बीकानेर। शार्टकट से कभी सफलता नहीं मिलती बल्कि मेहनत से ही बुलंद मुकाम हासिल होता है। पहचान से मिला काम ज्यादा दिन नहीं चल पाता और काम से मिली पहचान हमेशा कायम रहती है। ये उद्गार पूर्व मंत्री डॉ बी डी कल्ला ने शहरी जनकल्याण सेवा संस्थान की ओर से आयोजित किये गयेे ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर के समापन अवसर पर व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि महिलाएं घरों से निकलकर स्वाभिमानी बनें और देश का नाम रोशन करें, शिविर की इसी में सार्थकता है। विशिष्ट अतिथि रामेश्वरानंद जी महाराज ने  कहा कि जो विकास संस्कृति के साथ नहीं जुड़ा वह किसी काम का नहीं है। ऐसे शिविरों से आत्म विश्वास बढ़ता है।

अनजान लोगों से किस तरह बात की जाए, यह सीखने को मिलता है। शहर कांग्रेस अध्यक्ष यशपाल गहलोत ने कहा कि हमें समाज को जोडऩे के लिए महिला को संस्कारित करना है। समाज को यशस्वी बनाकर प्रेम, सद्भाव, जोडऩे की कला, तथा संस्कृति का स्वाभिमान जगाना है। कार्यक्रम के दौरान जिला उद्योग संघ के डी पी च्चीसिया,समाजसेवी अर्जुन सिंह चौहान,महावीर चारण, डॉ पी के सरीन,संतोष व्यास,हड़मान सोनी,संगीता शेखावत ने भी विचार रखे। शिविर के प्रतिभागियों ने भी अपने विचार व्यक्त किए। संस्थान सचिव खुशालचंद व्यास ने बताया कि दो महिनों तक चले इस अभिरुचि शिविर में कढ़ाई, बुनाई, मेहंदी, कुकिंग, संगीत, नृत्य, साज-सज्जा, सिलाई ब्यूटी पार्लर आदि का प्रशिक्षण दिया गया। जिनके प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किये गये। साथ ही रानू आचार्य को सिलाई मशीन भी भेंट की गई। अध्यक्ष मेघराज आचार्य ने सभी का आभार जताया। इस अवसर पर रंगारंग कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया। संचालन गणेश कलवाणी ने किया।