जयपुर। अवैध हथियार एवं मादक पदार्थ तस्करों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत नागौर पुलिस ने रविवार को मुखबीर की मुखबिर की सूचना पर अलग अलग जगहो से अवैध हथियारों सहित पाँच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 5 पिस्टल,1 देशी कट्टा एवं 102 कारतूस बरामद किये गए है।
पुलिस अधीक्षक जिला नागौर डॉ. विकास पाठक के निर्देशानुसार अवैध हथियारों की बरामदगी एवं अपराधियो की धरपकड़ अभियान के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री सरजीत सिंह मीना व वृताधिकारी मेडतासिटी श्री रामगोपाल शर्मा के निर्देशन में थानाधिकारी मेड़तासिटी श्री अमराराम खोखर के नेतृत्व में टीम गठित की गई।
पुलिस अधीक्षक डॉ. पाठक ने बताया कि गठित टीम ने मुखबीर की सूचना पर थाना गोटन निवासी सीताराम पुत्र श्री सुखराम जाट (35) एवं थाना कुचेरा निवासी सुखाराम पुत्र श्री राधाकिशन जाट (36),मनीराम पुत्र श्री तिलोकराम जाट (53), हरेन्द्र उर्फ कैलाश पुत्र श्री कल्याणराम (29) व भैरूसिह उर्फ पूर्णसिह पुत्र श्री जगदीश सिंह राजपूत (26) को 5 पिस्टल, 1 देशी कट्टा व 102 कारतूस सहित गिरफ्तार किया है।
डॉ. पाठक ने बताया कि एनडीपीएस एक्ट में वांछित आरोपी सीताराम डिडेल के द्वारा हथियारों की सप्लाई सूचना पर थानाधिकारी मय टीम द्वारा आरोपी को मेड़तासिटी से एक पिस्टल मय दो कारतूस के साथ गिरफतार किया गया। ततपश्चात आरोपी भैरूसिंह को एक देशी कट्टे व एक कारतूस के साथ,आरोपी सुखाराम को एक पिस्टल व 18 कारतूस के साथ तथा आरोपी मनीराम को एक पिस्टल व 30 कारतूस के साथ तथा आरोपी हरेन्द्र उर्फ कैलाश को एक पिस्टल मय 50 कारतूस व एक देशी कट्टे मय एक कारतूस के साथ गिरफतार किया गया।
उन्होंने बताया कि आरोपी मनीराम पूर्व सरपंच का भाई है। वर्तमान व पूर्व सरपंच के मध्य चुनावों के बाद से लगातार तनाव चल रहा है। जिसके बाद से ही मनीराम सुखराम से बदला लेने की फिराक में था। इनमें आपस में कई बार मारपीट की घटनाएं हो चुकी हैं। लेकिन इस बार मनीराम सरपंच सुखाराम पर हमला करने की नियत से योजना बना रहे थे। लेकिन मेड़तासिटी पुलिस की आसूचना पर एक बड़ी घटना को होने से टाला जा सका है।
डॉ. पाठक ने बताया कि सीताराम डिडेल पिछले कुछ साल से अवैध हथियार बेचने का काम कर रहा है इसके द्वारा आस पास के क्षेत्र लाम्बा जाटान, गोटन, मेड़तारोड, जारोडा, बुटाटी व कुचेरा क्षेत्र में कई लोगों को हथियार सप्लाई किये जा चुके है।
उन्होंने बताया कि गिरफतार आरोपियों से हथियार खरीद के बारे में गहनता से पूछताछ की जा रही है। जिससे कई और खुलासे होने की संभावना है।