जयपुर। मरूधरा राजस्थान में आयोजित होने जा रही रही नेशनल कॉईनेक्स प्रदशर्नी को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह नजर आ रहा है। तीन दिवसीय इस प्रदर्शनी का शुभांरभ 5 अप्रेल को राजधानी जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में समारोह पूर्वक होगा।
यह जानकारी देते हुए काईनेक्स प्रदर्शनी की राष्ट्रीय संयोजक आर्जी मारू ने बताया कि दुर्लभतम सिक्कों और नोटों के संग्रहकर्ताओं के लिए इस हफ्ते के तीन दिन जबरदस्त उत्सुकता भरे रहेगें।आर्ची के अनुसार मुंबई की ओसवाल ऑक्शन और बैंगलुरू की मरुधर आर्ट्स की ओर से संयुक्त रूप से आयोजित राजस्थान की प्रथम कॉइनेक्स में देश के विभिन्न प्रांतों से लगभग 125 व्यापारी अपनी स्टॉल लगाएंगे।
इस प्रदर्शनी में भारत व विश्व के कई देशों के दुर्लभ सिक्के, डाक टिकट व फैंसी नंबरों के नोट भी देखने को मिलेंगे जिसमें संग्राहकों की विभिन्न रुचियों को देखकर दंग रह जाएंगे।आर्ची ने बताया कि प्रदर्शनी में नये दौर के सिक्कों से लेकर 26 सौ साल पुराना सिक्का देखने को मिलेगा। उन्होने बताया कि यह सिक्का गंधार (अफगानिस्तान) के राजा के शासनकाल में लगभग 2600 वर्ष पूर्व में ढाला गया था। चान्दी की धातु में लगभग 11 ग्राम वजन के इस सिक्के का आकार लगभग 40-45 एमएम है और इसके दोनों किनारों पर सात भुजाओं के चक्र अंकित है। प्रदर्शनी में भारत के प्रथम सिक्कों के साथ गुप्तकालीन स्वर्ण मुद्रित अश्वमेध यज्ञ का सिक्का भी देखने को मिलेगा,ऐतिहासिक तथ्य यह है कि यह सिक्का अश्वमेघ यज्ञ की पौरागिण गाथाओं का प्रमाण है।
दो ऑक्शन सत्र होगें
आर्ची मारू ने बताया कि तीन दिवसीय प्रदर्शनी में दो ऑक्शन के सत्र भी होंगे जिसमें प्राचीन सिक्कों के इतिहास के बारे में जानकारी मिलेगी। इसके अलावा 15 से ज्यादा अकादमिक सत्र होंगे जिसमें जाने माने विशेषज्ञ सिक्कों, डाक टिकट एवं नोट पर संग्राहकों को अनूठी जानकारी देंगे। प्रदर्शनी के दौरान जयपुर एवं राजस्थान की कई विभूतियों को भी सम्मानित किया जायेगा।