आचार्य तुलसी शान्ति प्रतिष्ठान व ऑर्ट ऑफ लिविंग के संयुक्त तत्वावधान में

गंगाशहर। करो योग, रहो निरोग के स्लोगन के साथ आचार्य तुलसी शान्ति प्रतिष्ठान व आर्ट ऑफ लिविंग बीकानेर के संयुक्त तत्वावधान में 15 जून से साप्ताहिक नि:शुल्क योग व प्रेक्षाध्यान षिविर का शुभारम्भ हुआ। नि:षुल्क योग षिविर के पहले दिन शुक्रवार को मुख्य अतिथि महापौर नारायण चौपड़ा ने सम्बोधित करते हुए कहा कि योग करने से सभी रोगों से मुक्ति मिलती है। नियमित योग करने से जीवन में व्याप्त व्याधि को दूर किया जा सकता है। महापौर चौपड़ा ने कहा कि हमारी ऋषि परम्परा ने भारत को योग भूमि तथा योग को साधन बनाकर ‘कृण्वन्तो विष्वमार्यम्Ó (सम्पूर्ण संसार को श्रेष्ठ बनाना) का स्वप्न देखा था। आज की त्रस्त मानवता आषा भरी दृष्टि से पुन: भारत की ओर देख रही है। आचार्य तुलसी शान्ति प्रतिष्ठान के अध्यक्ष जैन लूणकरण छाजेड़ ने बताया कि 21 जून को पूरे विष्व में अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया गया।

इसी क्रम में आर्ट ऑफ लिविंग एवं आचार्य तुलसी शान्ति प्रतिष्ठान के संयुक्त तत्वावधान में एक सप्ताह का नि:षुल्क योग एवं प्रेक्षाध्यान षिविर आयोजित किया गया। उन्होंने बताया कि यह षिविर सुबह 5:30 बजे से 7:00 बजे तक नैतिकता का शक्तिपीठ पर आयोजित किया गया है। योगाभ्यास आर्ट ऑफ लिविंग के मनीष गंगल व प्रेक्षाध्यान प्रषिक्षक धीरेन्द्र बोथरा के दिषा-निर्देष में योग प्रषिक्षण दिया गया। कार्यक्रम के संयोजक तथा आचार्य तुलसी शान्ति प्रतिष्ठान के महामंत्री जतनलाल दूगड़ ने बताया कि योग षिविर नि:षुल्क आयोजित किया गया।

योग षिविर में पूरे सप्ताह बड़ी संख्या लोग पहुंचे और योग व प्रेक्षाध्यान का लाभ उठाए। इस योग षिविर में सभी आयु वर्ग के पुरूष व महिलाएं, बालक व बालिकाओं ने भाग ले सकते हैं। शिविर में योग शिक्षक भगवती सोनी, दिनेश गौड़, वृद्धिचन्द पारख, मानमल सुखानी, मूलचन्द बैद, दिपिका बोथरा, हेमराज गुलगुलिया, दमयन्ति सुथार आदि ने सेवाएं दी