जयपुर। भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी (बीएसडीयू) की प्रतिष्ठा में उस समय और इजाफा हो गया, जब 7 अक्टूबर 2018 को इसे भारत की सर्वश्रेष्ठ वोकेशनल ट्रेनिंग यूनिवर्सिटी के लिए प्रतिष्ठित ”इंडिया लीडरशिप अवॉर्ड-2018” से सम्मानित किया गया। होटल ताज, बेंगलुरु में इंडस्ट्री के 100 से अधिक प्रभावशाली और अग्रणी लोगों की मौजूदगी में मुख्य अतिथि सुश्री सोहा अली खान ने यह अवार्ड प्रदान किया। भारत में कौशल विकास उद्योग के क्षेत्र में उत्कृष्टता लाने और छात्रों को विभिन्न उद्योगों में संबंधित नौकरियों के लिए उपयुक्त बनाने के साथ-साथ उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करने और अपना व्यवसाय शुरू करने के काबिल बनाने की दिशा में किए गए प्रयासों के लिए बीएसडीयू को इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

उल्लेखनीय है कि पिछले महीने स्विट्जरलैंड के जिनेवा में ग्लोबल इंडिया एजुकेशन फोरम अवॉड्र्स में भी भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी को ”मोस्ट प्रोमिसिंग ग्लोबल यूनिवर्सिटी” पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। कौशल उत्कृष्टता के क्षेत्र में निरंतर प्रयास के लिए बीएसडीयू को कौशल विकास श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय के रूप में चुना गया है। बीएसडीयू ने शिक्षा की गुणवत्ता, विश्व स्तरीय मशीनरी, विशेषज्ञ संकाय सदस्य, प्रशिक्षण पद्धति, औद्योगिक अप्रेंटिसशिप, उद्योग सहयोग, संगोष्ठियों और अभिनव प्रतियोगिताओं और प्रदर्शनियों जैसे सभी प्रमुख मानकों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। ब्लिंडविंक सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड एक अग्रणी वैश्विक, इनसाइट-ड्रिवन बाजार अनुसंधान कंपनी है जो हर साल इंडिया लीडरशिप अवॉड्र्स आयोजित करती है। पुरस्कार समारोह का उद्देश्य समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट, प्रतिष्ठित और अनुकरणीय काम को बढ़ावा देना और सम्मान करना है।

पुरस्कार को प्राप्त करते हुए भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी के डायरेक्टर-एडमिशन्स डॉ रवि गोयल और प्रोवोस्ट कर्नल रवि गोसाईं ने कहा, ”बीएसडीयू अपनी तरह का पहला कौशल विश्वविद्यालय है जिसने भारत में शिक्षा की ‘स्विस डुअल’ प्रणाली शुरू की है। बीएसडीयू जयपुर अपनी कंपनियों के अलावा पूरी दुनिया में विभिन्न कंपनियों और संगठनों में शामिल होने के लिए युवाओं की योग्यता के अनुसार उनमें कौशल विकसित करने का मार्ग प्रशस्त करता है। बीएसडीयू की शिक्षा प्रणाली स्विट्जरलैंड की दोहरी शिक्षण प्रणाली के अनुकूल है, जहां छात्रों को अपनी योग्यता अर्जित करने के दौरान ही जॉब रेडी बनाया जाता है। इंडस्ट्री के रीयल लाइफ माहौल के बीच विद्यार्थियों को सैद्धांतिक शिक्षण के साथ-साथ उन्हें व्यावहारिक ट्रेनिंग देने पर जोर दिया जाता है।

अपनी स्नातक की डिग्री के दौरान वैकल्पिक छह महीने का सेमेस्टर सिस्टम भी होता है, जहां छात्र वैकल्पिक रूप से विश्वविद्यालय और उद्योग में अपनी व्यावसायिक डिग्री पूरी करते हैं। इससे वे उन छात्रों की तुलना में आगे रहते हैं, जो डिग्री या डिप्लोमा के लिए पारंपरिक संस्थानों में प्रवेश लेते हैं।” बीएसडीयू जयपुर डॉ राजेंद्र कुमार जोशी और उनकी पत्नी श्रीमती उर्सुला जोशी के दिमाग की उपज है। कौशल विकास क्षेत्र में वैश्विक उत्कृष्टता के साथ पेशेवर लोगों को तैयार करनेे के लिए भारत में यह पहला अद्वितीय विशुद्ध कौशल विश्वविद्यालय है।(PB)