बीकानेर। प्रतिभा को निखारने की आवश्यकता नहीं है वह तो स्वत: ही निखर कर बाहर आ जाती है। यही नजारा देखने आया उदयरामसर स्थित मुरलीसिंह यादव मेमोरियल प्रशिक्षण संस्थान में गरिमा चौधरी ने बीएससी बीएड फोर इयर इंटीग्रेटेड कोर्स में प्रवेश लिया। संस्थान के निदेशक कुलदीप यादव ने बताया कि जसरासर निवासी देवकीनन्दन चौधरी की पुत्री गरिमा चौधरी ने मात्र 13 साल की आयु में ही व्यावसायिक पाठ्यक्रम बीएससी बीएड में प्रवेश लिया।
2016 में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से दसवीं कक्षा में 77.83 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण की तथा 2018 में सीनियर सैकेण्डरी में 76.20 प्रतिशत अंकों से सफलता हासिल की। इतनी कम उम्र में ही महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय अजमेर की पीबीएससी बीएड पीटीईटी परीक्षा में 358 अंक प्राप्त कर बीएससी बीएड में प्रवेश लिया है। यादव ने गरिमा की प्रतिभा का सम्मान किया तथा तिलक लगाकर उसे प्रवेश दिया।