देशनोक। सुबह की मस्त बयार, नाचते झूमते गोभक्त, बैंड बाजे की मधुर स्वर लहरियां, गौमाता और करणी माता के गुंजयमान उद्घोष करते गोभक्त, राजस्थानी वेशभूषा में मंगलकलश सिर पर लेकर चलती महिलाएं और युवतियां, सचेतक झांकियों से सजी गाडिय़ों में सवार देवी देवताओं के वेश में बच्चे, रास्ते भर में समाजसेवी संगठनों द्वारा मंगलकलश यात्रा का स्वगत, माँ करणी मन्दिर प्रागण से निकल कर देशनोक के प्रमुख मार्ग से होती हुई श्रीकरणी गोशाला कथा स्थल पहुंचे। जहां गो-गुरु-गोविंद कथा का विधिवत पूजा अर्चना से शुभारम्भ हुआ।
नौ दिवसीय गो-गुरु-गोविन्द कथा का आयोजन आज से हो रहा है। नौ दिवसीय इस आयोजन में आरती, हवन योग शिविर, वेदान्त प्रवचन, चिकित्सा शिविर तथा 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक गो-गुरु-गोविन्द कथा का आयोजन होगा। भोजन प्रसादी, गुरु दीक्षा, विशेष सत्संग एवं भजन तथा रात्रि में भक्त कलाकारों द्वारा रात्रि जागरण, सुन्दरकांड पाठ आदि धार्मिक आयोजन होंगे।
इसके साथ ही 27 जुलाई को महागुरु पूजन तथा 28 जुलाई को संन्यास एवं उत्तराधिकार चादर ओढ़ाई का आयोजन होगा। कथा का धेनू चैनल व आस्था भजन चैनल पर भी दोपहर 11 से 3 बजे तक सीधा प्रसारण होगा।