मुक्ति के सचिव राजेन्द्र जोशी ने बताया कि डॉ. नीरज दइया को साहित्य अकादेमी, नई दिल्ली के बाल साहित्य पुरस्कार, राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर के अनुवाद पुरस्कार के साथ नगर विकास निगम का “पीथळ पुरस्कार” सादूल राजस्थानी रिसर्च इन्स्टीट्यूट, बीकानेर का तैस्सितोरी अवार्ड, रोटरी क्लब, बीकानेर का “खींव राज मुन्नीलाल सोनी” पुरस्कार, कालू बीकानेर का नानूराम संस्कर्ता राजस्थानी साहित्य सम्मान, कांकरोली उदयपुर का मनोहर मेवाड़ राजस्थानी साहित्य सम्मान, फ्रेंड्स एकता संस्थान बीकानेर द्वारा साहित्य सम्मान तथा सृजन साहित्य संस्थान, श्रीगंगानगर द्वारा सुरजाराम जालीवाला सृजन पुरस्कार अर्पित किए जा चुके हैं। हिन्दी-राजस्थानी में समान गति व अधिकार से लिखने वाले डॉ. दइया की अब तक विभिन्न विधाओं की दो दर्जन से अधिक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है। पिछले माह आलोचना पुस्तकें ‘बुलाकी शर्मा के सृजन-सरोकार’ एवं ‘मधु आचार्य आशावादी के सृजन-सरोकार’ पुस्तकें लोकार्पित हुई और चर्चा में है।