बीकानेर । रेगिस्तान के रेतीले धोरों के बीच चल रहे भारत फ्रांस युद्धाभ्यास शक्ति 2016 में दोनों देशों के जवान आपसी तकनीक को सांझा कर रहे है वंही सीमावर्ती क्षेत्रेां में आतंकवादी गतिविधियेां को नेस्तनाबूद करने के गुर सीख रहे है। यह युद्धाभ्यास महाजन स्थित एशिया की सबसे बड़ी फायरिंग रेंज में इन दिनों चल रहा है।
रक्षा प्रवक्ता लेफिटनेंट कर्नल मनीष ओझा ने बताया कि पिछले पांच दिन से चल रहे भारत-फ्रांस के युद्धाभ्यास शक्ति 2016 में दोनो देशों की सैन्य टुकडियां तकनीक, संचार व सीमावर्ती क्षेत्रेां में आंतकवादी गतिविधियों को रोकने की बारिकियों को सीख रही है। यह अभ्यास दोनों देशों के जवानों व अधिकारीयों के लिए आतंकवादी गतिविधियों को रोकने में सकारात्मक भूमिका निभाएगा।
उन्होने बताया कि इस युद्धाभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों की सेना द्वारा साझा ऑपरेशन तकनीक का प्रशिक्षण हासिल करना है। दोनों देशों के सैन्य दलों में कोम्बेट व टेक्टीकल अभ्यास करना जिसमें फायरिंग ड्रिल तथा युद्ध की तकनीक का अभ्यास कार्य शामिल था। दोनों सैन्य दलों को इस अभ्यास में आप्रेशनल विधियों के साथ-साथ ड्रिल के अनुभव को हासिल करने का मौका मिल रहा है। यह अभ्यास अपने उद्देश्य की प्राप्ति को हासिल करने में सफल होगा। इस अभ्यास का समापन समारोह 16 जनवरी 2016 को महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में आयोजित किया जायेगा।