सुथार समाज समेत अनेक संगठनों ने किया पुलिस मुख्यालय पर प्रदर्शन
बीकानेर। जिले में श्रीडूंगरगढ़ तहसील के दुलचासर गांव की युवति से सामुहिक दुष्कर्म के मुलजिमों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर श्रीविश्वकर्मा सुथार समाज के लोगों सहित अनेक संगठनों के प्रतिनिधियों ने मंगलवार को यहां जिला पुलिस और रेंज पुलिस मुख्यालय पर प्रदर्शन कर गहरा रोष जताया। पूर्व सरपंच राधाकिशन नागल की अगुवाई में रतन बिहारी पार्क से जुलुस के रूप में पहुंच श्रीविश्वकर्मा समाज के लोगों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस जघन्य दुष्कर्म कांड में जांच अधिकारी सीओं श्रीडूंगरगढ जगदीश बोहरा के रवैये पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि महज एक अभियुक्त प्रेम चौधरी की गिरफ्तारी कर हाथ पर हाथ धरे बैठी पुलिस वारदात में नामजद मनोज और उसके कुख्यात साथियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है।
इसके अलावा इस कांड में परियुक्त वाहन भी जब्त नहीं किया है और वहीं पुलिस से बैखोफ मुलजिम खुलेआम घूमकर पीडि़त परिवार पर मुकदमें में राजीनामे के लिये दबाव बना रहे है। प्रदर्शनकारियों में शामिल दिनेश सिह भदौरियां (सावधान संस्था के संयोजक) ने तल्ख लहजे में नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि पुलिस का यह रवैया किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं होगा और पखवाड़े भर के भीतर वारदात में लिप्त मनोज और उसके साथियों को गिरफ्तार कर उन्हे सलाखों के पीछे नहीं पहुंचाया गया तो बीकानेर में सर्वसमाज को शामिल कर पुलिस के खिलाफ जन आंदोलन किया जायेगा।
आईजी और एएसपी को दिया ज्ञापन जिला पुलिस मुख्यालय और रैंज मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन के बाद प्रदर्शकारियों के शिष्ट मंडल ने रैंज पुलिस महानिरीक्षक विपिन कुमार पांडेय तथा अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण डॉ.लालचंद कायल को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में मांग की गई है कि मुख्य अभियुक्त प्रेम जाट से कड़ी पूछताछ के लिये उसे दुबारा रिमांड पर लिया जाये तथा वारदात में लिप्त अन्य अभियुक्तो को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर वारदात में प्रयुक्त गाड़ी जब्त की जाये। शिष्ट मंडल में भागीरथ मांडण, भगवाना राम सुथार, मांगीलाल धामू, भंवरलाल मांडण, वरिष्ठ पत्रकार पन्नालाल नागंल, मेघराज कुलरिया, सतपाल जांगिड़, चतुर्भुज नागल, एडवोकेट निमेष कुलरिया, श्यामलाल सुथार डॉ ओमप्रकाश लेखराव समेत सावधान संस्था के प्रतिनिधि भी शामिल थे। साथ में अन्य प्रमुख गणमान्य जनों में मुलताना राम सुथार, शिव बरडवा, विरेन्द्र करल, शिव बामणिया, परमेश्वर चुयल, लक्ष्मण राम सुथार दुलमेरा, पुखराज सुथार, राजकुमार मांडण नोखा, मुलाराम धामू, मोहनलाल चुयल बीदासर, भंवरलाल सुथार भामटसर, डुगर जी मांडण साठिका, बद्रिजी चुयल देशनोक सहित सेकडो की सख्या में सुथार समाज व अन्य समाजों के गणमान्य लोग शामिल हुए।
शिष्ट मंडल को रैंज पुलिस महानिरीक्षक विपिन कुमार पांडेय तथा अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण डॉ.लालचंद कायल ने बताया कि नामजद दुसरे अभियुक्त मनोज पुत्र श्रवण राम को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
संदिग्ध है पुलिस का रवैया प्रदर्शनकारियों में शामिल पूर्व संरपच राधाकिशन नांगल ने कहा कि इस जघन्य कांड की जांच में पुलिस का रवैया संदिग्ध है,उन्होन कहा कि अभियुक्त प्रेम पुत्र रेंवताराम जाट तथा मनोज पुत्र श्रवणराम जाट समेत तीन अन्य जनों के खिलाफ सेरूणा पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज कराया था लेकिन प्रेम पुत्र रेंवताराम जाट को गिरफ्तार कर एक दिन रिमांड के बाद उसे न्यायिक अभिरक्षा के तहत जेल भिजवा दिया। इस मामले में पुलिस की भूमिका इस लिये संदिग्ध मानी जा रही है,क्योंकि पुलिस ने अब तक दूसरे नामजद मुलजिम मनोज जाट को गिर तार नहीं किया है, ना ही रिमांड पर रहे मुलजिम प्रेम जाट से पूछताछ के आधार पर वारदात में लिप्त रहे अन्य अभियुक्तों का पता लगाकर उन्हे गिरफ्त में नहीं लिया।
यह है घटनाक्रम
जानकारी में रहे कि दुलचासर गांव में सुथार जाति की युवति को गत 23 अप्रेल की रात घर के पीछे पेशाब करने गई थी तभी वहां घात लगाये बैठे प्रेम पुत्र रेवन्ता राम जाट व मनोज पुत्र श्रवणराम जाट दीवार फांद कर आये और युवति को उठा ले गये,शोर शराबा करने पर पीडि़ता को जान से मारने की धमकी दी और अपने घर की रसोई मेंं घसीट कर ले गये जहां तीन जने पहले से मौजूद थे,सबने मिलकर पीडि़ता के साथ बारी बारी से दुष्कर्म किया फिर बेहोश हो जाने पर पीडि़ता को गाड़ी में डालकर जोधासर गांव की रोही में पटक गये। अगले दिन बदहवास में अपने घर पहुंची पीडि़ता ने आरोपियों के खिलाफ पीडि़ता ने सेरूणा पुलिस थाने में केस दर्ज करवा दिया।