OmExpress News / जयपुर / राज्य स्तर पर आयोजित हो रहे गाँधी सप्ताह में शुक्रवार को जयपुर में कई आयोजन किये गए। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा महिला स्वयं सहायता समूह की कार्यशाला आयोजित की गयी जिसमें राजस्थान के हर जिले से ग्रामीण महिलाओं ने भागीदारी दिखाई। स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं ने अपने अनुभव साझा किये और अपनी सफलता की कहानी को बयां किया। Mahatma Gandhi Week Jaipur
सरकार की मदद से किस तरह उन्होंने अपने गाँव और परिवार का विकास किया, खुद को सशक्त किया एवं गाँव की सभी महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने का बेड़ा उठाया , इसकी जानकारी दी। हाल ही में अमेरिका में बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन की ओर से ’चेंजमेकर अवॉर्ड’ से नवाज़ी गयी पायल जांगिड़ और राष्ट्रपति द्वारा नारीशक्ति अवार्ड एवं डिजायनर ऑफ द ईयर 2019 अवार्ड प्राप्त करने वाली रूमा देवी ने भी अपने अनुभव सा-हजया किये और उपस्तिथ सभी ग्रामीण महिलाओं को आत्म निर्भर बनने का संदेश दिया।
महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री ममता भूपेश ने अपने मंत्रालय से जुड़ी सभी योजनाओं की जानकारी दी और ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को राजीविका से जोड़ने का आश्वसन दिया। कार्यक्रम के मुख्यअतिथि माननीय उप मुख्यमंत्री श्री सचिन पायलट ने कहा की दे-रु39या की तरक्की तभी संभव है जब देश के पुरुषों की सोच बदलेगी। सिर्फ मंत्रालय के आकड़े बताने से कुछ नहीं होगा, हमें अपनी असफलताओं पर भी काम करना होगा। जो बदलाव हम देखना चाहते है, उस बदलाव को लाने में हमें सही मायने में सोच बदलनी पड़ेगी जो की बहुत ही मुश्किल काम है।
खादी पर एक लघु फिल्म भी दिखाई गयी
महिला स्वयं सहायता समूह की कार्यशाला के पश्चात खादी संगोष्ठी का आयोजन हुआ जिसके मुख्य वक्ता गुजरात विध्यापीठ के पूर्व उपकुलपति और गाँधी जी के अनुयायी प्रोफेसर सुदर्शन अयंगर ने किया। इसी दौरान खादी पर एक लघु फिल्म भी दिखाई गयी और खादी के उत्पादों को ब-सजय़ावा देना, खादी को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक पहचान दिलाने जैसे कई मुद्दों पे चर्चा हुई। राजस्थान के पर्यटन विभाग द्वारा शाम को 7 बजे “भारत भाग्य विधाता“ नाटक का मंचन किया गया जिसे श्रीमद राजचंद्र मिशन ने प्रस्तुत किया। Mahatma Gandhi Week Jaipur
गांधीजी के जीवन व दर्शन पर आधारित इस नाटिका की विशेषता यह है कि इसमें खुद गांधीजी अपने बारे में बताते हैं। इस नाट्य प्रस्तुति में गांधीजी का कस्तूरबा से विवाह, गांधीजी की अफ्रीका यात्रा, वापसी के बाद मुंबई में बतौर वकील बहस के लिए खड़े होते समय नर्वस हो जाने, आजादी के आंदोलन में सहभागिता ,नमक सत्याग्रह और अनेक प्रकार के आंदोलनों को बेहद प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया गया। Mahatma Gandhi Week Jaipur