बीकानेर । मुक्ति संस्थान बीकानेर के तत्वावधान में दसवां स्व.कुसुम देवी डागा स्मृति घुटना दर्द निवारण शिविर ब्रह्म बगीचा नत्थूसर बास मे आयोजित किया गया । शिविर के उद्घघाटन सत्र की अध्यक्षता सामाजिक कार्यकर्ता तोलाराम पेडीवाल ने की । प्रारम्भ में अतिथियों ने स्व. कुसुम देवी डागा के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलन एवं माल्यार्पण कर शिविर का उद्घाटन किया ।मुख्य अतिथि नगर विकास न्यास के चेयरमेन महावीर रांका ने कहा कि स्व. श्रीमती कुसुम देवी डागा की याद को अक्ष्क्षुण बनाए रखने हेतु मुक्ति संस्था ने अब तक ऐसे 9 शिविरों का आयोजन कर सैकडों घुटना पीडितों को राहत प्रदान की है । लगातार ऐसे शिविर का आयोजन कर पीडि़तो को राहत प्रदान करवाना समाज हित में अनुकरणीय कार्य है । विशिष्ट अतिथि भाजपा महिला मोर्चा की महामंत्री श्रीमती सुमन जैन ने कहा कि समाजसेवी श्रीमती डागा की स्मृति में आयोजित ये घुटना दर्द निवारक शिविर अपने आप में समाज सेवा का अविस्मरणीय उदाहरण है जो लगातार दसवें वर्ष भी आयोजित किया गया है ।

इससे रोगियों को आत्म संतुष्टि के साथ स्वास्थ्य लाभ भी हो रहा है । कार्यक्रम अध्यक्ष तोलाराम पेडीवाल ने कहा कि जन सेवा करने या करवाने का आराधन करने के बराबर कार्य होता है । उन्होंने कहा कि जन सहयोग से ऐसे कार्यों को प्राथमिकता देने वाली संस्थाएं शहर में बहुत सिमित हैए लेकिन जो है वह असहायों की सेवा में हमेशा तत्पर रहती है । प्रारम्भ में संस्था अध्यक्ष एडवोकेट हीरालाल हर्ष ने स्वागत भाषण देते हुए अब तक आयोजित शिविरों के बारे में विस्तार से बताया । महावीर इंटरनेशनल के पूर्व अध्यक्ष महेन्द्र जैनए वर्तमान अध्यक्ष पूर्णचन्द राखेचाए सामाजिक कार्यकर्ता हरिकिशन जोशीए मनोज व्यासए फारुख मोहम्मद चौहानए डॉण् अजय जोशीए डोण्एमण्एलण्व्यासए प्रेमनारायण व्यास आदि ने सम्बोधित किया ।


वरिष्ठ चिकित्सक डॉण्हेमंत व्यासए डॉण्सुभाष भास्करए डॉण्अमित पुरोहित एवं डॉण् भारती पुरोहित ने घुटना पीडितों की जांच कर उचित परामर्श दिया । मुक्ति के संयोजक विष्णु शर्मा एवं मांगीलाल भद्रवाल ने बताया कि शिविर में 400 घुटना पीडितों को निरूशुल्क बेल्ट वितरण किए गए । शिविर में अरविन्द मिश्रा, अशोक सुथार, विजय जोशी, मोहन थानवी, नागेश्वर जोशी, के.सी.जोशी, भगवानदास पडिहार, बृजगोपाल जोशी सहित अनेक सामाजिक कार्यकर्ताओं ने शिविर में अपनी सेवाएं प्रदान की। शिविर का संचालन संस्था सचिव राजेन्द्र जोशी ने किया । सभी के प्रति आभार चन्द्रशेखर जोशी ने ज्ञापित किया।