जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा है कि जोधपुर सहित राज्य के लगभग आधा दर्जन से अधिक जिलों में रिकाॅर्ड बारिश के कारण बाढ की स्थिति पैदा होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इस आपदा में जहां अनेक लोगों को जान से हाथ धोना पडा है, वहीं किसानों/व्यापारियों को करोडों रूपयों का आर्थिक नुकसान भी हुआ है। उन्होंने कहा कि हालात की गम्भीरता को देखते हुए राज्य सरकार को आपदा राहत कार्यों को युद्धस्तर पर अंजाम दिया जाना चाहिए, जिससे पीड़ितों को जल्द राहत मिल सके।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वैसे तो भीलवाडा, पाली, चित्तौड, कोटा प्रतापगढ, जालौर, बाडमेर आदि अनेक जिलों में अतिवृष्टि से हालात खराब है। लेकिन सबसे भयावह स्थिति तो जोधपुर की है। जोधपुर में बारिश का 20 साल का रिकाॅड टूट गया, जिससे वहां बस-रेल परिवहन बिजली-पानी व संचार व्यवस्था लगभग ठप्प हो गयी है। इतना ही नहीं जोधपुर स्थित एम्स, एमडीएम व महात्मा गांधी अस्पताल में भी व्यवस्थाऐं प्रभावित हुई हैं। जोधपुर शहर में रातानाडा, अजीत कालोनी, कस्तूरी कालोनी, पृथ्वीपुरा, सारण नगर, पुलिस लाइन, नान्दडी क्षेत्र, कागा कालोनी, नट बस्ती, नया तालाब, हाउसिंग बोर्ड क्षेत्र के घरों में पानी भर गया है। भारी बारिश से जोधपुर जीरा मण्डी में जीरे के खराब होने से करोडों का आर्थिक नुकसान भी हुआ है।
श्री गहलोत ने कहा कि पिछले दो-तीन दिनों में हुई भारी बारिश की वजह से भीलवाडा, बाडमेर, पाली, चित्तौड, बारां, कोटा, बांसवाडा, डूंगरपुर, झालावाड आदि जिलों मंे भी जनजीवन प्रभावित हुआ है। स्थिति की गम्भीरता का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि बाडमेर में 6, जोधपुर में 8, डूंगरपुर व बांसवाडा में 2-2, झालावाड, बीकानेर, कोटा व बारां में 1-1 लोगों की मौत इस आपदा में हो चुकी है। राज्य सरकार को मृतकों के परिजनों को अविलम्ब ही आर्थिक मुआवजा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस आपदा की वजह से जिन लोगों को किसी भी तरह का आर्थिक नुकसान हुआ है, उनको भी राज्य सरकार की ओर से उचित क्षतिपूर्ति दी जानी चाहिए।
बीसलपुर बांध से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने से करौली जिले का कोटड़ा गांव बीती रात टापू में तब्दील हो गया। पानी से घिरे देख ग्रामीणों में दहशत फैल गई। सूचना पर सेना और एनडीआरएफ टीमों ने मौके पर पहुंचकर पूरी रात रेस्क्यू अभियान चलाया और सुबह तक 217 ग्रामीणों को बाहर निकालकर सुरिक्षत स्थान पर पहुंचाया। ओर से प्रदेश में जालौर, भीलवाड़ा और जोधपुर में अभी हालात खराब हैं। हजारों घर पानी में डूबे हुए हैं। सेना के जवान लगातार बचाव कार्यो में जुटे है। इन जिलों के कई गांव पानी में जलमग्न हो गए है। हालांकि बीती रात से बारिश का दौर थोड़ा कमजोर पडऩे से लोगों ने राहत की सांस ली लेकिन नदी नाले लगातार उफान पर चलने से परेशानी कम नहीं हो पा रही है। मौसम विभाग के अनुसार गुरूवार को प्रदेश के पूर्वी इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना है।
नेवटा बांध में डूबा युवक
जयपुर के नेवटा बांध पर अपने दोस्तों के साथ पार्टी मनाने गए एक युवक की डूबने से मौत हो गई। पुलिस के अनुसार भुवनेश्वर वाटिका, करणी विहार निवासी 22 वर्षीय धर्मेंद्र रावत पुत्र प्रेमसिंह रावत अपने दो दोस्त आदिनाथ नगर निवासी अजय और जवाहर नगर टीला नंबर 6 निवासी अमित के साथ रात करीब पौन आठ बजे नेवटा बांध पर पार्टी करने गया था। धर्मेंद्र नहाने के लिए नेवटा बांध में उतर गया, लेकिन गहराई ज्यादा होने के कारण वह डूब गया।