बीकानेर। मुक्ति संस्था, बीकानेर के तत्वावधान में साठ ( 60 दिवसीय) दिवसीय ब्यूटीशयन एवं मेकअप प्रशिक्षण कार्यक्रम गुरूवार को प्रारंभ हुआ। उद्घाटनसत्र की अध्यक्षता शिक्षाविद एवं साहित्यकार ओम प्रकाश सारस्वत ने की तथा मुख्य अतिथि वरिष्ठ चित्रकार सुलोचना गोढ़वाल थें। अतिथियों ने दीप प्रजवल एवं फीता काटकर उद्घाटन किया। उद्घाटन सत्र के विशिष्ट अतिथि कहानीकार राजाराम स्वर्णकार थें।मुक्ति संस्था के समन्वयक विष्णु शर्मा ने बताया कि धोबी तलाई स्थित , सिन्धी धर्मशाला में प्रारंभ हुए ब्यूटीशीयन, मेकअप प्रशिक्षण शिविर के उद्घाटन उपरांत उपस्थित महिलाओं को सम्बोधित करते हुए कार्यक्रम अध्यक्ष ओम प्रकाश सारस्वत ने कहा कि मेकअप शरीर का दर्पण होता है, सदियों से मनुष्य अपने शरीर और चेहरे को स्वस्थ और सुन्दर बनाने का प्रयास करता रहा है, उन्होने कहा कि शरीर और चेहरे को सुन्दर बनाने की कला को सौन्दर्य कला भी कहते है।

सारस्वत ने त्वचा की सामान्य समस्याएं और निदान के तरीको को समझाते हुए कहा कि मेकअप करते समय अनेक सावधानियां भी रखनी चाहिए, उन्होने कहा कि यह सही है कि मेकअप का प्रयोग चेहरे की सुन्दरता बढ़ाने के लिए किया जाता है लेकिन हमको चेहरे की सुन्दरता से पहले मन की सुन्दरता की और खास ध्यान देना होगा।कार्यक्रम की मुख्य अतिथि गोठवाल ने कहा कि मेकअप का प्रशिक्षण प्राप्त कर एक सफल उद्यमशील महिला बनना होगा तभी परिवार की गाड़ी ठीक से संचालित हो सकेगी। उन्होने कहा कि मेहनत से कोई न कोई उद्यम करके व्यक्ति आगे बढ़ता है। गोठवाल ने कहा कि मन लगाकर प्रशिक्षण प्राप्त करे और आर्थिक साधन जुटाने का प्रयास करें।


विशिष्ट अतिथि कवि-कथाकार स्वर्णकार ने कहा कि परिवार संचालन के दो पहिये पुरूष और महिला होते है, दोनो के सहयोग से ही घर-परिवार संचालित होता है, उन्होने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति में कोई न कोई हुनर होता है, आवश्यकता हुनर को पहचान कर आगे बढऩे की होती है। स्वर्णकार ने कहा कि हुनर के आधार पर प्रशिक्षण प्राप्त कर उद्यम करने से ही सिद्धी प्राप्त होती है। कार्यक्रम संयोजक मनोज व्यास ने कहा कि महिलाओं को मेकअप प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत ही अपना व्यवसाय प्रारंभ करना चाहिए जिससे व्यवसाय में सफलता प्राप्त होगी। कार्यक्रम में 20 महिलाएँ प्रशिक्षण ले रही है।

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