बीकानेर । बीकानेर पूर्व विधानसभा क्षेत्र विधायक सुश्री सिद्धि कुमारी ने विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर बुधवार को गंगा राजकीय संग्रहालय के विकास एवं पुनरूद्धार कार्य का लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री बजट घोषणा के तहत गंगा राजकीय संग्रहालय का पुरा सामग्री के संरक्षित एवं कला सामग्री का रासायनिक उपचार का कार्य किया गया है। इन कार्यों पर करीब 2 करोड़ रूपये खर्च किए गए हैं। विधायक ने संग्रहालय के विकास एवं पुनरूद्धार के दौरान नवीन दीर्घाओं में हुए कार्यों का निरीक्षण किया और इनकी सराहना की। उन्होंने संग्रहालय के भूतल पर तत्कालीन महाराजा गंगासिंह के जीवन से संबंधित विश्व प्रसिद्ध चित्राकार ए.एच.मूलर के तैलचित्रा एवं उनकी राईफल, सैन्य कोट इत्यादि, जो शाही परिवार का हिस्सा होती थी, उनको करीने से सजाने पर विभागीय अधिकारियों की सराहना की।
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विधायक सुश्री सिद्धि कुमारी, गंगासिंह जी के दरबार का जीवन्त दृश्य- सिलिकॉन से निर्मित मूर्तियों को देखकर अभिभूत हुईं और उनके मुख से बरबस ही निकला, ’बहुत सुन्दर’, कलाकार ने अपनी कला और भावनाओं को इसमें उकेरा है। लाजवाब! उन्होंने बीकानेर के तत्कालीन राजाओं से संबंधित विभिन्न अस्त्रा-शस्त्रों के अवलोकन के बाद कहा कि ये उस जमाने में हुए युद्धों का आभास कराते हैं। संग्रहालय में लघुचित्रों की नवीन दीर्घा में बीकानेर शैली के बारहमासा, रागमालाएं, भागवतपुराण आदि से संबंधित संकलन का प्रदर्शन किया गया है। उन्होंने लकड़ी कला दीर्घा में लकड़ी से बने ’लक्ष्मी निवास’ लालगढ़ की बनी कृति को बड़े मनोयोग से निहारा और कलाकार की सराहना की।
सार्वजनिक पुस्तकालय का भी हुआ अवलोकन
विधायक ने मूर्तिकला दीर्घा में बीकानेर क्षेत्र से प्राप्त 5000 वर्ष प्राचीन सैन्धवकालीन संस्कृति से लेकर 20 वीं शताब्दी के प्रारंभिक काल तक की प्रदर्शित मूर्तियों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने भारतीय इतिहास के छठी शताब्दी ई.से 20 वीं शताब्दी मध्य तक के सिक्कों, जिनमें जहांगीर द्वारा जारी राशिचिन्ह का सिक्का, मेवाड़, कच्छ तथा कुछ और क्षेत्रीय राज्य यथा डोगरा,मराठा तथा आसाम आदि के सिक्कों का अवलोकन किया और इनके बारे में जानकारी हासिल की। उन्होंने सार्वजनिक पुस्तकालय का भी अवलोकन किया। इस अवसर पर गंगा संग्रहालय का अवलोकन पहुंची छात्राओं से उन्होंने विश्व पर्यटन दिवस पर एतिहासिक घटनाओं और दर्शनीय स्थलों पर चर्चा की तथा उनके साथ फोटो खिंचवाई।
पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग के निदेशक हरेश कुमार शर्मा ने बताया कि करीब 2 करोड़ रूपये खर्च कर म्यूजियम को नया स्वरूप दिया गया है। इस अवसर पर म्यूजियम के कार्यवाहक अधीक्षक निरंजन पुरोहित, पर्यटन विभाग की सहायक निदेशक भारती नथानी, पूर्व पार्षद उम्मेद सिंह, सहायक पर्यटन अधिकारी तरूणा शेखावत, सुधीर व्यास सहित बड़ी संख्या में सैलानी उपस्थित थे। इससे पहले सुश्री सिद्धि कुमारी ने पूर्व महाराजा गंगासिंह जी की प्रतिमा के आगे दीप प्रज्जवलित किया और विकास कार्यों की शिलापट्टिका का अनावरण किया।
ढोल-नगाडों के साथ हुआ पर्यटकों का वेलकम
रेगिस्तानी इलाके के हजार हवेलियों के एकमात्र शहर बीकानेर में बुधवार को विश्व पर्यटन दिवस की धूम देखने को मिली। ऐतिहासिक जूनागढ़ किले में पहुंचे देशी-विदेशी पर्यटकों का जोरदार स्वागत किया गया। उन्हें माल्यार्पण कर वेलकम किया गया साथ ही साथ कालबेलिया नृत्य करने वाले कलाकारों ने समां बांधा। मरुनगरी में प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक आते हैं। लोक कलाकारों द्वारा पारंपरिक लोक संगीत के साथ भी विदेशी पर्यटकों का स्वागत किया गया। मरुनगरी पहुंचे कुछ देशी-विदेशी पर्यटकों ने हुए अपने स्वागत सत्कार से अभिभूत नजर दिखे।