बीकानेर । आचार्य तुलसी फिजियोथैरेपी सेन्टर के उद्घाटन अवसर पर स्वास्थ्य चेतना संगोष्ठी आयोजित की गई। वर्तमान में व्यक्ति की जीवन शैली इतनी अधिक तनावमुक्त हो गई है कि उसका असर उसके स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है। यदि हम अपनी स्वार्थपूर्ण दिनचर्या के परे कुछ समय परमार्थ कि लिए दें उससे इतना सुकून मिलेगा कि सहज ही जीवन से अस्वास्थ्य पलायन कर जाएगा। उक्त आशय के उद्गार बीकानेर जिलाधीश आरती डोगरा ने आचार्य तुलसी फिजियोथैरेपी सेंटर के उद्घाटन अवसर पर व्यक्त किए। डोगरा ने कहा की व्यक्ति अर्थदान के साथ समयदान भी करें उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति प्रतिदिन के 24 घन्टे में से कुछ न कुछ समय दूसरों के लिए निकालें ताकी सभी का स्वस्थ बनाया जा सके।
बीकानेर नगर निगम के महापौर नारायण चौपड़ा ने कहा – आचार्य तुलसी शान्ति प्रतिष्ठान द्वारा चिकित्सा के क्षेत्र में अविस्मरणीय कार्य किए जा रहे है। चाहे कैंसर रिसर्च सेंटर हो या रिलीफ सोसायटी। इसी क्षेत्र में नया कदम है फिजियोथैरेपी सेंटर। यह सेंटर आध्यात्मिक चिकित्सा के क्षेत्र में अपनी विश्वस्तरीय पहचान बनाए।
मुनि पीयूष कुमार ने कहा हम बाहरी व्यक्तित्व के साथ जीने के इतने आदी हो चुके हैं कि अस्वास्थ्य हमारे जीवन का हिस्सा बन चुका है। अपेक्षित है कि हम शरीर व आत्मा के लिए कुछ समय अवश्य निकालें।
मुनि मलयज कुमार ने कहा स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन का निवास होता है। स्वस्थ शरीर के लिए जहाँ मेडिकल साइंस का इस्तमाल होता है वहीं स्वस्थ मन हेतु ध्यान का अभ्यास किया जाता है।
संगोष्ठी का विषय परिवर्तन करते हुए जैन लूणकरण छाजेड़ ने कहा कि स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता रखने से व्यक्ति हमेशा तन्दुरूस्त रह सकता हैं। उन्होंने कहा कि स्वस्थ तन होगा तो मन भी स्वस्थ रहेगा। कार्यक्रम का संचालन करते हुए आचार्य तुलसी शान्ति प्रतिष्ठान के महामंत्री जैन लूणकरण छाजेड़ ने कहा आचार्य तुलसी समाधि स्थल द्वारा लोककल्याण के अनेकों कार्य सम्पादित किए जा रहे है।
इससे पूर्व जिला कलेक्टर आरती डोगरा ने “आचार्य तुलसी फिजियोथैरेपी सेन्टर” का लोकार्पण मुनिश्री पीयूष कुमार जी से मंगलपाठ सुनकर किया। इस सेन्टर पर डॉ प्रज्ञा व्यास अपनी सेवाएं देगी तथा डॉ निमित सक्सेना का निर्देषन रहेगा एवं श्रीमती मधु नाहटा सहयोगी के रूप में कार्यरत रहेगी। सेन्टर प्रतिदिन सुबह 8 से 11 बजे तक खुला रहेगा। इस सेन्टर में आधुनिक तकनीक के उपकरण एवं मषीने लगाई गई है।
जिला कलेक्टर ने नैतिकता का शक्तिपीठ में आचार्य तुलसी की समाधि को नमन करने के बाद “तुलसी चित्र दीर्घा” का भी अवलोकन किया। महापौर नारायण चौपड़ा एवं जिला कलेक्टर आरती डोगरा ने बहुश्रुत मुनिश्री राजकरण जी एवं मुनिव्रत जी से भी चर्चा करके आचार्य तुलसी एवं जैन धर्म के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए कहा कि समाज सेवा के क्षेत्र में आचार्य तुलसी शान्ति प्रतिष्ठान अद्भुत कार्य कर रहा है। इस अवसर पर जेठमल बोथरा, डॉ.एम.आर.बरड़िया, डॉ.पी.सी.तातेड़, सुमेरमल दफ्तरी, शुभकरण सिंगी, नारायण गुलगुलिया, महिला मंडल, तेरापंथी सभा, तेयुप के पदाधिकारी भी उपस्थित थे।