अनेक जनप्रतिनिधियों, पत्रकारों, साहित्‍यकारों सहित आमजन ने दी श्रद़धाजंलि

बीकानेर, 9 अप्रैल।  पत्रकारिता और फिर राजनीति के माध्यम से समाज को अपना अहम् योगदान देने वाले स्‍व. ललित कुमार आजाद का अंतिम संस्कार सोमवार को यहां जस्सूसर गेट स्थित मोक्षधाम में किया गया। आजाद की अंतिम यात्रा उनके पैतृक निवास कीकाणी व्यासों का चौक से रवाना हुई। पूर्व मंत्री डॉ. बुलाकीदास कल्‍ला सहित अनेक जनप्रतिनिधियों, पत्रकारों व परिजनों ने स्‍व. आजाद की अंतिम यात्रा में उनके शव को कंधा देकर अंतिम विदाई दी। आजाद का रविवार देर रात जयपुर में निधन हो गया था। 88 वर्षीय आजाद की अंतिम यात्रा में विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े प्रबुद्धजन शामिल हुए।

आजाद को मुखाग्नि उनके ज्येष्ठ पुत्र जनसंपर्क विभाग राजस्‍थान से सेवानिवृत्त उपनिदेशक (साहित्‍य) किसन कुमार व्यास (आजाद) ने दी। आजाद की अंतिम यात्रा में पूर्व केबिनेट मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला, वरिष्ठ भाजपा नेता रिखबदास बोड़ा, पूर्व सभापति चतुर्भुज व्यास, नगर पालिका राजलदेसर के पूर्व अध्‍यक्ष हंसराज पारीक, पूर्व विधायक एडवोकेट आर. के. दास गुप्ता, कांग्रेसी नेता श्रीप्रकाश सांखला, एडवोकेट हीरालाल हर्ष, बाबू जयशंकर जोशी, नारायण दास आचार्य, प्रेमरतन जोशी, राजस्‍थान समाचार पत्र संपादक कान्‍फ्रेस के महामंत्री आर. के. जैन, वरिष्ठ पत्रकार श्याम शर्मा, दीपंचंद सांखला, मधु आचार्य, दिलीप भाटी, मोहन शर्मा, बी. जी. बिस्सा, नीरज जोशी, सुरेश बोड़ा, सूरज पारीक, साहित्यकार बुलाकी शर्मा, राजेन्द्र जोशी, मदन मोहन व्यास, नरेंद्र नाथ पारीक, सामाजिक कार्यकर्ता अनिल पुरोहित, राजीव गांधी प्रतिमा कमेटी व मानव सेवा संस्‍थान के अध्‍यक्ष दिनेश व्‍यास सहित बड़ी संख्या में प्रबुद्धजन शामिल हुए।

सर्किट हाउस के पास कांग्रेसजनों ने दी श्रदाजंलि

वरिष्‍ठ पत्रकार व शहर कांग्रेस के पूर्व अध्‍यक्ष स्‍व. ललित आजाद को जयपुर से बीकानेर लाने वाले शव वाहन को बीकानेर में सर्किट हाउस के पास रोककर संभागभर से आये कांग्रेसी नेताओं ने स्‍व: आजाद को श्रद़धाजंलिदी। यहां पूर्व मंत्री डॉ: बुलाकीदास कल्‍ला, कांग्रेस नेता शंकर पन्नू, विधायक भंवर सिंह भाटी, पूर्व विधायक मंगलाराम गोदारा, शहर कांग्रेस अध्यक्ष यशपाल गहलोत, देहात कांग्रेस अध्यक्ष महेन्द्र गहलोत, गोविंद मेघवाल, हीरालाल हर्ष, सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजनों ने आजाद के शव पर पुष्पांजलि अर्पित कर शोक संवेदना व्यक्त की। डॉ. कल्ला ने आजाद को निष्पक्ष पत्रकारिता का पुरोधा बताते हुए कहा कि उन्होंने न केवल पत्रकारिता, बल्कि राजनीति के माध्यम से भी समाज की सेवा में अपना अहम् योगदान दिया। उन्होंने बीकानेर से पहली बार दैनिक कलम समाचार-पत्र निकाला। इसके माध्यम से उन्होंने जनहित से जुड़े मुद्दों को लेकर जन मानस में नई चेतना का संचार किया।

नहीं मिल पाने का मलाल : गहलोत

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वरिष्ठ पत्रकार ललित कुूमार आजाद के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने आजाद के पुत्र किसन कुमार व्यास को ढांढ़स बंधाते हुए शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि आजाद ने पत्रकारिता और राजनीति के माध्यम से जो समाज व देश की सेवा की वो हमेशा अविस्ममरणीय रहेग। गहलोत ने ने यह भी कहा कि अंतिम समय में उनसे नहीं मिल पाने का मलाल है।

कठिन दौर में पेश की मिसाल

प्रतिष्ठित एवं मूर्धन्य लेखक मुरलीधर व्यास के पुत्र ललित कुमार आजाद ने ऐसे दौर में पत्रकारिता की, जब संसाधनों का नितांत अभाव हुआ करता था। ऐसे संघर्ष के समय दैनिक समाचार-पत्र का प्रकाशन करना कोई आसान बात नहीं थी। स्थानीय जोशीवाड़ा में उनका कार्यालय था। उनके मार्गदर्शन में कई पत्रकार तैयार हुए। विद्यार्थी जीवन से ही किसी भी प्रकार के मतवाद और वैचारिक संकीर्णता से मुक्त ललित कुमार आजाद राजस्थान सीमांत पत्रकार संघ के संस्थापक अध्यक्ष थे। वे वर्ष 1964 से 68 तक इसके अध्यक्ष रहे। वर्ष 1966 में आजाद ने बतौर संपादक ‘दैनिक कलम’ समाचार-पत्र का प्रकाशन किया। साठ के दशक में जयपुर से निकलने वाले सोलह पृष्ठीय लोकप्रिय साप्ताहिक समाचार-पत्र ‘गणराज्य’ में चीफ एडिटर रहे आजाद ने पत्रकारिता के आदर्श मूल्यों की स्थापना की। इसके अलावा जयपुर से ही प्रकाशित दैनिक समाचार-पत्र लोकवाणी, नवयुग, कोलकाता से प्रकाशित विश्वामित्र के माध्यम से भी उन्होंने निष्पक्ष पत्रकारिता की मिसाल पेश की। वर्ष 1985 में उनका झुकाव राजनीति के क्षेत्र में हो गया। वे 85 से 92 तक बीकानेर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष रहे। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मोहनलाल सुखाडिय़ा, हरिदेव जोशी से उनके गहरे संबंध थे। कलम के धनी आजाद की पत्रकारिता के साथ-साथ साहित्य लेखन में भी गहरी रूचि थी। उनके हिन्दी उपन्यास ‘उजली’ तथा खान अब्दुल गफ्फार खान पर लिखी पुस्तक बहुत लोकप्रिय हुई।