बाड़मेर । आचार्य गुणसागर सूरि साधना भवन में रविवार को राजस्थान दक्षिण दीपक, साहित्य दिवाकर परम पूज्य आचार्य भगवन्त कलाप्रभसागर सूरिश्वर मसा आदि ठाणा की पावन निश्रा एवं प्रेरणा से श्रावक-श्राविकाओ में स्वाध्याय के प्रति रूचि बढ़ाने तथा उनमें धार्मिक संस्कारों के बीजारोपण को लेकर स्वाध्याय केन्द्र का शुभ आगाज हुआ । साधना भवन में आयोजित कार्यक्रम में अखिल राजस्थान अचलगच्छ युवक परिषद के अध्यक्ष जेठमल वड़ेरा ने दीप प्रज्ज्वलित कर स्वाध्याय केन्द्र का शुभ आगाज किया ।
श्री अचलगच्छ जैन युवक परिषद, बाड़मेर अध्यक्ष मुकेश बोहरा अमन ने बताया कि सरल स्वभावी, साहित्य के मर्मज्ञ आचार्य भगवन्त कलाप्रभसागर सूरिश्वर मसा आदि ठाणा की मंगल निश्रा व प्रेरणा में स्वाध्याय केन्द्र का श्रीगणेश हुआ । जिसके एक वर्ष तक के संचालन का लाभ श्रद्धेय ढ़ेलीदेवी रिखबदास वड़ेरा ठेकेदार परिवार ने लिया । इस अवसर पर आचार्य भगवन्त ने कहा कि जीवन में ज्ञान के आगमन से समस्त प्रकार के विकार, अंधकार आदि मिट जाते है ।
स्वाध्याय की सुआदत से प्रत्येक व्यक्ति स्व-कल्याण कर सकता है और वह ज्ञान की उपस्थिति से ही सद्मार्ग की ओर प्रशस्त होता है । इस दौरान अचलगच्छ जैन श्रीसंघ, युवक परिषद, श्री चिन्तामणि पाश्र्व बहु मण्डल की कार्यकर्ता एवं श्रावक-श्राविकाएं उपस्थित रही ।