OmExpress News / Jaipur / राजस्थान में चल रहे सियासी घटनाक्रम के बीच पुलिस मुख्यालय से बड़ी खबर आई है. सचिन पायलट को पीसीसी चीफ और डिप्टी सीएम से हटाने के बाद गुर्जर बाहुल्य इलाकों में हाई अलर्ट जारी किया गया है. इसमें दौसा, अजमेर, भीलवाड़ा, धौलपुर, टोंक, सवाई माधोपुर और भरतपुर समेत कई जिले शामिल है. ऐसे में काननू व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी जिला SP को अलर्ट जारी किया गया है. (Rajasthan Political Crisis)
सचिन पायलट की बर्खास्तगी के बाद इंटेलीजेंस ने ऐसा इनपुट दिया है. वहीं इससे पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने तीन मंत्रियों को बर्खास्त किया है. इसमे सचिन पायलट, विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा शामिल है. वहीं सचिन पायलट को पीसीस चीफ पदे से भी हटाया गया है. उनके स्थान पर गोविंद सिंह डोटासरा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बने हैं.
गणेश घूघरा बने यूथ कांग्रेस अध्यक्ष
वहीं मुकेश भाकर को यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष पद से बर्खास्त कर उनके स्थान पर गणेश घूघरा को यूथ कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया है. वहीं हेमसिंह शेखावत सेवादल प्रदेशाध्यक्ष होंगे. कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने एक षडयंत्र के तहत राजस्थान की 8 करोड़ जनता के सम्मान को चुनौती दी है.
बीजेपी ने साजिश के तहत कांग्रेस की सरकार को अस्थिर कर गिराने की साजिश की है. बीजेपी धनबल और सत्ताबल से कांग्रेस पार्टी और निर्दलीय विधायकों को खरीदने की कोशिश की है.
पायलट ने अपना ट्विटर प्रोफाइल बदला
पद से हटाये जाने के तुरंत बाद पायलट ने अपना ट्विटर प्रोफाइल भी बदल दिया। राजस्थान में कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ बगावती रुख अपनाने वाले नेता सचिन पायलट ने राज्य में राजनीतिक घटनाक्रम पर पहली बार प्रतिक्रिया देते हुए मंगलवार को कहा कि सत्य को परेशान किया जा सकता है, लेकिन पराजित नहीं।
सत्य को परेशान किया जा सकता है पराजित नहीं।
— Sachin Pilot (@SachinPilot) July 14, 2020
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने ट्वीट किया कि सत्य को परेशान किया जा सकता है, पराजित नहीं। वहीं, कांग्रेस की कार्रवाई से पहले सचिन पायलट के करीबी एवं राज्य पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने भी मंगलवार सुबह शायराना अंदाज में अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। उन्होंने लिखा था कि ‘मैं बोलता हूं, तो इल्ज़ाम है बग़ावत का, मैं चुप रहूं तो बड़ी बेबसी सी होती है। इस ट्वीट को भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने रि-ट्वीट किया था।
राजस्थान संकट पर पायलट एवं उनके साथी नेताओं के खिलाफ कांग्रेस ने कड़ी कार्रवाई की। पायलट को उपमुख्यमंत्री पद के साथ-साथ पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया। इसके अलावा पायलट खेमे के सरकार के दो मंत्रियों विश्वेंद्र सिंह एवं रमेश मीणा को भी उनके पदों से तत्काल हटा दिया। यह फैसला कांग्रेस की विधायक दल की बैठक में लिया गया।
गौरतलब है कि राजस्थान संकट पर कांग्रेस ने लगातार दूसरे दिन विधायक दल की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में सचिन पायलट और उनके खेमे के विधायक शामिल नहीं हुए थे।