बीकानेर। महर्षि दधीचि जयन्ति के अवसर पर सरदार पटेल आयुर्विज्ञान महाविद्यालय के शरीर रचना विभाग में देहदान करने वाले लोगों के परिजनों के साथ ‘देहदानÓ पर संगोष्ठी आयोजित की गयी, जिसमें शरीर रचना विभाग के संकाय सदस्य, पीजी में अध्ययनरत् छात्रों, देहदान करने वाले सज्जन पुरूषों के परिजनों ने भाग लिया। कार्यक्रम में महर्षि दधीचि के जीवन पर योगेन्द्र कुमार दाधीच, अध्यक्ष, अखिल भारतवर्षीय महर्षि दधीचि भक्त मण्डल ने महर्षि दधीचि द्वारा किये गये अस्थि दान के बारे में विस्तार से देहदानी ओमप्रकाश अग्रवाल के रिश्तेदार जे.के. अग्रवाल ने सर्वोच्च न्यायालय द्वारा देहदान के बारे में जारी की गयी गाईड लाईनस् के अनुरूप महाविद्यालय के शरीर रचना विभाग में देहदानियों की फोटो सहित उनके जीवन परिचय को प्रदर्शित करते हुए म्यूजियम खोले जाने का सुझाव दिया, जिसे देखकर अन्य लोग भी देहदान की प्रति प्रेरित हो सकें।
कार्यक्रम में देहदानी श्रीलाल सोनी के पुत्र आलोक सोनी, देहदानी मोतीलाल लेघा के सुपुत्र ओमप्रकाश लेघा, देहदानी रूक्मणी देवी के पति ओमप्रकाश तनेजा, देहदानी हरबंशलाल मारवाह की पत्नि पुष्पा देवी, छोटूसिंह-हनुमानगढ़,देहदानी विमला महोबिया की ओर से वी.के. महोबिया, देहदानी उर्मिता अग्रवाल के सुपुत्र सुनील गुप्ता सहित अनेकों देहदान में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग करने वाले जे.के. अग्रवाल सहित विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे तथा उनका महाविद्यालय परिवार की ओर से सम्मान भी किया गया। इस अवसर पर जे.के. अग्रवाल ने सपत्निक देहदान की घोषणा की। कार्यक्रम में देहदानी के पति वी.के. महोबिया ने भी सम्बोधित किया।
महाविद्यालय के अतिरिक्त प्रधानाचार्य-प्रथम डॉ. लियाकत अली गौरी एवं अतिरिक्त प्रधानाचार्य-द्वितीय ने बताया कि उनके महाविद्यालय में प्रथम वर्ष में 250 छात्र प्रति वर्ष प्रवेश लेते है,जिन्हें मृत देह पर पढ़ाई के माध्यम से शरीर रचना का ज्ञान मिलता है, ऐसे में उनके महाविद्यालय में मृत देह की ओर अधिक आवश्यकता प्रतीत होती है। शरीर रचना विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. राकेश मणि आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में शरीर रचना विभाग के डॉ. कविता पाहूजा, डॉ. गीता, डॉ. नीतूसिंह, मोहनलाल व्यास एवं कमलेश व्यास ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सुनील हर्ष ने किया।(PB)