कि कुख्यात अपराधी आनंदपाल सिंह के खिलाफ विभिन्न कोर्टों में 29 मुकदमे दर्ज हैं। इनमें हत्या, लूट, डकैती, हत्या करने के प्रयास, अपहरण जैसे संगीन अपराधों में वह लिप्त रहा है। आनन्दपाल के खिलाफ राजस्थान प्रदेश के विभिन्न कोर्ट डीडवाना, जयपुर, सीकर, सुजानगढ़, चूरू और सांगानेर में कोर्ट पेशी चल रही है। फरार आनंदपाल की सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा।