बीकानेर। राजस्थान दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों की श्रृंखला में बुधवार को तीन दिवसीय ‘विकास प्रदर्शनी’ का उद्घाटन अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) यशवंत भाकर तथा अतिरिक्त कलक्टर (नगर) शैलेन्द्र देवड़ा ने किया।
जिला प्रशासन तथा सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय की ओर से सूचना केन्द्र में आयोजित प्रदर्शनी में राजस्थान के समस्त मुख्यमंत्रियों, वर्तमान सरकार की विकास यात्रा, वन्य जीव-जंतु, परम्पराएं, तीज-त्यौहार, वाद्य यंत्र, लोक नृत्य तथा ऐतिहासिक भवनों एवं स्मारकों के फोटोग्राफ अवलोकनार्थ रखे गए हैं। वहीं प्रदर्शनी में साफा-पगड़ी विशेषज्ञ कृष्ण चंद्र पुरोहित द्वारा तैयार विभिन्न समाजों एवं क्षेत्रों की पगडिय़ां तथा साफे विशेष आकर्षण के केन्द्र रहे।
प्रदर्शनी में माहेश्वरी, राजपुरोहित, मेघवाल, सुथार, मस्लिम तथा सिक्ख समाज की पाग के अलावा खिड़किया, उदयपुर की उमराव पाग एवं साफा, गोल साफा, पचरंगा, ईसर व भाईयों की पगड़ी भी रखी गई है। प्रदर्शनी में रखी गई अंगुली पर बंधी पगडिय़ों की अतिथियों ने जमकर सराहना की। प्रदर्शनी के दौरान चंदों के माध्यम से बेटी-बचाओ, बेटी पढ़ाओ, स्वच्छता, पौधारोपण करने सहित विभिन्न संदेश दिए गए हैं। इस अवसर पर भाकर ने कहा कि राजस्थान की सुरंगी संस्कृति, देश व दुनिया के लिए मिसाल है। यहां की लोक कला, संस्कृति एवं गायन परम्परा अत्यंत समृद्ध है।
साहित्य में वीर, श्रृंगार और भक्ति रस की त्रिवेणी बहती है। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी के माध्यम युवाओं को राजस्थान की ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक विरासत की जानकारी मिल सकेगी। अतिरिक्त कलक्टर (नगर) ने कहा कि प्रदर्शनी के माध्यम से राज्य की स्थापत्य कला, संस्कृति एवं आधुनिक राजस्थान के प्रशासनिक तंत्र के इतिहास एवं राज्य में सम्पादित विकासात्मक गतिविधियों एवं नवाचारों का बखूबी चित्रण किया गया है।
देवड़ा ने कहा कि साफा-पगड़ी राजस्थान की आन-बान एवं शान का प्रतीक है। यह हमारी सांस्कृतिक धरोहर है। विभिन्न क्षेत्रों एवं जातियों के साफा-पगडिय़ों का प्रदर्शन अभिनव प्रयास है। सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी हरि शंकर आचार्य ने बताया कि प्रदर्शनी में वर्तमान सरकार के विकास कार्यों के अलावा, शहर के युवा चित्रकारों के फोटो संकलित किए गए हैं। प्रदर्शनी 30 मार्च तक प्रात: 11 से सायं 5 बजे तक आमजन के अवलोकनार्थ खुली रहेगी। सहायक जनसंपर्क अधिकारी शरद केवलिया ने आगंतुकों का आभार जताया। इस अवसर पर सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सेवानिवृत संयुक्त निदेशक दिनेश चंद्र सक्सेना, सेवानिवृत सहायक निदेशक अमरसिंह चौहान, राजेन्द्र कुमार भार्गव, लेखाधिकारी द्वितीय राजेन्द्र आसोपा, फिरोज खान, लोकायन के गोपाल सिंह, राजेन्द्र जोशी आदि मौजूद रहे।
तीस को होगी सांस्कृतिक संध्या
राजस्थान दिवस के अवसर पर 30 मार्च को रविन्द्र रंगमंच में सायं 7 बजे से भव्य सांस्कृतिक संध्या आयोजित की जाएगी। राजस्थान दिवस समारोह प्रभारी शैलेन्द्र देवड़ा ने बताया कि इस अवसर पर अफसान खान द्वारा लंगा कालबेलिया नृत्य एवं गायन, मानसी सिंह पंवार द्वारा भवई एवं चरखूला नृत्य, आशीष कल्ला द्वारा चकरी नृत्य, मंगलाराम द्वारा मश्क वादन, अभिषेक बोड़ा द्वारा शंख वादन, पुखराज द्वारा मांड गायन, शशि कुमार द्वारा कच्छी घोड़ी नृत्य, राकेश बिस्सा द्वारा राजस्थानी लोकगीत तथा गुरू सिमरण सिंह द्वारा भंगड़ा-गिद््दा नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी।