पथराव के बाद प्रशासनिक अमला भागा, मीडिया कर्मियों के कैमरे तोड़े
हनुमानगढ़। जरायमपेशा लोगों की बस्ती सुरेशिया में अवैध कब्जे तोडऩे पर जनाक्रोश भड़क गया। उपद्रवियों ने पथराव शुरू कर दिया। कब्जा तोडऩे पहुंचा नगर परिषद का अमला मौके से भाग गया। अतिक्रमणकारियों ने मीडिया कर्मियों पर भी हमला कर दिया। उनके कैमरे तोड़ दिए गये। एक फोटोग्राफर का कैमरा छीन लिया गया।
जानकारी के अनुसार सुरेशिया बस्ती में बड़े पैमाने पर अतिक्रमण हैं। इन अतिक्रमणों को तोडऩे के लिए नगर परिषद का अमला मंगलवार को भी पहुंचा था। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की समझाइश से मंगलवार को यहां कब्जे तोड़ गये थे। यही अमला आज फिर चार पुलिस कर्मियों के साथ कब्जे तोडऩे पहुंचा था। अमल ने जेसीबी की मदद से जैसे ही कब्जे तोडऩे शुरू किए, तो लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। पथराव होने पर अधिकारी, कर्मचारी व पुलिस कर्मी मौके से भाग गये।
भारी पुलिस बल नहीं होने पर अतिक्रमणकारियों ने खिलाफत शुरू कर दी। भीड़ की गिरफ्त में आने पर एक पे्रस फोटोग्राफर का कैमराछीन लिया गया, जबकि अन्य फोटोग्राफरों के कैमरे छीन कर तोड़ दिए गये। गुस्साए लोगों ने जेसीबी को भी नुकसान पहुंचाया। इस इलाके में वर्षो से सरकारी जमीन पर कब्जा किए बैठे लोग हाथों पर पेट्रोल की बोतलें लेकर उपद्रव मचा रहे हैं। पास ही खेतों में पड़ी पराली को आग लगा दी गई। पथराव में कई लोगों के चोटिल होने के समाचार हैं।
सुरेशिया बस्ती के लोगों ने अतिक्रमण तोडऩे के दौरान एक महिला की मौत होने की अफवाह फैलाते हुए उसे चारपाई पर लिटा लिया और अर्थी के रूप में लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय की तरफ चल पड़े। इससे पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूल गये। हजारों लोगों की भीड़ के आने की सूचना मिलने पर एसपी कार्यालय पर एएसपी निर्मला बिश्रोई की अगुवाई में यहां भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। पुलिस अधिकारियों ने चारपाई पर लेटी महिला को चैक करके उससे जबरन टाउन के सरकारी अस्पताल में पहुंचा दिया। पुलिस के अनुसार मंजू नामक महिला बेहोश थी। अस्पताल में प्राथमिक उपचार मिलने के बाद उसे होश आने पर पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली। उधर सुरेशिया इलाके से सरकारी अमला पूरा तरह से गायब हो गया। वहां के लोग ही दशहत फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। समाचार लिखे जाने तक एसपी कार्यालय पर स्थिति तनावपूर्ण थी।