कादम्बिनी क्लब के स्थापना दिवस पर काव्य गोष्ठी का आयोजन
ओम एक्सप्रेस न्यूज बीकानेर। साहित्य और संस्कृति को समर्पित संस्था बीकानेर कादम्बिनी क्लब के स्थापना दिवस पर स्थानीय होटल मरुधर हेरिटेज के विनायक सभागार में स्नेह मिलन और काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के प्रारम्भ में क्लब के संयोजक डॉ. अजय जोशी ने क्लब कि गत वर्ष की गतिविधियों की जानकारी दी और क्लब के श्रेस्ठ रचनाकर सदस्यों के साहित्य जगत में दिए गये योगदान पर चर्चा की और उनके द्वारा देश भर में किये गये काव्य पाठ और मुशायरों में सहभागिता हेतु अभिवादन किया.
कवि गीतकार और गायक रेलवे के वरिष्ठ अभियंता श्री निर्मल शर्मा की अध्यक्षता में हुई काव्य गोष्ठी में बीकानेर के प्रमुख कवियों और शायरों ने अपनी रचनाओं का पाठ किया. इस अवसर पर श्री शर्मा ने मथुरा में त्रिपुरारी … और दुनिया में जब तलक मुझे जैसे भजनों से वातावरण को भक्तिमय बना दिया और प्रस्तुत की गई रचनाओं की सार्थकता की चर्चा की. इस अवसर पर कवि कथाकार श्री राजाराम स्वर्णकार ने मैं मौन के साथ सोता हूँ और शब्दों के साथ जागता हूँ, मां की महिमा और आज की व्यवस्था पर व्यंग्य करती हुई रचनाएं प्रस्तुत की.वरिष्ठ कवि और शिक्षाविद श्री मोहनलाल जांगिड ने किन पत्थरों में जान टटोलते हो और अन्य रचनाएं प्रस्तुत की. डॉ. प्रकाश चन्द्र वर्मा ने ना कुछ तेरा ना कुछ मेरा शीर्षक का गीत प्रस्तुत किया.
कृष्णा वर्मा ने मनुष्य की आलस और लालच की परवर्तियों पर प्रहार करते हुए कविताएं सुनाई.युवा कवि और रंगकर्मी श्री अजीत राज ने दूध का कर्ज और मां की ममता को रेखांकित करती हुई कविताएं प्रस्तुत करके वातावरण भाव पूर्ण बना दिया.इस अवसर वरिष्ठ शायर और कवि अब्दुल जब्बर बिकानवी ने अपनी गज़़ल पेश की. युवा कवि और कर्मचारी नेता श्री गिरिराज पारीक ने आतंकवाद को चुनौती देने वाली कविता प्रस्तुत की. शायर श्री असद अली असद ने अपनी गज़़ल प्रस्तुत की.कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में समाज सेवी श्री एन डी रंगा ने कार्यक्रम में प्रस्तुत रचनाओं के सम्बन्ध में टिप्पणी करते हुए कहा कि ये रचनाएं समाज में जागरूकता पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और विचार मंथन हेतु प्रेरित करती है. विसिस्ट अतिथि के रूप में व्यवसाई हेमचंद बांठिया ने सभी रचनाओं की सराहना की और क्लब द्वारा किये गये साहित्यिक आयोजनों के लिए बधाई दी. कार्यक्रम का संचालन संयोजक डॉ.अजय जोशी ने किया और आभार ज्ञापन असद अली असद ने किया.