हैदराबाद में ए. पी. महेश कॉपोरेटिव अरबन बैंक द्वारा “सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों के विकास में सहकारी बैंकों की भूमिका” विषय पर एक विचार गोष्ठि का आयोजन किया गया। इस गोष्ठि में मुख्य अतिथि के रूप में अपने विचार व्यक्त करते हुए सेसोमू गर्ल्स कॉलेज, डूंगरगढ के प्राचार्य प्रोफेसर डॉ. नरसिंह बिन्नानी ने कहा कि सहकारिता मानव का मूल स्वभाव और जीवन का अभिन्न अंग है।
सहकारी बैंक सहकारिता के सिद्धांत पर कार्य करते हुए जहां व्यक्तियों में सहयोग की भावना का विकास करती हैं वहीं व्यावसायिक विकास को भी गति प्रदान करती है।
गोष्ठि में मुख्य वक्ता और विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए श्री जैन स्नातकोत्तर महाविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर, आर्थिक चिन्तक और लेखक डॉ. अजय जोशी ने कहा कि आज स्टार्टअप के दौर में लघु, सूक्ष्म और मध्यम उद्योगों की भूमिका महत्वपूर्ण हो गयी है। इन उद्यमों के विकास में शहरी सहकारी बैंकों का महत्वपूर्ण योगदान होता है।
ये आसान शर्तों पर उद्यमियों को ऋण उपलब्ध कराती है जिससे उद्योगों का विकास होता है और रोजगार अवसर सृजित होते हैं। गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए बैंक के चैयरमेन एमेरिटस श्री रमेश कुमार बंग ने कहा कि तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के छोटे व्यवसायी वर्ग और उद्योगपतियों ने बैंक द्वारा प्रदत्त ऋण से दोनो राज्यों में रोजगार सृजन और औद्योगिक विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह किया है।
इस गोष्ठी में बैंक के वाईस चेयरमैन रामपाल अटल , डीजीएम अजीत कुमार वर्मा,डायरेक्टर रामप्रकाश भंडारी , हैदराबाद माहेश्वरी समाज के मंत्री श्री लक्ष्मी निवास सारडा, तेलंगाना टेक्स बार एसोसिएशन के मंत्री सीए रामदेव भूतड़ा,राजस्थानी स्नातक संघ के मंत्री द्वारका प्रसाद असावा,अहमदाबाद के सीए एन. एन. ठक्कर, अन्क्लेशवर गुजरात के सीए बी. एल. बहेडिय़ा सहित देश भर से आये व्यसायियों, पेशेवर व्यक्तियों और अलग अलग क्षेत्र के लोगों ने सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्योंगो के विकास के विभिन्न पहलूओं पर अपने विचार रखे।
बैंक के चैयरमेन श्री रमेश कुमार बंग ने मुख्य वक्ता (प्रो.) डॉ. अजय जोशी और मुख्य अतिथि (प्रो.) डॉ. नरसिंह बिन्नानी सम्मान किया।