बीकानेर । युवा बड़े लक्ष्य निर्धारित करें तथा इनकी प्राप्ति के लिए सतत प्रयास करें। दृढ़ संकल्प के साथ बड़ी से बड़ी सफलता प्राप्त की जा सकती है राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्री कल्याण सिंह ने आज महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय परिसर में विश्वविद्यालय के दूसरे दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता करते हुए कहे । उन्होंने कहा कि शिक्षार्जन के बाद युवा व्यावहारिक जीवन में प्रवेश करते हैं। इस दौर में अनेक कठिनाईयों एवं विषमताओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे समय में युवा अपनी संकल्प शक्ति कम ना होने दें। दुनिया में संकल्प शक्ति का कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने विश्वास जताया कि विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थी परिवार, समाज और राष्ट्र में नई चेतना लाएंगे। उन्होंने जीवंतता प्रदान करने वाली, चरित्रा एवं नैतिक मूल्यों पर आधारित, सामयिक एवं समरसतापूर्ण शिक्षा की आवश्यकता प्रतिपादित की तथा कहा कि उपाधियां सिर्फ रोजगार से जुड़कर ना रह जाएं। उपाधियां प्राप्त करने वाले विद्यार्थी जन एवं राष्ट्र उपयोगी मानव निर्माण का संकल्प लें।
‘प-8’ पर दिया विशेष जोर
राज्यपाल ने शिक्षा के स्तर में और अधिक गुणवत्तापूर्ण सुधार के लिए ‘प-8’ की अवधारणा पर पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि कुलाधिपति के रूप में उन्होंने प्रवेश, पढ़ाई, परिसर, परीक्षा, परीक्षण, परिणाम, पुनर्मूल्यांकन और पदक के माध्यम से विश्वविद्यालय एवं शिक्षकों को दायित्वों से जोड़ने की चेष्टा की है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों की परीक्षा की शुचिता के लिए शिक्षकों एवं प्रशासकों को सक्रिय होना होगा। सबको साथ लेकर और सबके समुचित विकास की अवधारणा के साथ आगे बढ़ना होगा।
किसी से कम नहीं हैं बेटियां
श्री सिंह ने दीक्षांत समारोह में स्वर्ण पदक प्राप्त करने वालों में 77 प्रतिशत लड़कियां होने पर बेहद प्रसन्नता व्यक्त की तथा कहा कि लड़कियां किसी से कम नहीं होतीं। उन्होंने पदक विजेता लड़कियों के परिजनों को बधाई दी और कहा कि सभी अभिभावकों को इनसे प्रेरणा लेनी चाहिए तथा लड़कियांे की शिक्षा-दीक्षा का सुप्रबंध करना चाहिए। उन्होंने कन्या भू्रण हत्या को गंभीर अपराध बताया तथा बिगड़ते लिंगानुपात पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि एक पढ़ी-लिखी लड़की दो घरों में शिक्षा का उजियारा फैलाती है।
नारी उत्थान के लिए किए विशेष प्रयास
राज्यपाल ने कहा कि किसी भी राष्ट्र की उन्नति के लिए महिला एवं पुरूषों को समान अवसर मिलने जरूरी हैं। इसके लिए वे सदैव प्रयासरत रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्राी रहते हुए उन्होंने लड़कियों के लिए उच्चतम स्तर तक की निःशुल्क शिक्षा व्यवस्था लागू की। महिला के विधवा हो जाने की स्थिति में उसे पति की सम्पति में पुत्रों के बराबर अधिकार देने तथा लड़कियों के लिए सरकारी नौकरी में 20 प्रतिशत आरक्षण देने जैसी पहल कीं।
दीक्षांत समारोह में दिखेगा ‘भारतीय परिवेश’
श्री सिंह ने कहा कि दीक्षांत समारोह का परिवेश भारतीय रहे, इसके लिए पहल करते हुए समारोह के ‘गाउन’ सिस्टम को समाप्त कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि ‘गाउन’ भारतीय सभ्यता, संस्कृति और परिवेश से मेल नहीं खाता। इसे देखते हुए दीक्षांत समारोह के लिए पारम्परिक गणवेश निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि सभी कुलपतियों को इसके लिए निर्देशित कर दिया गया है तथा आगामी 29 जनवरी को होने वाले कुलपतियों के सम्मेलन में भी इस संबंध में चर्चा की जाएगी, जिससे दीक्षांत समारोहों की एकरूपता बनी रहे।
महाराजा गंगासिंह को किया नमन
राज्यपाल ने बीकानेर रियासत के पूर्व महाराजा स्वर्गीय गंगासिंह को नमन करते हुए कहा कि उन्होंने सीमित संसाधनों के बावजूद शिक्षा और चिकित्सा सहित विभिन्न क्षेत्रों में जो पहल की, वह अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि मरूधर के टीबों को चीरते हुए यहां गंगनहर लाकर उन्होंने बीकानेर क्षेत्रा में विकास की नींव रखी। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्रा सदैव ऐसे मनीषियों का ऋणी रहेगा।
646 विद्यार्थियों को विद्या वाचस्पति उपाधियां तथा 266 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक वितरित
समारोह के दौरान वर्ष 2008 से 2014 तक के 646 विद्यार्थियों को विद्या वाचस्पति की उपाधियां तथा वर्ष 2009 से 2014 तक के 266 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए गए। राज्यपाल ने पहल करते हुए सभी विद्यार्थियों को अपने हाथों से स्वर्ण पदक तथा डिग्रियां प्रदान कीं।
विश्वविद्यालय ने छुए नए आयाम
कुलपति डॉ चंद्रकला पाडिया ने कहा कि विश्वविद्यालय ने सीमित संसाधनों के बावजूद विकास के पथ पर अग्रसर होकर सफलता के नए आयाम छुए हैं। उन्होंने कहा कि सतत प्रयासों से विश्वविद्यालय का यूजीसी की धारा 12-बी में पंजीकरण हुआ। इस कारण यूजीसी द्वारा विश्वविद्यालय को ढांचागत विकास एवं अन्य कार्यों के लिए तीन करोड़ रूपये की अनुदान राशि प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा सम्बद्धता प्राप्त 367 महाविद्यालयों में अध्ययनरत 3 लाख 10 हजार विद्यार्थियों की परीक्षाओं का संचालन पूर्ण गोपनीयता और सफलता से करवाया जा रहा है। छात्रों की सुविधा के लिए ऑनलाइन परीक्षा आवेदन पत्रा भरवाए जा रहे हैं। परीक्षा केन्द्रों में नकल रोकने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। विश्वविद्यालय विभागों में सेमेस्टर प्रणाली लागू की जा चुकी है।
जीवन के हर मोड़ पर सफलता प्राप्त करें विद्यार्थी
महापौर नारायण चौपड़ा ने कहा कि विश्वविद्यालय में शिक्षा प्राप्त विद्यार्थी जीवन के हर मोड़ पर सफलता प्राप्त करें, इसके लिए उन्हें सतत प्रयास करने होंगे। उन्होंने लड़कियों द्वारा प्राप्त स्वर्णिम सफलता पर प्रसन्नता जताई तथा कहा कि आज प्रत्येक क्षेत्रा में महिलाएं, पुरूष के साथ बराबर खड़ी हैं।
‘केसरिया बालम’ के साथ शोभायात्रा ने किया प्रवेश
इससे पहले ‘केसरिया बालम आओ नीं’ गीत के साथ शोभायात्रा ने पंडाल में प्रवेश किया। पचरंगी साफे और सफेद परिधानों में पुरूष तथा लाल किनारे वाली सफेद धोती पहने पारम्परिक परिवेश में महिलाओं के पंडाल में आते ही समूचा पंडाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। राज्यपाल श्री कल्याण सिंह ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की विधिवत शुरूआत की। रेवती साकलकर ने विश्वविद्यालय के कुलगीत का प्रभावी गायन किया।
स्मारिका का विमोचन, वेबसाइट का उद्घाटन
दीक्षांत समारोह के दौरान राज्यपाल श्री सिंह ने लेपटॉप पर क्लिक करते हुए विश्वविद्यालय की नई वेबसाइट का उद्घाटन किया तथा विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित स्मारिका ‘मार्चिंग फोरवर्ड’ का विमोचन किया। विश्वविद्यालय द्वारा अभिनव प्रयोग करते हुए पूरे समारोह का ऑनलाइन लाइव प्रसारण किया गया।
राज्यपाल का किया भव्य स्वागत
इससे पहले विश्वविद्यालय परिसर में पहुंचने पर विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा राज्यपाल श्री कल्याण सिंह का भव्य स्वागत किया गया। बीकानेर पश्चिम विधानसभा विधायक डॉ गोपाल कृष्ण जोशी, खाजूवाला विधायक डॉ विश्वनाथ मेघवाल, कुलपति डॉ चंद्रकला पाडिया, कुलसचिव भंवर सिंह चारण, उप कुलसचिव डॉ बिट्ठल बिस्सा तथा विश्वविद्यालय छात्रासंघ अध्यक्ष निखिल राजपुरोहित ने उनकी अगवानी की। इस दौरान एनसीसी कैडेट्स द्वारा उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद उन्होंने महाराजा गंगासिंह की प्रतिमा के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ बी. आर. छीपा, वेटरनरी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ ए.के. गहलोत, अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) हरि प्रसाद पिपरालिया, अभिलेखागार निदेशक महेन्द्र खड़गावत, नंदकिशोर सोलंकी सहित विश्वविद्यालय के शैक्षणिक, अशैक्षणिक स्टाफ सदस्य, जनप्रतिनिधि, अधिकारी, विद्यार्थी तथा आमजन बड़ी संख्या में मौजूद थे।
राज्यपाल ने किया विभिन्न भवनों का शिलान्यास
इससे पहले राज्यपाल श्री कल्याण सिंह ने महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय परिसर में छात्रावास, कुलपति तथा कुल सचिव निवास भवनों का शिलान्यास किया। छात्रावास का भवन 1203.26 वर्गमीटर क्षेत्राफल में 150 लाख रूपये की लागत से, कुलपति निवास 622.50 वर्गमीटर क्षेत्राफल में 103 लाख रूपये तथा कुलसचिव निवास 315 वर्गमीटर क्षेत्राफल में 56 लाख रूपये की अनुमानित लागत से निर्मित होंगे।
इस अवसर पर बीकानेर पश्चिम विधायक डॉ. गोपाल कृष्ण जोशी, खाजूवाला विधायक डॉ. विश्वनाथ, महापौर नारायण चौपड़ा तथा महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. चंद्रकला पाडिया मौजूद थी।
राज्यपाल शुक्रवार को जाएंगे कोटडी
राज्यपाल श्री कल्याण सिंह शुक्रवार को दोपहर 12 बजे महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के द्वारा गोद लिए गांव कोटड़ी, जोड़बीड़ जाएंगे तथा वहां आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। श्री सिंह सांय 5 बजे वेटरनरी विश्वविद्यालय परिसर में रैनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का उद्घाटन करेंगे।