बीकानेर। सेना के ऑपरेशन सद्भावना के तहत् जम्मू-कश्मीर की बेरिपटन तहसील जिला राजौरी सेक्टर से 20 वरिष्ठ नागरिक देश भ्रमण के दूसरे दिन राजस्थान के बीकानेर के कई अन्य स्थानों का भ्रमण किया। इस दौरान भ्रमण पर आए दल ने राजस्थान राज्य अभिलेखागार व कृषि विश्वविद्यालय में नई तकनीक के बारे में जानकारी ली। दल ने इस भ्रमण को सबसे यादगार बताया।
रक्षा प्रवक्ता लेफिनेंट कर्नल मनीष ओझा ने बताया कि जम्मू कश्मीर से आया दल सबसे पहले कृषि विश्वविद्यालय गया जंहा विश्वविद्यालय के निदेशक ने कृषि की नई-नई तकनीकों के बारे में जानकारी दी। इसके बाद अगले चरण में राष्ट्रीय कैडेट कोर के छात्र-छात्राओं के साथ एन.सी.सी.के बारे में जानकारी प्राप्त की। इसके पश्चात् इस दल ने राजस्थान राज्य अभिलेखागार का भ्रमण किया। अभिलेखागार का भ्रमण निदेशक डॉ. महेन्द्र खड़गावत के नेतृत्व में हुआ। उन्होने बताया कि मेजर मोहित बंसल के नेतृत्व में आए दल ने अभिलेखागार में रियासतकालीन समय के जमीनी कागजातों के डिजिटेलाइजेशन का कार्य देखा। डा.खड़गावत ने बताया कि टीम को अभिलेखागार में स्वतंत्रता सेनानियों की गैलरी का भी अवलोकन कराया गया जिसमें 1965-71 के युद्धों के संस्मरण हैं। इस दौरान सैनानियों उन्हें बताया गया कि इस अभिलेखागार की लगभग 65 लाख पाण्डुलिपियों के डिज़िटलाईजेशन की प्रक्रिया चल रही है। जम्मू-कश्मीर से आए इन वरिष्ठ नागरिकों के लिए अभिलेखागार भ्रमण एक आश्चर्य मिश्रित खुशी का सबब रहा।
उन्होने बताया कि बीकानेर भ्रमण के अंतिम पड़ाव में इन सभी को गजनेर किला का भ्रमण करवाया गया। वहॉं उन्हें राजस्थान राज्य के ऐतिहासिक स्मारक व भवनों को देखने का सुनहरा मौका मिला। सभी ने पश्चिम भारत के सांस्कृतिक झलकियों का भी आनंद उठाया।