उदयपुर। दिव्यांगों के लिए कार्यरत धर्मार्थ संगठन नारायण सेवा संस्थान 7-8 सितंबर, 2019 को उदयपुर के स्मार्ट विलेज में दिव्यांगों के लिए एक सामूहिक विवाह की मेजबानी करेगा। दो दिवसीय सामूहिक विवाह समारोह के दौरान 52 जोड़े अपने जीवन के प्रति एक नया कदम उठाने के लिए प्रथागत संस्कारों को पूरा करके इस यादगार अनुभव के साक्षी बनेंगे।
पिछले 19 वर्षों में, नारायण सेवा संस्थान ने दिव्यांग और अभावग्रस्त जोड़ों के लिए 32 सामूहिक विवाह समारोहों को सफलतापूर्वक आयोजित किया है। इन समारोहों के माध्यम से 1500 से अधिक जोड़े विवाह के बंधन में बंध चुके हैं।
नारायण सेवा संस्थान के अध्यक्ष श्री प्रशांत अग्रवाल कहते हैं, Óएक इंसान के रूप में, इस परंपरा ने हमें यह विश्वास दिलाने में मदद की है कि विवाह जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। 19 साल से, मेरे पिता, पद्मश्री कैलाश अग्रवाल और मैं भव्य समारोहों की मेजबानी करते हुए अधिक से अधिक जोड़ों के लिए सामूहिक विवाह परंपरा को आगे ले जा रहे हैं। पूरे भारत में 32 सामूहिक विवाह समारोह आयोजित करने के बाद भी हमारी इच्छा अधिक से अधिक जोड़ों को विवाह के पवित्र बंधन में बांधने की है।’
मुख्य पुजारी के मार्गदर्शन में 52 पुजारी और 52 वेदपाठी इन जोड़ों के लिए विवाह की रस्में पूरी करवाएंगे। सजाए गए मंडप में देश के विभिन्न हिस्सों से आने वाले सहयोगी, मेहमान और संस्थान के लोग शामिल होंगे। इस समारोह में बाराती के रूप में शामिल होते हुए कीथ एंड किंस अपनी डांस परफॉर्मेंस भी देंगे।
रविवार, 8 सितंबर को सुबह 10 बजे से तोरण और वरमाला समारोह का आयोजन किया जाएगा। दुल्हन और दूल्हे के साथ-साथ उनके परिवार के सदस्य, साधक और संबंधित अतिथि इस अवसर के साक्षी बनेंगे।
जीवन के किसी भी स्तर पर खुद को किसी भी तरह से वंचित महसूस कर रहें शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्तियों के लिए नारायण सेवा संस्थान सभी सुविधाओं वाला एक स्मार्ट विलेज है। नारायण सेवा संस्थान ने पिछले 30 वर्षों में 3.5 लाख से अधिक रोगियों का ऑपरेशन किया है और मुफ्त में सर्वोत्तम चिकित्सा सेवाओं, दवाओं और प्रौद्योगिकी का लाभ देते हुए उन्हें पूर्ण सामाजिक-आर्थिक सहायता प्रदान की है।
संस्थान में 1100 बिस्तरों वाले अस्पताल की सुविधा है, जहां न केवल विभिन्न शारीरिक विकलांगों का इलाज होता है बल्कि उन्हें सामाजिक और आर्थिक पुनर्वास भी प्रदान किया जाता है। राजस्थान के उदयपुर के पास स्थित इस स्मार्ट विलेज बाड़ी में रोजाना हजारों मरीजों की सेवा की जाती है। नारायण सेवा संस्थान में आने वाले रोगियों के भौतिक, सामाजिक और आर्थिक पुनर्वास के लिए कोई कैश काउंटर या पेमेंट गेटवे नहीं है, सभी सुविधाएं निशुल्क हैं।