बीकानेर । वन,पर्यावरण व खान मंत्राी तथा जिला प्रभारी मंत्राी राजकुमार रिणवा ने कहा कि जिले में मंगलवार को आए चक्रवाती तूफान से प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में सभी को समन्वय व योजनाबद्ध रूप से कार्य करना होगा,जिससे पीड़ित व्यक्तियों को तत्काल राहत मिल सके।
रिणवा बुधवार को सर्किट हाउस सभागार मेें चक्रवाती तूफान से हुए नुकसान व इसके राहत कार्यों के संबंध में आयोजित जिला अधिकारियों की बैठक में बोल रहे थे। बैठक में बताया गया कि ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में विद्युत के 1हजार 890 पोल गिरे हैं तथा शहर में जीएसएस को भी नुकसान हुआ है। इस पर रिणवा ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि अतिरिक्त स्टॉफ लगाकर,जिन स्थानों पर अभी तक विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं की जा सकी है,वहां तत्काल प्रभाव से विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। यह ध्यान रखा जाए कि टूटे विद्युत तारों को तत्काल ठीक करें,जिससे दुर्घटना की आशंका न रहे। बैठक में अधिशाषी अभियन्ता विद्युत ने बताया कि विद्युत बहाली के लिए एक हजार विद्युत पोल विभाग के पास उपलब्ध है और एक हजार विद्युत पोल शीघ्र ही मिल जायेंगे।
प्रभारी मंत्राी ने कहा कि तूफान से प्रभावित किसानों को हरसंभव सहायता दी जायेगी, साथ ही पशुओं को पानी व चारे की दिक्कत न हो,इसका भी ध्यान रखा जायेगा। उन्होंने जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि अंधड़ की वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में जिन स्थानों पर पेयजल व्यवस्था बाधित हुई है,वहां आवश्यकतानुसार टैंकर के माध्यम से पेयजल आपूर्ति की जाए। उन्होंने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अभियन्ताओं को निर्देश दिए कि अंधड़ के कारण सड़क पर गिरे पेड़ों को तुरन्त हटाया जाए,जिससे संभावित दुर्घटनाओं केा रोका जा सके। बैठक में बताया गया कि क्षतिग्रस्त सूड़सर-सावंतसर सड़क मार्ग व 820 आरडी से 860 आरडी तक की सड़क शीघ्र ही दुरूस्त कर दी जायेगी।
रिणवा ने तूफान से घायल हुए लोगों के उपचार के संबंध में जानकारी लेते हुए निर्देश दिए कि पीबीएम अस्पताल में चिकित्सक राउण्ड द क्लॉक ड्यूटी पर रहें। साथ ही अस्पताल में पर्याप्त मात्रा मंे दवाईयां उपलब्ध रहंे। उन्होंने कहा कि यहां विद्युत व पेयजल व्यवस्था दुरूस्त रहे,यह सुनिश्चित किया जाए, साथ ही आवश्यकतानुसार पानी के टैंकर भी अस्पताल में भिजवाए जाएं। उन्होंने श्रम विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए कि वे फैक्ट्रियों का समय-समय पर निरीक्षण कर,वहां श्रमिकों को दी जा रही सुविधाओं का आंकलन करें। इसके अलावा यह भी देखा जाए कि फैक्ट्रियों का निर्माण कार्य तय मानकों के अनुरूप हो,जिसे प्राकृतिक आपदा के समय नुकसान न पहुंचे।
बैठक में जिला कलक्टर पूनम ने बताया कि शीघ्र ही एक अभियान चलाकर,फैक्ट्रियों की जांच की जाएगी, जिसके तहत वहां भवन निर्माण की मजबूती,श्रमिकों की कार्यदशा ,श्रमिकों का पंजीकरण आदि के संबंध में जानकारी ली जायेगी। उन्होंने उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए कि वे यह सुनिश्चित करें,कि ग्रामीण क्षेत्रा के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में नियुक्त चिकित्सक वहां मौजूद रहकर,लोगों की चिकित्सा करें। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत अधिकारी अपने क्षेत्रा में रहकर,नियमित मॉनिटरिंग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवारों की जानकारी जुटाई जा रही है।
अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) हरि प्रसाद पिपरालिया ने चक्रवाती तूफान से हुए नुकसान का विवरण प्रस्तुत किया। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर (नगर) अजय कुमार पाराशर,जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीएल मेहरड़ा,उप खण्ड अधिकारी ओम प्रकाश,मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ.आर.ए.बम्ब सहित बिजली,पानी,उद्योग,स्वास्थ्य,सार्वजनिक निर्माण व श्रम विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
वन,पर्यावरण व खान मंत्राी तथा जिला प्रभारी मंत्राी राजकुमार रिणवा तथा जिला कलक्टर पूनम ने बुधवार को पीबीएम अस्पताल का दौरा कर,मंगलवार को आए चक्रवाती तूफान से घायल व्यक्तिों की कुशलक्षेम पूछी। रिणवा को बताया गया कि इस तूफान के कारण अनेक घायल लोग पीबीएम पहुंचाए गए थे,जिनमें से अभी 7 रोगी भर्ती हैं व इनमें से 2 उपचाराधीन रोगी गंभीर स्थिति में हैं।
रिणवा ने आपातकालीन वार्ड में भर्ती बालक बरकत अली व महिला भंवरी देवी के स्वास्थ्य की जानकारी ली । उन्होंने प्राचार्य डॉ.आर.ए.बम्ब को निर्देश दिए कि आवश्कतानुसार वरिष्ठ चिकित्सक इनके उपचार पर नजर रखे। उन्होंने अस्पताल के वार्ड ए,सी व जेड में जाकर भर्ती रोगियों के स्वास्थ्य की जानकारी भी ली।
बंधाया ढांढस-रिणवा व जिला कलक्टर पूनम ने दर्जियों की बड़ी गुवाड़ में शान्ति लाल सोलंकी के घर पहुंचकर,उनकी दस वर्षीया पुत्राी रौनक के आकस्मिक निधन पर शोक व्यक्त किया। रौनक का मंगलवार को आए चक्रवाती तूफान से टीन शैड व दीवार ढहने से असामयिक निधन हो गया था। उन्होंने परिजनों को ढंाढस बंधाते हुए कहा कि इस संकट की घड़ी में हम सब आपके साथ हैं।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर (नगर) अजय कुमार पाराशर,उपखण्ड अधिकारी बीकानेर ओम प्रकाश,उप महापौर अशोक आचार्य,मोहन सुराणा,पूर्व पार्षद किशोर आचार्य,पार्षद नरेश जोशी,रमेश व्यास सहित बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे।